प्रिन्टेड जनसुनवाई आवेदन आवेदकों को निःशुल्क प्रदाय किए जायेंगे
कलेक्टर श्री एम0बी0ओझा के मार्गदर्शन में जनसुनवाई कार्यक्रम को और अधिक कारगर एवं सहज बनाए जाने के उद्धेश्य से आॅन लाइन के उपरांत अब आवेदकों के लिए आवेदन पत्र प्रिन्टेड निःशुल्क हर मंगलवार को जन सुनवाई कार्यक्रम के माध्यम से आवेदन प्रस्तुत करने वाले आवेदकों को मुहैया कराए जायेंगे। कलेक्टर श्री ओझा ने बताया कि प्रिन्टेड प्रत्येक आवेदन पर आईडी क्रमांक भी अंकित की जायेगी साथ ही साथ आवेदनकर्ता ने पूर्व में आवेदन दिया है कि नही उसका भी उल्लेख किया जाएगा। प्रिन्टेड आवेदन में विभागों से संबंधित प्राप्त होने वाले विषय, आवेदक का नाम एवं पता और मोबाइल नम्बर, पटवारी हल्का, बीपीएल है की नही के अलावा समस्या का विवरण, पूर्व में दिए गए आवेदन का उल्लेख न्यायालय में विचाराधीन है कि नही की भी जानकारी प्रिन्टेड आवेदन में उल्लेखित की गई है। आवेदन में आवेदक के हस्ताक्षर के उपरांत कार्यवाही हेतु किसे अधिकृृत किया गया है, विभाग का नाम, अधिकारी का नाम और समय सीमा इत्यादि का समावेश किया गया है। आवेदन प्रक्रिया सम्पादित कराए जाने हेतु महाविद्यालयों के ऐसे विद्यार्थी जो निःशुल्क अपनी सेवाएं देना चाहते है वे आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक से सम्पर्क कर जानकारी प्राप्त कर सकते है। कलेक्टर श्री ओझा के द्वारा आज आहूत की गई जनसुनवाई कार्यक्रम में 251 आवेदकों ने अपने आवेदन प्रस्तुत किए जिनमें से मौके पर सात आवेदनों का निराकरण किया गया शेष आवेदन आवश्यक कार्यवाही हेतु आॅन लाइन दर्ज करने की कार्यवाही सम्पादित की गई है। संबंधित विभागों के अधिकारियों को कलेक्टर द्वारा निर्देश दिए गए है कि आवेदनों का निराकरण समय सीमा में करते हुए की गई कार्यवाही आॅन लाइन दर्ज की जाए ताकि आवेदकगण अपने आवेदन पर हुई कार्यवाही से आॅन लाइन अवगत हो सकेें। कलेक्टर न्यायालय कक्ष में सम्पन्न हुई जनसुनवाई कार्यक्रम में अपर कलेक्टर डाॅ0के0डी0त्रिपाठी, नगर तथा ग्राम निवेश के सहायक संचालक श्री आर0सी0सेन, आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक श्री विवेक पांडे, जिला आपूर्ति अधिकारी श्री एम0के0श्रीवास्तव के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी तथा अधीक्षक श्री खेमचंद अहिरवार मौजूद थे।
प्रेरक हेतु मिस्ड काल देकर पंजीयन कराएं
‘‘स्कूल चले अभियान’’ को जन आंदोलन का स्वरूप देने के उद्धेश्य से प्रेरकों का पंजीयन किया जा रहा है इसके लिए मापदण्ड की पात्रता रखने वाले टेलीफोन नम्बर 0755-2570000 पर मिस्ड काॅल देकर अपना पंजीयन करा सकता है। प्रेरक के लिए पंजीयन हेतु अंतिम तिथि 10 जून नियत की गई है। जिला शिक्षा अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया है कि पंजीयन होने के उपरंात हरेक प्रेरक को एक किट प्रदाय की जायेगी साथ ही पंजीकृृत प्रेरकों के लिए प्रशिक्षण 10 से 15 जून के बीच आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा कोई भी व्यक्ति जिला शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयक, खण्ड शिक्षा अधिकारी, खण्ड परियोजना समन्वयक के कार्यालय में जाकर प्रेरक के रूप में कार्य सम्पादित कराएं जाने हेतु अपना पंजीयन करा सकते है।
प्रेरक हेतु मापदण्ड
व्यक्तिगत रूप से प्रेरक, संस्थागत रूप से प्रेरक जैसे एनजीओ और अन्य संस्थाएं जो इस प्रकार के कार्यो के लिए अधिकृृत है। कार्पोरेट सोशल रिस्पान्सिविलिटी के तहत औद्योगिक प्रतिष्ठान के अलावा मीडिया के कार्यकर्ता प्रेरक बन सकते है।
मुख्यमंत्री घोषणाओं की अद्यतन जानकारियां गुरूवार तक जमा कराएं
