महाराष्ट्र में आम आदमी पार्टी (आप) को गुरुवार को चुनाव बाद का सबसे तगड़ा झटका तब लगा जब पार्टी की वरिष्ठ सदस्य और प्रदेश संयोजक अंजलि दमानिया और प्रदेश की सचिव प्रीती शर्मा-मेनन ने पार्टी छोड़ने की घोषणा कर दी।
अंजलि ने आप पदाधिकारियों को लिखे अपने इस्तीफे में कहा है, "मैं भारी मन से आप से अलग हो रही हूं। अरविंद केजरीवाल के प्रति मेरे मन में बहुत सम्मान है। वह मेरे बड़े भाई की तरह हैं। मैं सभी से बस यही अनुरोध करना चाहती हूं कि मेरे पार्टी छोड़ने के फैसले में किसी तरह की साजिश को न देखें।"
आप की महाराष्ट्र संजोयक अंजलि ने कहा कि उन्होंने अपने मूल्यों से कभी समझौता नहीं किया है और न ही आगे कभी ऐसा करेंगी। उन्होंने मीडिया से भी अपनी निजता बनाए रखने का अनुरोध किया और आप को शुभकामनाएं दीं।इस मसले पर उनसे संपर्क की लगातार कोशिश बेनतीजा रही, क्योंकि उनका फोन बंद मिलता रहा।
उच्चस्तर पर भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चलाने वाली अंजलि ने कहा है कि आप के लिए करने को अब उनके पास कुछ भी नहीं है और उन्होंने पार्टी को शुभकामनाएं दी हैं। मुंबई में आप नेता मयंक गांधी के दफ्तर ने अंजलि के इस्तीफे की पुष्टि की, लेकिन इस मामले में कोई टिप्पणी करने से इनकार किया।
गौरतलब है कि वर्ष 2014 के आम चुनाव में आप ने महाराष्ट्र में 48 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे, लेकिन पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई। अंजलि, मयंक, मेधा पाटकर तथा विजय पंढारे सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता चुनाव हार गए।