उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि वर्ष 2016 से जितनी बिजली लोगों को चाहिए, उपलब्ध रहेगी। केंद्र सरकार एक-डेढ़ वर्ष के लिए उप्र को बिजली उधार दे दे, उसे बाद में वापस कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि केंद्र सरकार द्वारा कोयला समय से उपलब्ध कराया जाए, तो विद्युत उत्पादन में और वृद्धि होगी। प्रदेश सरकार की मंशा है कि जनता को पूरी बिजली मिले। उन्होंने कहा, "हम गांवों में 18 घंटे और शहरों में 22 से 24 घंटे बिजली देना चाहते हैं। मांग को देखते हुए प्रदेश को 3000 हजार मेगावाट बिजली की जरूरत है।"
अखिलेश रविवार को स्वतंत्रता सेनानी एवं पूर्व विधायक स्व. गंजी प्रसाद की 17वीं पुण्यतिथि पर चंदौली जिले के मुगलसराय स्थित केंद्रीय विद्यालय परिसर में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले, यादव ने मुगलसराय चकिया तिराहे पर स्थापित स्व. गंजी प्रसाद की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि गंजी प्रसाद हमेशा गरीबों, किसानों, नौजवानों के विकास के प्रति सचेष्ट रहते थे। ऐसे व्यक्ति के विचारों और कार्यो से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए।
उन्होंने कहा, "वर्ष 2007 से गंजी बाबू की प्रतिमा ढकी रही। आज इस प्रतिमा पर माल्यार्पण करने का मुझे जो सौभाग्य प्राप्त हुआ है, वह अविस्मरणीय है।"मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में चंदौली के विकास के लिए मुगलसराय में तहसील, फल व सब्जी मंडी, मेडिकल कालेज आदि के संबंध में जो घोषणाएं की गई थीं, उन्हें हर हाल में पूरी की जाएंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन की जिम्मेदारी है। जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक कानून व्यवस्था में सुधार लाएं।