राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे के निधन पर मंगलवार को गहरा शोक प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि मुंडे के निधन से महाराष्ट्र और देश की जनता की भारी क्षति हुई है। मुखर्जी ने अपने शोक संदेश में कहा, "उनका (मुंडे) जाना महाराष्ट्र और देश की जनता की भारी क्षति है।" मुखर्जी ने कहा, "उनके निधन से हमने एक वरिष्ठ नेता खो दिया है, जिसने हमेशा आम आदमी के लिए काम किया।"
प्रधानमंत्री मोदी ने मुंडे के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें एक 'सच्चा जननेता'करार दिया। मोदी ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा, "एक प्रगतिशील नेता को मेरी ओर से श्रद्धांजलि, जिनके असमय निधन से हुई रिक्ति की भरपाई मुश्किल है।"मोदी ने एक अन्य ट्विट में लिखा, "गोपीनाथ मुंडे सच्चे जननेता थे। समाज के पिछड़े तबके से ताल्लुक रखने वाले मुंडे ने नई ऊंचाइयों को छुआ और लोगों की अथक सेवा की।"मोदी ने लिखा, "अपने मित्र एवं सहकर्मी गोपीनाथ मुंडे जी के निधन पर आहत एवं स्तब्ध हूं। उनका जाना सरकार तथा राष्ट्र दोनों के लिए बड़ी क्षति है।"
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री एवं राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (रालोसपा) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहाने शोक जताया है। कुशवाहा ने मुंडे के निधन पर शोक जताते कहा, "उनके निधन से देश को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। वह न केवल भाजपा बल्कि देश के कद्दावर नेता और कुशल प्रशासक थे। उनकी जगह को भर पाना असंभव है।" उन्होंने बताया कि मुंडे के साथ एक ही मंत्रालय में उन्हें कुछ दिन काम करने का मौका मिला, जिससे उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला। उधर, लालू प्रसाद यादव ने मुंडे के निधन को व्यक्तिगत क्षति बताया। उन्होंने कहा कि उन्होंने एक अच्छा मित्र खो दिया है, जो हमेशा गरीबों और पिछड़ों के लिए सोचता था।
आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक एवं दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवालने मंगलवार को केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक जताया। केजरीवाल ने इक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर एक ट्वीट में लिखा, "गोपीनाथ मुंडे के निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ। शोकसंतप्त परिवार के साथ मेरी पूरी सहानुभूति है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।"मुंडे मंगलवार सुबह अपनी रुति सुजूकी एसएक्स4 कार से इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के लिए निकले थे। दक्षिण दिल्ली में उनकी कार को एक अन्य कार ने टक्कर मार दी, जिसमें उनकी मौत हो गई।
केरल के मुख्यमंत्री ओमान चांडीने मंगलवार को केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे के निधन पर शोक जताया। मुंडे की मंगलवार सुबह दिल्ली में कार दुर्घटना में मौत हो गई। चांडी ने यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि मुंडे की आकस्मिक मौत का उन्हें गहरा दुख है। मुंडे अपनी मारुति सुजुकी एसएक्स4 में सवार होकर इंदिरा गांधी एयरपोर्ट जा रहे थे, जब एक अन्य कार ने उनकी कार को टक्कर मार दी। हादसा दक्षिणी दिल्ली में हुआ।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाणने मंगलवार को कहा कि मुंडे एक सशक्त और जमीन से जुड़े नेता थे। राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने के लिए उन्होंने निचले स्तर से संघर्ष किया। चव्हाण ने कहा, "वह बेहद नम्र इंसान थे और जनता के साथ हमेशा उन्होंने संपर्क बनाए रखा। कड़ी मेहनत से उन्होंने एक स्थानीय नेता होने से लेकर राज्य और राष्ट्रीय स्तर का नेता बनने तक का सफर तय किया।"
महाराष्ट्र के राज्यपाल के. शंकरनारायणने मंगलवार को कहा कि दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे एक चमत्कारिक नेता थे, जिनमें राज्य को नेतृत्व प्रदान करने और राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी जिम्मेदारी निभाने की योग्यता थी। शंकरनारायण ने शोक संदेश में कहा, "संगठन के नेता मुंडे ने अपनी कड़ी मेहनत से लोगों में विशेषकर गरीब जनता एवं दलितों के बीच खुद को स्थापित किया था। एक साथ कई जिम्मेदारियां निभाने के बावजूद मुंडे हमेशा जमीनी स्तर पर जनता के संपर्क में रहे। वह वास्तव में एक लोकनायक थे।"
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहानने केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि देश ने एक कुशल प्रशासक खो दिया है। मुंडे का मंगलवार की सुबह दिल्ली में एक सड़क हादसे के बाद निधन हो गया। चौहान ने कहा कि मुंडे एक अच्छे राजनेता और कुशल प्रशासक थे, उनका निधन देश की क्षति है। चौहान मुंडे के निधन से बेहद आहत हैं। उन्होंने ईश्वर से मुंडे की आत्मा को शांति और उनके परिवार को यह आघात सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की।
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंहने मंगलवार को गोपीनाथ मुंडे की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह जमीन से जुड़े नेता थे और गरीब जनता एवं किसानों के हितैषी के रूप में जाने जाते थे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष एवं केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ ने ट्विटर पर लिखा, "गोपीनाथ मुंडे के निधन के समाचार से गहरे सदमे में हूं। वह जमीन से जुड़े नेता थे और गरीब जनता एवं किसानों के हितैषी थे।"उन्होंने आगे लिखा, "मुंडे जी का निधन भाजपा के लिए एक अपूर्णीय क्षति है और उनके जाने से महाराष्ट्र की राजनीति और सामाजिक जीवन में बड़ा खालीपन आ गया है।"