हिमाचल में भी अब तख्तापलट की तैयारी
शिमला, 12 जनवरी (विजयेन्दर शर्मा) ।कांग्रेस के बीच इन दिनों सियासत तेज हो गई है, खासकर दो पहाड़ी प्रदेशों में भारी ठंड के बावजूद स्थानीय राजनिति में कुछ भी सामान्य नहीं है। अगले कुछ दिनों में बहुगुणा को जहां रूखसत करने के चरचे हैं वहीं हिमाचल में भी वीरभद्र सिंह विरोधी इन दिनों जोरदार लाबिंग किये हैं। वीरभद्र सिंह ने भी अपने तमाम कार्यक्रम रद्द कर शिमला की ओर रूख कर लिया है, वह कांगड़ा प्रवास पर थे। उनके खिलाफ अब दिल्ली की अदालत में वकील प्रशांत भूषण की ओर से एक ओर केस दायर हो गया है। यही वजह है कि उनके विरोधियों को लगता है कि देर सवेर वीरभद्र सिंह की छुट्टी होनी ही है। लिहाजा वह भी मौका गंवाना नहीं चाहते हैं , यही वजह है कि दिल्ली दरबार में वीरभद्र सिंह विरोधी खेमा पूरी तरह सक्रिय हो गया है। पूर्व मंत्री आशा कुमारी वीरभद्र सिंह से अपना पुराना हिसाब किताब चुकता करने के मूड में है तो हमीरपुर से लोकसभा सीट के लिये वीरभद्र सिंह की पैरवी को लेकर पार्टी अध्यक्ष सुखविन्दर सिंह को एतराज है। वहीं केन्द्रिय मंत्री चंद्रेश कुमारी भी जोधपुर के बजाये इस बार कांगड़ा सीट से चुनाव लडऩे का मन बना चुकी हैं। मिली जानकारी के मुताबिक राकेश कालिया, राजेश धर्माणी से लेकर बुटेल तक तक करीब 15 विधायक वीरभद्र सिंह से मुंह फुलाये बैठे हैं। व चाहते हैं कि नेता बदले तो वह भी कुछ कर दिखायें।लेकिन इस सबके बावजूद अगले नेता को लेकर कोई सहमति नहीं बनती दिख रही। स्वास्थय मंत्री कौल सिंह के अरमाने पर विद्या स्टोक्स ने अपनी दावेदारी को मजबूत कर पानी फेर दिया है। हालांकि यह देखने वाली बात होगी कि वीरभद्र सिंह को हटाया जाता है कि नहीं। लेकिन राहुल गांधी के तेवरों को देखते हुये पार्टी नेताओं को लगता है कि वीरभद्र सिंह को अब जाना ही होगा। अंदरखाते वीरभद्र सिंह सर्मथक व पार्टी अध्यक्ष सुखविन्दर सिंह भी चाहते हें कि उन्हें हटना पड़ा तो उनकी जगह उनकी विशवस्त सिंचाई मंत्री विद्या सटोक्स को ही अगला सी एम बनाया जाये। जो भी हो सारे मामले ने वीरभद्र सिंह को विवादों में घेर लिया है। व जिस तरह भ्रष्टाचार के उन पर आरोप लगे हें उनसे वह आहत भी हैं। वीरभद्र सिंह भी दिल्ली जा रहे हैं। हालांकि कहा जा रहा है कि उन्हें आलाकमान ने लोकसभ प्रत्याशियों के चयन पर चरचा के लिये बुलाया है। इस बीच दिल्ली में भी इस मामले को गहमागहमी शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि पार्टी प्रभारी अंबिका सोनी ने विधायक राकेश कालिया व पूर्व मंत्री आशा कुमारी से फीडबैक ली है। काबिलेगौर है कि 15 जनवरी को सरकार को दिल्ली हाईकोर्ट में स्टेटस रिर्पोट देनी है। मामले की सुनवाई उसी दिन होनी तय है। सी बी आई सूत्रों ने बताया कि टीम ने वीरभद्र सिंह व आनंद चौहान के खातों को खंगाला है। इसके अलावा वीरभद्र सिंह के बगीचों का भी जायजा लिया गया। जो भी हो अगले कुछ दिन वीरभद्र सिंह के लिये भारी रहेंगे। एक तरफ उन्हें अदालत में अपना पक्ष रखना होगा वहीं राहुल गांधी की ताजपोशी के बाद आलाकमान का उनके प्रति क्या रवैया रहता है देखने वाली बात होगी। यह भी तय है कि इन सात दिनों में उनकी गद्दी बची तो वह मजबूत होकर उभरेंगे।
