सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पश्चिम बंगाल के चर्चित शारदा चिट फंड घोटाले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने के आदेश दिए जाने के घंटे भर बाद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को नाराजगी भरे शब्दों में कहा कि ठगे गए लोगों का धन लौटाने की जवाबदेही अब जांच एजेंसी ले। मुर्शिदाबाद जिले के बहरामपुर में आयोजित एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने चेतावनी दी कि यदि शारदा के प्रभावितों को पूरा मुआवजा नहीं मिलता है तो वे लोग भाजपा, माकपा और कांग्रेस से अपना पैसा मांगे।
केंद्रीय जांच एजेंसी को शारदा घोटाले की जांच सौंपने का आखिरी दम तक विरोध करने वाली राज्य सरकार ने दावा किया है कि उसने शारदा समूह की कंपनियों में निवेश कर अपना पैसा गंवा चुके चार लाख लोगों का पूरा धन लौटा दिया है। आरोप है कि इस घोटाले में तृणमूल कांग्रेस के कई नेता शामिल हैं। उन्होंने कहा, "अब यह मेरी जवाबदेही नहीं रही। अब सीबीआई लोगों के पैसे लौटाए। यदि ऐसा नहीं होता है तो लोग भाजपा, कांग्रेस और माकपा नेताओं के घरों पर अपना पैसा मांगने जाएं। मैं उस दिन का इंतजार करूंगी।"
खुद के 'खुश'होने का दावा करते हुए बनर्जी ने उन आलोचनाओं का उत्तर देने का प्रयास किया जिसमें कहा जा रहा है कि उन्होंने सीबीआई को जांच सौंपने का विरोध किया। उन्होंने कहा, "यदि आप मुझसे पूछेंगे कि आपने ऐसा क्यों किया, तो मैं आपसे यह पूछना चाहूंगी कि आखिर मैं ऐसा क्यों न करूं? यह मेरा राज्य है, यदि मैं अपना काम कर रही हूं तो मैं क्यों किसी और को उसमें शामिल करूं।"