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उत्तराखंड की विस्तृत खबर (05 जून)

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राज्यपाल ने समस्याओं के समाधान के दिये निर्देश

नैनीताल, 5 जून(निस)। नैनीताल शहर की स्वच्छता व अन्य सामान्य व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरस्त करने की दृष्टि से आज राज्यपाल ने राजभवन में जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता तथा नगरपालिका नैनीताल के चैयरमैन श्री श्याम नारायण के साथ बैठक कर शहर के सफाई कर्मियों, रिक्शा चालकों तथा घोड़ा चालकों की समस्याओं के संदर्भ में विचार-विमर्श किया। राज्यपाल ने निर्देशित किया कि शहर में कार्यरत सफाई कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण करते हुए अपेक्षित अतिरिक्त सफाई कर्मियों की तैनाती करने की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही राज्यपाल द्वारा रिक्शा चालकों द्वारा किराया भाड़ा बढ़ाये जाने की मांग पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर आवश्यक कदम उठाने तथा घोड़ा चालकों की समस्याओं का समाधान करने के  निर्देश जिलाधिकारी व नगरपालिका अध्यक्ष को दिए गए। राज्यपाल से आज कई संगठनों के प्रतिनिधियों व जनसामान्य ने विभिन्न विषयों पर भेंट की। एच.एम.टी कामगार संघ रानीबाग के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें अपनी समस्याओं से संबंधित ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में एच.एम.टी घड़ी कारखाने में कार्यरत कर्मियों को लम्बे समय से वेतन भुगतान न होने तथा कारखाने में बिजली, पानी की समस्याओं का उल्लेख करते हुए समस्या-समाधान का अनुरोध किया गया है। मुलाकातों के क्रम में कुयायूँ वि.वि.शिक्षक संघ (कूटा) के 10 प्रतिनिधियों ने प्रो.ललित तिवारी के नेतृत्व में राजभवन पहुँचकर राज्यपाल को नौ सूत्रीय ज्ञापन सौंपा जिसमें वि.वि के प्राध्यापकों से संबंधित समस्याओं का उल्लेख कर उनके निदान हेतु आवश्यक व्यवस्था बनाने का अनुरोध किया गया है। इसके अतिरिक्त से.नि हाईकोर्ट न्यायधीश, न्यायमूर्ति बी.एस.वर्मा, पूर्व विधायक श्री नारायण पाल, कु.वि.वि के कुलपति प्रो.एच.एस.धामी ने भी आज राज्यपाल से मुलाकात की। 

संस्कृतभारती का दस दिवसीय संस्कृत सम्भाशण वर्ग शुरू। 

देहरादून, 5जून(निस)। सुमननगर स्थित गोवर्धन सरस्वती विद्यामन्दिर इण्टर काॅलेज में संस्कृतभारती उत्तराखण्ड द्वारा आयोजित दस दिवसीय संस्कृत सम्भाषण प्रशिक्षण वर्ग गुरूवार से प्रारम्भ हो गया। संस्कृत भाषा को व्यवहार भाषा बनाये जाने के उद्देश्य से आयोजित प्रशिक्षण वर्ग के उद्घाटन समारोह में कार्यक्रम अध्यक्ष शिक्षाविद् अशोक सक्सेना मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश महामन्त्री (संगठन) संजय कुमार, एवं विशिष्ट अतिथि भाजपा महानगर अध्यक्ष नीलम सहगल ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। आगामी 14 जून तक चलने वाले संस्कृत सम्भाषण प्रशिक्षण वर्ग में प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को संस्कृत में बातचीत करने के साथ ही विभिन्न भाषा-कौशलों में भी निपुण बनाया जाएगा। इसके लिए संस्कृतभारती द्वारा विशिष्ट भाषा शिक्षण विधि पर आधारित वैज्ञानिक पाठ्यक्रम की रचना की गई है। इसमें भाषा कौशल पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। 

