लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में बिहार की छह संसदीय सीटों के लिए सोमवार हो रहा मतदान शांतिपूर्ण चल रहा है। दोपहर एक बजे तक करीब 38 प्रतिशत मतदान हुआ। इस दौरान कहीं से कोई बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। बिहार में इस चरण में पांच महिला प्रत्याशी समेत 90 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 90,51,952 मतदाता करेंगे जिनके लिए 8,582 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। 3,393 मतदान केन्द्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है।
छह संसदीय क्षेत्र वाल्मीकिनगर, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, वैशाली, सीवान और गोपालगंज में मतदान हो रहा है। निर्वाचन आयोग के अनुसार एक बजे तक 37़ 86 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके हैं। सबसे ज्यादा वैशाली क्षेत्र में 41 प्रतिशत जबकि सबसे कम गोपालगंज में 32 प्रतिशत मतदान हो चुका है। इस दौरान गोपालगंज और सीवान लोकसभा क्षेत्र में चार मतदान केन्द्रों पर स्थानीय समस्या को लेकर मतदान बहिष्कार की सूचना है। इसके अलावे कुछ जगहों से छोटी घटनाओं को छोड़ दिया जाए तो कहीं से कोई बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
मतदान को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। मतदान के दौरान 58 हजार जवानों को तैनात किया गया है। इसमें केन्द्रीय सुरक्षा बलों की 142 कंपनियां और बिहार सैन्य बल की 74 कंपनियां शामिल हैं। दियारा इलाकों में निगरानी और गश्ती के लिए घुड़सवार दस्ते की सात टुकड़ियां तथा नदी मार्ग में गश्ती के लिए 36 मोटरवोट लगे हुए हैं। उत्तर प्रदेश और नेपाल की सीमा को सील कर दिया गया है।
इस चरण में जिन प्रत्याशियों का भविष्य ईवीएम में कैद होने वाला है उसमें प्रमुख हस्तियों में फिल्म निर्देशक प्रकाश झा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह, डॉ़ संजय जायसवाल, हिना साहेब, अन्नु शुक्ला, रघुनाथ झा, राधामोहन सिंह और पूर्णमासी राम प्रमुख हैं। सभी सीटों पर कांटे का संघर्ष नजर आ रहा है। उल्लेखनीय है कि प्रथम चरण में बिहार के छह लोकसभा क्षेत्रों में 10 अप्रैल को जबकि दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें चरण में सात-सात लोकसभा क्षेत्रों के लिए मतदान संपन्न हो चुका है। बिहार में कुल 40 लोकसभा सीट हैं।