भाजपा को मुंहतोड़ जवाब देंगे : विक्रमादित्य
हमीरपुर,12 जनवरी (विजयेन्दर शर्मा)। युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह ने हिमाचल युवा कांग्रेस की पोल खोल रैली में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और अनुराग ठाकुर पर खूब निशाना साधा। युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और अनुराग ठाकुर की ओर से उनके परिवार पर लगाए आरोपों का मुंहतोड़ जवाब देगी। धूमल वीरभ्रद सिंह के परिवार पर व्यक्तिगत रूप से आरोप लगा रहे हैं। अनुराग ठाकुर जिस तरह की अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं उससे साफ हो जाता है कि वे इस देवभूमि के रहने वाले नहीं हैं। हिमाचल के लोग इस तरह की भाषा का प्रयोग नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि वीरभद्र ङ्क्षसह को प्रदेश की जनता ने मुख्यमंत्री चुना है। धूमल और अनुराग जनादेश को नहीं मान रहे हैं। भाजपा हमेशा क्षेत्रवाद की राजनीति करती है। विक्रमादित्य ने कहा कि युवा कांग्रेस इस बार हमीरपुर संसदीय सीट को जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा देगी। हमीरपुर में इस बार जीत कांग्रेस की होगी। उन्होंने कहा कि आज से हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के दौरे की शुरुआत कर रहे हैं। इस दौरान वह हर गांव का दौरा करेंगे और लोगों की समस्याएं जानेंगे। उन्होंने कहा कि धूमल परिवार ने पहले हमीरपुर भाजपा को हाईजैक किया फिर मुख्यमंत्री बन कर पूरे प्रदेश की भाजपा को हाईजैक कर लिया। धूमल, अनुराग और गुलाब ही प्रदेश की भाजपा सरकार को चलाते रहे। उन्होंने कहा कि एचपीसीए के सभी सदस्य पंजाब के हैं। हिमाचल के लोगों को इसमें क्यों नहीं रखा गया। बेटा एचपीसीए का अध्यक्ष और पिता उसके चीफ पैट्रन बने हुए हैं। भाजपा की सरकार ने 250 करोड़ रुपये की जमीन एचपीसीए को एक रुपये की लीज पर दे दी। फिर उसे सोसायटी से कंपनी बना दिया। एचपीसीए के सही तरीके से चुनाव करवाकर देखो सब सामने आ जाएगा।
अरुण धूमल पहले पंचायत का चुनाव तो लड़े विक्रमादित्य ने कहा कि धूमल अपने छोटे बेटे को भी राजनीति में लाने के लिए षड्यंत्र रच रहे हैं। अरुण धूमल जगह-जगह प्रेस कांफ्रेस कर वीरभद्र सिंह पर आरोप लगा रहे हैं। अरुण धूमल पहले एक बार पंचायत का चुनाव लड़ कर जीत कर तो दिखाएं।
.....धूमल व अनुराग से सवाल........
1. एचपीसीए का होटल पैविलियन जिसकी फ्रेंचाइजी आवेदा कंपनी के नाम पर है। उस आवेदा कंपनी के पार्टनर कौन-कौन हैं।
2. शिक्षा विभाग की इमारत को गिराने के आदेश किसने दिये थे।
3. एचपीसीए का चीफ पैट्रन कौन है और उसे वोट डालने का अधिकार कैसे दिया गया।
4. अनुराग ठाकुर ने एमपी फंड से धर्मशाला स्टेडियम के लिए कितने पैसे दिए।
.......ओच्छी राजनीति कर रहे धूमल व अनुराग.....
