उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक झड़प के अगले दिन रविवार को माहौल शांतिपूर्ण है। पुलिस ने हिंसा के मामले में 200 से ज्यादा लोगों पर मामला दर्ज किया है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हालात का जायजा लेने के लिए पुलिस महानिदेशक और प्रमुख सचिव (गृह) को रविवार को मेरठ भेजा है। मेरठ के कोतवाली शहर इलाके में शनिवार शाम मुस्लिम समुदाय के लोग मस्जिद के पास प्याऊ रख रहे थे। उसी दौरान जैन समुदाय के कुछ लोगों ने इसका यह कहते हुए विरोध किया कि पानी पीने वालों की भीड़ से पास के मंदिर की शांति भंग होगी। इसे लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया, जिसने जल्द ही हिंसक झड़प का रूप ले लिया।
दोनों पक्षों ने तोड़फोड़ और पथराव किया। घटना में दोनों पक्षों के करीब 25 लोग घायल हुए हैं। गोली चलने की भी बात सामने आई। वहीं, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को पुलिस महानिदेशक ए.एल. बनर्जी और प्रमुख सचिव गृह अनिल कुमार गुप्ता को मेरठ जाकर हालात का जायजा लेकर उन्हें अवगत कराने के निर्देश दिए हैं।
पुलिस महानिदेशक ने रविवार को बताया कि फिलहाल स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। शनिवार शाम के बाद से कोई हिंसक घटना सामने नहीं आई है। मौके पर पुलिसबल के साथ ही त्वरित कार्य बल (आरएएफ) और प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) के जवान तैनात किए गए हैं। मेरठ के पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि वीडियो फुटेज के जरिए उपद्रवियों को पहचानने की कोशिश की जा रही है।