पुलिस मुख्यालय में पदस्थ आईजी(सामुदायिक पुलिसिंग) आईपीएस मयंक जैन के भोपाल सहित, रीवा, इंदौर और उज्जैन के ठिकानों पर गुरुवार सुबह लोकायुक्त ने एक साथ छापा मारा। लोकायुक्त की अलग-अलग टीमों ने भोपाल और रीवा स्थित उनके घरों के अलावा इंदौर और उज्जैन स्थित ठिकानों पर भी कार्रवाई की। जैन के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने की शिकायतें मिल रही थीं।
लोकायुक्त की कार्रवाई के दौरान आईपीएस जैन के पास करोड़ों रुपए की संपत्ति होने का खुलासा हुआ है। इसमें रीवा में नर्सिंग होम, मकान व गार्डन, भोपाल के रिवेरा टाउनशिप में घर, इंदौर के राऊखेड़ी में क्रैशर प्लांट, खरगोन में 50 एकड़ जमीन होने के साथ उज्जैन में फ्लैट और खरगोन में कई एकड़ जमीन होने का खुलासा हुआ है।
जैन के भोपाल स्थित घर से आधा किलो सोना सहित कई गहने और 16 प्रापर्टी के कागजात मिले हैं। गहनों की कीमत पता करने के लिए लोकायुक्त की टीम ने ज्वैलर को भी बुलाया है। छापेमार कार्रवाई के दौरान मयंक और उनकी पत्नी अपने भोपाल स्थित घर पर ही मौजूद थे। आयकर विभाग की टीम को देखकर वे घबराए जरूर लेकिन, बाद में जांच में सहयोग करने लगे। जांच के दौरान पूरे वक्त मयंक आयकर विभाग की टीम के साथ ही रहे और सभी जरूरी जानकारी विभाग को उपलब्ध करा रहे हैं।
आईपीएस मयंक पुलिस विभाग के कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत रहे हैं। इस दौरान उन्होंने यह बेहिसाब संपत्ति खड़ी की है। जानकारी के अनुसार मयंक ने अपनी संपत्ति की निगरानी के लिए एक राजदार को नियुक्त कर रखा था। यह राजदार उनकी सारी संपत्ति की सुरक्षा करने के साथ ही साथ सारा हिसाब-किताब भी रखता था। यह राजदार कोई और नहीं बल्कि पुलिस विभाग में नौकरी कर चुका एक कर्मचारी है। विश्वासपात्र होने की वजह से मयंक ने कर्मचारी की नौकरी छुड़वाकर उसे अपना राजदार और संपत्ति का रखवाला बना दिया था। इसके लिए मयंक अपने राजदार को मोटी रकम अदा करता था।
सुरक्षा कारणों से राजदार के नाम का खुलासा नहीं किया जा सका है। जानकारी के अनुसार राजदार ने ही मयंक की इस बेहिसाब संपत्ति का खुलासा किया है। जो सालों से इसकी सुरक्षा करता है आ रहा था। मयंक जैन 1995 कैडर के आईपीएस अफसर हैं, जानकारी के मुताबिक छापामार कार्रवाई के दौरान वे भोपाल स्थित घर में ही थे। मयंक की पत्नी डॉक्टर हैं और वे ही रीवा में नर्सिंग होम चलाती हैं। लोकायुक्त टीम के मुताबिक प्रापर्टी की कीमत का आकलन जारी है। शाम तक ही साफ हो पाएगा कि इसमें कितनी काली कमाई है।