भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष शशांक मनोहर ने मुंबई में बोर्ड की कार्यसमिति की आपात बैठक में लिए गए निर्णय पर नाराजगी जाहिर की है। रविवार को हुई इस बैठक में शंशाक विदर्भ क्रिकेट संघ की तरफ से हिस्सा लेने आए थे। वेबसाइट 'क्रिकइंफो डॉट कॉम'ने सोमवार को शशांक मनोहर के हवाले से कहा कि वह बीसीसीआई को इस मुश्किल दौर से निकालने में मदद करने के मकसद से इस बैठक में शामिल हुए थे। उन्होंने कहा की बोर्ड की छवि पिछले 80 सालों के अपने इतिहास में इस समय सबसे नीचले स्तर पर पहुंच गई है। साथ ही शशांक ने बैठक के ब्यौरे की जानकारी देने से भी इनकार किया।
गौरतलब है की बैठक में बीसीसीआई ने आईपीएल से जुड़े मैच भ्रष्टाचार के मामलों की जांच केलिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के पूर्व निदेशक आर.के. राघवन, कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जे.एन. पटेल और दिग्गज खिलाड़ी रवि शास्त्री वाली तीन सदस्यीय जांच समिति गठित करने का फैसला किया, जिसका प्रस्ताव बीसीसीआई सर्वोच्च न्यायालय के सामने रखेगी। हालांकि बीसीसीआई सचिव संजय पटेल ने मीडिया के सामने इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है। संजय पटेल ने बताया कि मामला चूंकि न्यायालय के समक्ष विचाराधीन है, इसलिए वह जांच समिति में शामिल किए जाने वाले व्यक्तियों के नाम का खुलासा नहीं कर सकते।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बैठक के दौरान राघवन, शास्त्री और पूर्व मुख्य न्यायाधीश पटेल के अलावा चार और नामों पर भी चर्चा हुई थी, जिसमें लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ चैटर्जी, न्यायमूर्ति मुकुल मुद्गल, एल. नागेश्वर राव और बीसीसीआई के अंतरिम अध्यक्ष शिवलाल यादव का नाम शामिल है। हालांकि इन नामों पर मतदान नहीं करवाया गया। चुने गए तीन नामों के सामने आने के बाद कई विवाद भी शुरू हो गए हैं। सबसे बड़ा विवाद रवि शास्त्री के नाम पर उठा है। वह लंबे समय से कमेंटेटर के तौर पर बीसीसीआई से जुड़े हैं, साथ ही वह आईपीएल के संचालन परिषद के सदस्य भी हैं। एन. श्रीनिवासन से भी उनके अच्छे संबंध हैं, जो उनके विरोध का सबसे बड़ा कारण है।
शास्त्री को जांच समिति में शामिल करने के फैसले पर सफाई देते हुए संजय पटेल ने कहा कि बंबई उच्च न्यायालय के एक फैसले के मुताबिक ही उन्हें जांच समिति में शामिल किया गया है। बंबई उच्च न्यायालय ने एक निर्देश जारी कर कहा था कि एक पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी को भी जांच समिति में शामिल किया जाना चाहिए।