‘उनकी तुर्बत पर दिये भी नहीं, जिन्होंने जलाए चिरागे-वतन’ गांधी चौक हमीरपुर में युवा कांग्रेस की रैली में कुलदीप पठानिया ने कहा कि ऐसी रैलियां पूरे प्रदेश में होंगी। पूर्व भाजपा सरकार की भ्रष्ट नीतियों से लोगों को अवगत करवाया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और उनके बेटे अनुराग ठाकुर ओच्छी राजनीति कर रहे हैं। प्रदेश में आज तक इतनी भ्रष्ट राजनीति नहीं हुई। वहीं वन निगम के उपाध्यक्ष केवल सिंह पठानिया ने कहा कि धूमल ने हिमाचल की सभ्यता और संस्कृति को बिगाडऩे की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि कांगडा जिला के तत्कालीन डीसी ने धूमल पर आरोप लगाया है कि वे कांगडा में जमीन चाहते हैं। वहां पर उनका बेटा स्टेडियम बनाना चाहता है। धूमल और अनुराग ठाकुर व्यक्तिगत दोषारोपण पर उतर आए हैं। पठानिया ने कहा कि दोनों पिता व पुत्र ऐसी हरकतों से खबरदार हो जाएं। अभी यह बस एक ट्रेलर है।
भाजयुमो द्वारा हमीरपुर के गांधी चौक पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का पुतला जलाया गया
हमीरपुर,12 जनवरी (विजयेन्दर शर्मा)। भाजयुमो द्वारा हमीरपुर के गांधी चौक पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का पुतला जलाया गया इसकी अगवाई जिलाध्यक्ष सुरजीत ठाकुर द्वारा की गई। उन्होंने कहा कि यह पुतला प्रदेश के मुख्यमंत्री जोकि भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे हुए हैं और प्रदेश में सरकार की शह पर भ्रष्टाचार और गुंडाराज को बढ़ावा दिया जा रहा है उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि इतिहास में पहली बार हुआ कि किसी मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लगे हों और उनके पुत्र द्वारा प्रदेश से युवाओं को पैसे के बल पर हमीरपुर में बुलाकर जिस तरह इक्टठा करने की कोशिश की गई जोकि बिलकुल फलाप रहा। सत्ता में रहते हुए कांग्रेस सरकार इस तरह के विरोध प्रदर्शन कर रही है लगता है वह विपक्ष में बैठी हुई है। युवा कांग्रेस इस तरह के रैलियां और विरोध प्रदर्शन कर आम जनता का ध्यान बांटने की कोशिश कर रही है जोकि बुहत ही निंदनीय कदम है। युवा कांग्रेस को चाहिए था कि जो उनकी सरकार ने एक साल में अगर कोई विकास के कार्य किए हैं तो वह उनको लेकर आम जनता तक जाते। उन्होंने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस मुख्यमंत्री पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं उसी के आधार पर मुख्यमंत्री की कुर्सी का मोह त्याग कर इस्तीफा दे देना चाहिए। उनके पुत्र का अभी इतना ऊंचा कद नहीं हुआ है कि वह पूर्व मुख्यमंत्री प्रो प्रेम कुमार धूमल व सासंद श्री अनुराग ठाकुर के खिलाफ टिक्का टिप्पणी कर सकें। हमीरपुर में विकास सिर्फ और सिर्फ प्रेम कुमार धूमल की देन है। जब-जब कांग्रेस की सरकार आई है तब-तब हमीरपुर विकास में पिछड़ा है और अनुराग सिंह ठाकुर ही मात्र एक ऐेसे सांसद हैं जिन्होंने हिमाचल का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाया जोकि कांग्रेस को रास नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इस तरह के कार्यक्रमों को नहीं रोका तो युवा मोर्चा प्रदेश स्तर पर कांग्रेस विरोधी अभियान चलाएगा और आम जनता तक भ्रष्टाचार में डूबी सरकार की जनता विरोधी नाकारात्मक नीतियों को जनता तक पहुंचाने का पूरा प्रयास करेगा। इस मौके पर प्रदेश सचिव अनिल परमार, जिला मीडिया प्रभारी विशाल पठानिया, मंडलाध्यक्ष अजय रिंटू, चमन ठाकुर सहित अन्य युवा मोर्चा के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
लोकगीतों की धुनों पर थिरके हमीरपुर के पांव, विधायक राजेंद्र राणा ने प्रतिभागियों को किया सम्मानित
