राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार ने पूर्व की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के राज्य में हुए भूमि सौदों की जांच शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने आईएएनएस से कहा, "राज्य सरकार ने जोधपुर, बाड़मेर और बीकानेर के कलेक्टरों को सौदों से संबंधित सूचनाएं जुटाने और तथ्यात्मक रिपोर्ट तैयार कने का निर्देश दिया है।" कलेक्टरों को मध्य मई तक रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है।
सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी कलेक्टरों के साथ संपर्क बनाए हुए हैं और उनके कामकाज की निगरानी कर रहे हैं। आरोप है कि वाड्रा की भागीदारी वाली कंपनियों ने बीकानेर, जोधपुर और बाड़मेर में 2009 और 2012 के बीच हजारों एकड़ जमीन जुटाई। तत्कालीन अशोक गहलोत सरकार ने ऐसी भूमि पर सौर ऊर्जा परियोजना लगाने की घोषणा की थी।
यह भी आरोप है कि जैसे ही स्थलों की घोषणा हुई कंपनियों ने ऊंची कीमतों पर भूमि बेच दी। भूपेंद्र यादव और अर्जुन मेघवाल सहित भारतीय जनता पार्टी के कई सांसदों ने वाड्रा के कथित सौदे की जांच की मांग की है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोपों को निराधार बताया है।