राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री द्वारा पंडित गौरी शंकर प्रसाद के निधन पर शोक व्यक्त
शिमला, 18 मई (विजयेन्दर शर्मा) । राज्यपाल श्रीमती उर्मिला सिंह तथा मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने प्रख्यात समाजसेवी, स्वतंत्रता सेनानी तथा कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता तथा प्रदेश के प्रथम मंत्रिमण्डल के सदस्य पंडित गौरी शंकर प्रसाद के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। पंडित गौरी शंकर प्रसाद का आज मण्डी स्थित उनके पैतृक आवास पर निधन हो गया। वे 94 वर्ष के थे। राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री ने परमपिता परमात्मा से दिवंग्त आत्मा की शांति तथा शोक संतप्त परिजनों को इस असहनीय दु:ख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है। पंडित गौरी शंकर प्रसाद का जन्म वर्ष 1920 में मण्डी में हुआ था। लाहौर से अपनी शिक्षा पूरी करने के उपरान्त उन्होंने वर्ष 1940-41 में डा. यशवन्त सिंह परमार की अगुवाई में प्रजामण्डल आन्दोलन में भाग लिया। वर्ष 1952 में पंडित गौरी शंकर प्रसाद ने मुख्यमंत्री डा. यशवन्त सिंह परमार के मंत्रीमण्डल में लोक निर्माण विभाग केे मंत्री के रूप में स्थान ग्रहण किया। राज्यपाल ने अपने शोक सन्देश में कहा कि पंडित गौरी शंकर प्रसाद ने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया और हिमाचल की राज्य के रूप में अलग पहचान सुनिश्चित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री ने अपने शोक सन्देश में कहा कि ‘पंडित जी’ नाम से प्रसिद्ध पंडित गौरी शंकर प्रसाद को स्वतंत्रता संग्राम में दिए गए सक्रिय योगदान और समाजसेवा के लिए सदैव याद रखा जाएगा। समाज के गरीब एवं कमजोर वर्गों के उत्थान में उन्होंने विशेष योगदान दिया। प्रदेश के स्वतंत्रता सेनानियों का कल्याण सुनिश्चित बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। पंडित जी समाज सेवा के लिए ही राजनीति में आए और राजनीति में उच्च आदर्शों के लिये उन्हें सदैव याद रखा जायेगा।
वीरभद्र सिंह भगवान के दरबार में
शिमला, 18 मई (विजयेन्दर शर्मा) । संकट के दौर से गुजर रहे हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह आज भगवान के दरबार में पहुंच गये। वीरभद्र सिंह ने आज शिमला जिला के नारकण्डा के समीप प्रसिद्ध एवं प्राचीन हाटू मन्दिर में ‘जेठा रविवार’ के अवसर पर पूजा अर्चना की। उन्होंने इस अवसर पर प्रदेश के लोगों के स्वस्थ जीवन एवं सुख समृद्धि की कामना की। पूर्व सांसद श्रीमती प्रतिभा सिंह भी मुख्यमंत्री के साथ थीं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अधिकारियों को निर्देश दिए कि मन्दिर में आने वाले श्रद्धालुओं तथा इस ऐतिहासिक स्थान पर भ्रमण के लिये आने वाले पर्यटकों के लिए यहां मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित बनाई जाएं। इससे पूर्व मन्दिर परिसर में पहुंचने पर क्षेत्रवासियों ने मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया। सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री श्रीमती विद्या स्टोक्स, मुख्य संसदीय सचिव श्री नन्द लाल, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री टी.जी. नेगी, जिला ग्रामीण कांग्रेस समिति के अध्यक्ष श्री केहर सिंह खाची, उपायुक्त श्री दिनेश मल्होत्रा, राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी तथा क्षेत्र के गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे। श्री वीरभद्र सिंह ने तदोपरान्त ठियोग स्थित लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह का निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि विश्राम गृह और परिसर के सौन्दर्यकरण का कार्य समयबद्ध सीमा में सुनिश्चित बनाया जाए।