हमीरपुर,12 जनवरी (विजयेन्दर शर्मा)। राष्ट्रीय एकीकरण शिविर के समापन समारोह में विभिन्न प्रांतों के प्रतिभागियों ने लोक गीतों की धुनों पर सबको थिरकने के लिए मजबूर कर दिया। असम, बिहार, राजस्थान, जम्मू के लोक वाद्य यंत्र सबके लिए आकर्षण का केंद्र बने रहे। हिमाचल के झमाकड़ा और कुंजुओ चंचलों ने भी विभिन्न प्रांतों से आए प्रतिभागियों की खूब वाहवाही लूटी। समापन अवसर पर विधायक राजेंद्र राणा ने बतौर मुख्यातिथि प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की प्राचीन संस्कृति एवं परंपराओं के बारे में युवाओं को अवगत करवाना जरूरी है ताकि संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि नेहरू युवा केंद्र द्वारा युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए चलाई जा रही विभिन्न शिविर आयोजित किए जा रहे हैं इन शिविरों का युवा निर्माण में अहम योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि हमीरपुर में आयोजित राष्ट्रीय एकीकरण शिविर में देश के विभिन्न प्रांतों की संस्कृति को एक साथ देखने का मौका हमीरपुर के लोगों को मिला है वहीं विभिन्न प्रांतों के प्रतिभागियों ने एक दूसरे की संस्कृति एवं खानपान, वेशभूषा के बारे में भी जानकारी हासिल की है ऐसे शिविरों के आयोजन से राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता को बल मिलता है तथा युवाओं में देश एवं समाज सेवा का जज्बा पैदा होता है। इससे पूर्व मुख्यातिथि ने प्रतिभागियों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया गया। प्रदर्शनी में भारत के स्वतंत्रता सेनानियों एवं इतिहास से जुड़े प्रमुख घटनाओं के बारे में जानकारी तथा हिमाचल के जनरल जोरावर सिंह से लेकर स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े विभिन्न फोटाग्राफ्स रखे गए हैं इसके साथ ही असम के प्रतिभागियों ने अपनी सांस्कृतिक परिधानों, वाद्य यंत्रों की जानकारी देने के लिए स्टाल भी लगाया गया है जबकि इसमें हिमाचल के पुरानी एवं लुप्त होती संस्कृति, पहरावा,खान पान इत्यादि के बारे में भी चित्रों के माध्यम से जानकारी दी जा रही है। इससे पहले नेहरू युवा केंद्र के समन्वयक शांतनु शाह ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए शिविर के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि शिविर में सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ साथ शैक्षणिक भ्रमण, योग शिविर तथा विभिन्न विषयों के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी प्रदान की गई वहीं रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया गया जिसमें 21 प्रतिभागियों ने भाग लिया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि ने हिमाचली टोपी एवं स्मृति चिन्ह देकर सभी प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रिंसिपल वर्मा, सहायक प्रोफेसर राकेश शर्मा सहित विभिन्न अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित थे।
किसानों में खुशहाली लाएगी छौंछ खड्ड तटीयकरण योजना
धर्मशाला, 12 जनवरी (विजयेन्दर शर्मा)। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला की छौंछ खड्ड का जब बरसात के दिनों में जल स्तर बढ़ता है तो इसके दोनों किनारों में बसे गांव के किसान चिंतित हो जाते हैं। हर साल बर्षा के दिनों में यह खड्ड उग्र रूप धारण करके ऐसी तबाही मचाती है कि किसानों की फसलें तो बर्बाद करती ही है, साथ में खेतों की मिट्टी भी बहा कर ले जाती है। हर साल हजारों हैक्टेयर कृषि योग्य भूमि को छौंछ खड्ड की बाढ़ बंजर में तबदील कर देती है। स्थिति यह होती है कि बरसात में उफाने मारती इस खड्ड के आस-पास जाने से भी लोग कतराते हैं। इस क्षेत्र के लोग लंबे समय से मांग कर रहे थे कि इस खड्ड से फसलों को होने वाले नुकसान से निजात दिलाई जाए ताकि उनकी मेहनत कामयाब रह। किसानों के दर्द को वर्तमान सरकार ने महसूस किया और इसके तटीयकरण की योजना तैयार करने के लिए संबंधित विभाग को हरकत में लाया। 