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान के द्वारा विदिशा जिले के विकास कार्यो की समीक्षा बैठक शीघ्र ही आहूत की जायेगी कि जानकारी देते हुए कलेक्टर श्री एम0बी0ओझा ने बताया है कि मुख्यमंत्री ने जिले के प्रवास के दौरान की गई घोषणाओं के क्रियान्वयन की अद्यतन स्थिति संबंधी जानकारियां पांच जून तक जिला पंचायत को हार्ड काॅपी, ईमेल पर उपलब्ध कराने के निर्देश कलेक्टर श्री एम0बी0ओझा द्वारा संबंधितों विभागों के अधिकारियों को दिए है।
मलेरिया निरोधक माह जून में जनजागृृति कार्यक्रमों का आयोजन
मलेरिया, डेंगू, चिकिनगुनिया जैसी घातक बीमारियों से जन-जन को अवगत कराते हुए उनके बचाव के उपाय तथा पीडि़त मरीजो को शासकीय अस्पतालों में निःशुल्क दवाईयां मुहैया कराई जा रही है का व्यापक प्रचार-प्रसार करने हेतु शासन द्वारा जून माह को मलेरिया निरोधक के रूप मंे मनाएं जाने के निर्देश जारी किए गए है। इस बावत जिले में कार्ययोजना तैयार कर अनेक कार्यक्रम शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में एक साथ मासांत तक आयोजित किए जायेंगे जिसमें मलेरिया रोग निदान शिविर, प्रदर्शनी, प्रचार रथ के माध्यम के अलावा ग्राम पंचायतों में होने वाली बैठकों में साथ ही साथ ग्रामीणी स्वास्थ्य अमले के माध्यम से मलेरिया के प्रति जनजागृृति कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। प्रचार रथ के माध्यम से जागरूकता संबंधी कार्यो के सम्पादन के साथ-साथ पीडित मरीजों की रक्त पट््टी का सग्रंह कार्य भी किया जाएगा। भ्रमण के दौरान आमजनों को डेंगू एवं चिकिनगुनिया की बीमारी से बचाव एवं बीमारी से ग्रस्त रोगियों के उपचार के संबंध में जानकारी दी जायेगी।
श्रीराम जानकी लक्ष्मणजी प्राण प्रतिष्ठा संपन्न, श्री विष्णु महायज्ञ का भी हुआ मंगल समापन
विदिषा-03 जून 2014/विदिशा से मात्र 9 कि.मी. दूर अवस्थित रायसेन जिले के ग्राम सनखेड़ी स्थित श्री सीताराम मंदिर में श्रीराम जानकी लक्ष्मणजी की प्राण-प्रतिष्ठा सहित पंच-कुण्डात्मक श्री विष्णु महायज्ञ का विधिवत दिव्य-भव्य समापन हुआ। समापन दिवस की पूर्व संध्या में विदिशा की जानी-मानी नन्ही भजन गायिका कु. सौम्या शर्मा ने अपने मधुर भजनों की मार्मिक प्रस्तुति से श्रोताओं को अभिभूत और मंत्र मुग्ध कर दिया। यह यज्ञ श्री दक्षिण काली मंदिर नीलधारा हरिद्वार उत्तराखण्ड तथा श्री पंच अग्नि अखाड़ा केन्द्र काशी उ.प्र. के महामण्डलेश्वर आचार्य कैलाशचन्द्र ब्रह्मचारीजी महाराज के मार्गदर्शन में काक्षी के ही सर्वेशानंद ब्रह्मचारीजी महाराज यज्ञकर्ता ने संपन्न कराया। काशी तथा हरिद्वार में प्रतिष्ठित यज्ञाचार्य पं. पवन मिश्र शास्त्रीजी ने महायज्ञ में यज्ञाचार्य की भूमिका का निर्वहन किया। विदिशा के प्रख्यात भागवताचार्य पं. पीलेश शास्त्री ने समूची यज्ञावधि में प्रतिदिन श्रीमद् भागवत कथा का वाचन किया। सनखेड़ी के श्रीराम मंदिर के पुजारी पं. कोमल प्रसाद तथा ज्योतिषाचार्य पं. गयाप्रसाद नायक ने इस विराट अनुष्ठान को सफल बनाने में सतत सक्रिय सहयोग किया। यज्ञ संचालक का दायित्व श्री पंच दश नाम जूना अखाड़ा केन्द्र काशी के ग्राम मानपुर आश्रम जिला रायसेन निवासी महंत रविपुरी, ललितपुर के पंडित मुरारीलाल विधुआ ने निभाया।इस विशाल आध्यात्मिक आयोजन में सनखेड़ी के साथ महुआखेड़ा, देवलखेड़ा, हिम्मतगढ़, झिरनियां, विशनखेड़ा, कृष्णाखेड़ा, आलमखेड़ा, वैजाखेड़ा, मेहगाँव, धनियाँखेड़ी, सालेरा, चाँदना, मोनियांखेड़ी, कतारिया, परवरिया, कोटरा, मुंगावली, गिरवर, आमा, रासयेन, सुण्ड, पथरई, धोवाखेड़ी, मर्दानपुर, सोंठिया, बिजोली, खण्डेरा, डाबर, विशनखेड़ी, खेजड़ा, कांठ, सेमरा, नरवर, टिकोदा, सेमरा, अरवरिया, वेरखेड़ी, खामखेड़ा, गंगरबाड़ा, लोथाखेड़ी, बल्लाखेड़ी, देहलाखेड़ी, काछीखेड़ा, सुगनाखेड़ी, बेरखेड़ी, सरचम्पा, बर्रो, सलैया, करैया, वामनखेड़ा, दोहा मेंगरा, कागपुर तथा विदिशा ग्रामों के ग्रामवासियों ने तन-मन-धन, मनसा-वाचा-कर्मणा हर संभव सहयोग किया। समापन अवसर पर प्रसादी वितरण के साथ भण्डारा भी हुआ।