3 अपै्रल, 2013 को भारत सरकार के केंद्रीय जल एवं विद्युत अनुसंधानशाला, पूना (महाराष्ट्र) ने प्रदेश सरकार को इस परियोजना की विस्तृत अध्ययन रिपोर्ट सौंपी। 12 अगस्त, 2013 को भारत सरकार के केंद्रीय जल संसाधान मंत्रालय की तकनीकी सलाहकार समिति द्वारा इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी दिखाई गई। 14 अक्तूबर, 2013 को भारत सरकार के योजना आयोग ने इस परियोजना को इन्वेस्टमेंट क्लीयरैंस प्रदान की तथा 5 नवम्बर, 2013 को प्रदेश सरकार द्वारा इस प्रोजेक्ट को प्रशासनिक अनुमोदन एवं व्यय स्वीकृति प्रदान की गई। 19 दिसम्बर, 2013 को भारत सरकार ने इस परिोजना को बाढ़ प्रबंधन कार्यक्रम के अंतर्गत स्वीकृति प्रदान की जबकि 29 दिसम्बर, 2013 को प्रदेश के मुख्य मंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने इंदौरा क्षेत्र के डाह कुलाहड़ा में इस परियोजना के निर्माण का नींव पत्थर रखा। छौंछ खड्ड नूरपुर क्षेत्र के धनेटी से शुरू होती है और पंजाब से सटे मीरथल में ब्यास नदी में समा जाती है। बरसात के मौसम में हर वर्ष अंदाजन 1382 हैक्टेयर कृषि योग्य भूमि बाढ़ की भेंट चढ़ जाती है। इसके कारण जहां एक तरफ क्षेत्र के निवासियों के जान व माल का नुकसान होता है, वहीं पर कृषि से होने वाली पैदावार से भी वंचित रह जाते हैं। यह खड्ड नूरपुर और इंदौरा क्षेत्र के लोगों के लिए खुशहाली का साधन न होकर अभिशाप बन गई थी। 179$54 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से निर्मित होने वाली इस परियोजना से करीब 13 पंचायतों के 35 गांवों के लोगों को लाभ मिलेगा। इस परियोजना का जलागम क्षेत्र 199$48 वर्ग किलोमीटर है। इसके तटीयकरण की लम्बाई दोनों ओर 34 किलोमीटर होगी। इस परियोजना के कार्य को चार वर्ष के समय में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। परियोजना के निर्माण का कार्य पूरा होने से जिला के नूरपुर और इंदौरा क्षेत्र के प्रभावित गांव के किसानों की कृषि, बागवानी तथा उद्योग लगाने योग्य करीब हजारों हैक्टेयर भूमि बाढ़ के प्रकोप से मुक्त हो सकेगी। परियोजना के कार्यान्वयन से अब तक बेकार पड़ी भूमि में पुन: फसल लहलहाएगी। किसानों के चेहरों पर बहार आएगी। कांगड़ा में शाहनहर परियोजना, सिद्घाता मध्यम सिंचाई योजना, फिन्ना सिंह मध्यम सिंचाई योजना और छौंछ खड्ड बाढ़ प्रबंधन योजना से जिला को प्रदेश एवं देश के खाद्यान्न भण्डार के रूप में स्थापित करने के लिए इस परियोजना से एक नये अध्याय का सूत्रपात होगा और साथ ही किसानों में भी खुशहाली आएगी।
परीक्षा सभागारों में मोबाइल जैमर स्थापित
शिमला, 12 जनवरी (विजयेन्दर शर्मा)। हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के सचिव श्री बी.सी. बडालिया ने आज यहां कहा कि लिखित परीक्षाओं में अत्याधुनिक उपकरणों के माध्यम से नकल की संभावनाओं को समाप्त करने के लिए आयोग ने आज परीक्षा सभागारों में मोबाइल जैमर स्थापित किए हैं ताकि इन उपकरणों की क्षमता की जांच की जा सके। उन्होंने कहा कि जैमर हिमाचल प्रदेश इलैक्ट्रोनिक विकास निगम के माध्यम से खरीदे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सितम्बर, 2013 में संयुक्त स्नातक स्तर की परीक्षा-2013 की लिखित परीक्षा के दौरान 34 उम्मीदवारों को नकल करते पकड़े जाने के पश्चात् आयोग के अध्यक्ष श्री के.एस. तोमर द्वारा मोबाइल जैमर स्थापित करने की घोषणा की थी। श्री तोमर ने इसे गंभीरता से लेते हुए प्रथम अक्तूबर, 2013 को बैठक आयोजित कर मोबाइल जैमर प्रयोगात्मक तौर पर स्थापित करने का निर्णय लिया। परिणामस्वरूप आयोग ने परीक्षा हॉलों के परिसर में जनवरी, 2014 में विशेषत: मोबाइल जैमर स्थापित किए। आयोग ने हिमाचल प्रदेश सरकार से इस संदर्भ में मामला उठाया और नकल को रोकने के लिए मोबाइल जैमर की स्थापित करने की मांग की जिसे हिमाचल सरकार ने सैद्वांतिक तौर पर स्वीकार किया। इस प्रकार आयोग ने हिमाचल सरकार को थोड़े से समय में ही मोबाइल जैमर को खरीदने के लिए पर्याप्त बजट प्रदान करने की मांग की ताकि इनकी स्थापना से परीक्षा केन्द्रों में नकल को रोका जाए। आयोग ने हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवाएं मेन की परीक्षाओं से पूर्व आयोग ने मोबाइल जैमर खरीदने का निर्णय लिया। उम्मीदवार उच्च तकनीक से नकल न कर सके और परीक्षा को निष्पक्ष रूप से लिया जाए इस लिए मोबाइल जैमर स्थापित करने का निर्णय लिया।
शिमला, 12 जनवरी (विजयेन्दर शर्मा)। हिमाचल प्रदेश की औद्योगिक परियोजनाओं के लिए 200 करोड़ रुपये उपलब्ध करवाने के लिए औद्योगिक विकास निगम के उपाध्यक्ष श्री अतुल शर्मा ने केन्द्र सरकार का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह द्वारा केंद्र के समक्ष इस मामले को प्रभावी तरीके से उठाने तथा उद्योग मंत्री श्री मुकेश अग्निहोत्री के सतत् प्रयासों से राज्य को यह धनराशि उपलब्ध हुई है, जिससे प्रदेश में औद्योगिक विकास को नई दिशा मिलेगी। उन्होंने केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री आनंद शर्मा का भी आभार व्यक्त किया है। लघु उद्योग विकास निगम के उपाध्यक्ष ने कहा कि ये सभी परियोजनाएं प्रदेश के विकास में मील पत्थर साबित होंगी। कांगड़ा जिले के कंदरौरी तथा ऊना जिला के पंडोगा में दो नए श्रेष्ठ औद्योगिक नगरों को स्वीकृति मिलने से इन क्षेत्रों में औद्योगिक विकास के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को बल मिलेगा। इन नगरों में बड़े औद्योगिक घरानों के आने से प्रदेश के शिक्षित बेरोजगार युवाओं विशेषकर स्थानीय युवाओं को हर स्तर पर रोजगार के बेहतर अवसर भी उपलब्ध होंगे। इन दो नगरों के विकास के लिए केन्द्र द्वारा 100 करोड़ रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि श्री वीरभद्र सिंह और श्री मुकेश अग्निहोत्री के प्रयासों से सोलन जिले के बद्दी में औद्योगिक अधोसरंचना परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई है। बद्दी में निर्यात माल गोदाम, सघन फार्मा जांच प्रयोगशाला स्थापित करने, एक्सपोर्ट प्रमोशन पार्क में पावर ग्रिड के स्तरोन्यन तथा सिरमौर जिला के काला अम्ब में कॉमन एफ्लयूेंट ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने के लिए 72.17 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता उपलब्ध होगी। अतुल शर्मा ने कहा कि राज्य द्वारा शिमला जिला के गुम्मा में एप्पल जूस कंसंट्रेट प्लांट स्थापित करने तथा परवाणू में एप्पल जूस कंसंट्रेट प्लांट को स्तरोन्नत करने का मामला केंद्र के समक्ष उठाया गया था। केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय द्वारा इसे स्वीकृति प्रदान करने से प्रदेश के सेब बागवानों को फायदा होगा। उन्होंने केन्द्रीय मंत्रालय ने केन्द्रीय निवेश उपदान प्राप्त करने के लिए पर्यटन सम्बन्धी परियोजनाओं के पूर्व पंजीकरण के सम्बन्ध में एक बार छूट प्रदान करने को भी सहमति प्रदान करने के लिए भी केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया है।उन्होंने केन्द्रीय निवेश उपदान के अन्तर्गत लम्बित देनदारियों को पूरा करने के लिए 25 करोड़ रुपये जारी करने तथा केन्द्रीय परिवहन उपदान के अन्तर्गत 36.83 करेाड़ रुपये जारी करने को सहमति प्रदान करने के लिए केन्द्रीय वाणिज्य मंत्री का आभार व्यक्त किया।