वक्ताओं ने गिनाई संस्कृत की विषेशताएं । कहा देष को जोडने वाली भाशा है संस्कृत। 
मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश महामन्त्री (संगठन) संजय कुमार ने संस्कृत भाषा के प्राचीन वैभव एवं उसकी वर्तमान प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत की प्राचीन  संस्कृति एवं परम्परा की वाहिका संस्कृत भाषा ही है। विशाल ज्ञान राशि वेद, पुराण, उपनिषद आदि के माध्यम से संस्कृत ने सम्पूर्ण विश्व को संस्कृति सभ्यता एवं सदाचरण की शिक्षा प्रदान की। उन्होने कहा कि अनेक वैज्ञानिक आविष्कार भारत के प्राचीन ऋषियों ने ही किये थे। जिन्हे आगे  चलकर अलग - अलग अन्य आविष्कारकों ने अपने नाम से प्रसिद्धी प्राप्त की । उन्होने यह भी कहा कि भारत को कश्मीर से लेकर कन्या कुमारी तक एक भाषा के रूप में जोडने वाली मात्र संस्कृत ही है। क्योंकि संस्कृत का पूरे भारत में आदर और सम्मान है, अन्य क्षेत्रीय भाषाओं को मात्र क्षेत्र विशेष के लोग ही जानते हैं किन्तु संस्कृत को भारत के सभी प्रदेशों के लोग न केवल मानते हैं अपितु अपने दैनिक  दिनचर्या में प्रयोग भी करते हैं। अतः संस्कृत भारत की सांस्कृतिक भाषा होने के साथ ही भारत की लोकव्यवहार की भाषा भी है। उन्होने आशा व्यक्त की कि भारत के सभी लोग संस्कृत को अपने लोकव्यवहार में अवश्य प्रयोग करेंगे।  संस्कृतभारती के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. बुद्धदेवशर्मा ने कहा कि संस्कृतभारती संस्कृत भाषा के  पुनरुज्जीवन के लिए निरन्तर प्रयास कर रही है। संस्कृत भाषा को जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से संस्कृतभारती सम्पूर्ण भारत एवं विश्व के विभिन्न भागों में संस्कृत सम्भाषण शिविरों के माध्यम से संस्कृत के प्रचार प्रसार के लिए कार्य कर रही है। उन्होने कहा कि  संस्कृत अत्यन्त विकसित एवं वैज्ञानिक भाषा है। प्राचीन समय में संस्कृत ज्ञान, विज्ञान, कला संस्कृति एवं मनोरंजन का माध्यम होने के साथ ही लोकव्यवहार की भाषा भी थी अतः संस्कृत को पुनः वही स्थान दिलाने के लिए संस्कृतभारती प्रयत्न कर रही है।इस इवसर पर डाॅ अशोक सक्सेना, नीलम सहगल एवं वर्गाधिकारी सुनीता मित्तल ने भी संबोधन किया।  
   
प्रदेष भर से आये 120 प्रतिभागियों को 35 विषेशज्ञ षिक्षक देंगे प्रषिक्षण।
संस्कृतभारती के प्रशिक्षण वर्ग में देहरादून, हरिद्वार, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, उधमसिंहनगर, अल्मोडा, बोगश्वर एवं पिथौरागढ से 120 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। विभिन्न व्यवसाय एवं  अध्ययन अध्यापन से जुड़े प्रतिभागी संस्कृत को सीखने की ललक से वर्ग में भाग ले रहे हैं। इनके प्रशिक्षण के लिए संस्कृतभारती के 25 से अधिक भाषा विशेषज्ञ शिक्षक अपना योगदान दे रहे हैं। 

संस्कृत सीखने को युवाओं में भारी उत्साह। 
12वीं कक्षा में पढने वाले छात्र-छात्राओं से लेकर पीएचडी, शिक्षक, डाक्टर, अभियन्ता व्यवसायी एवं गृहणियां भी इस वर्ग में भाग ले रही हैं, किन्तु युवा वर्ग में संस्कृत के प्रति सबसे अधिक उत्साह है। वर्ग में 80 प्रतिशत युवक युवतियां प्रतिभाग कर रहे हैं । 

इन्जीनियरिंग के छात्र भी संस्कृत सीखने को उत्सुक। 
वर्ग में न केवल पारम्परिक स्कूल काॅलेजों के छात्र अपितु इन्जीनियरिंग एवं अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत छात्र भी संस्कृत सीख रहे हैं। डीआटी देहरादून आई.टी. का छात्र अभिनव नेगी धाराप्रवाह संस्कृत बोलना चाहता है वहीं पोलिटेक्निक नरेन्द्रनगर का छात्र नवल पाण्डे भी संस्कृत सीखने के लिए वर्ग में भाग ले रहा है। पुरुकुल स्थित  प्रसिद्ध इंगलिश मीडियम पब्लिक स्कूल की छात्राएं संस्कृत को एक अतिरिक्त स्किल के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से संस्कृत सीखने आयी हैं। काॅलेज पढ रही की युवतियां और घर परिवार को चला रही गृहणियां भी संस्कृत सीखने की ललक से वर्ग में भाग ले रही हैं। संस्कृत भाषा को जहां नयी सम्भावना के रूप में देखा जा रहा है वहीं यह भारतीय जनमानस के लिए श्रद्धा का विषय भी है। 

विकास कार्यों व प्रशासनिक व्यवस्थाओं से हुए रूबरू, अफगानिस्तान शिष्टमंडल ने की डीएम से मुलाकात

देहरादून, 5 जून(निस)। विदेश मंत्रालय भारत सर कार द्वारा आयोजित भारतीय लोक प्रशासन संस्थान तथा अफगान प्रोविजनल प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत भारत भ्रमण पर अफगानिस्तान से आये 22 सदस्य शिष्टमण्डल द्वारा आज कलैक्ट्रैट सभागार देहरादून में जिलाधिकारी डाॅ बीवीआरसी पुरूषोतम से शिष्टाचार भेंट कर शासन एंव प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे विकास कार्यो एंव प्रशासन की व्यवस्थाओं एंव नीतियों के बारे में रूबरू हुए। यह दल 26 मई से 6 जून 2014 तक भारत भ्रमण पर है जो विशिष्ट कार्यक्रम के तहत प्रशासन के मुदों और समाधान एंव अनुभव के बारे में जानकारी साझा कर रहे है। प्रतिनिधिमण्डल के सदस्यों द्वारा जिलाधिकारी के माध्यम से लोक प्रशासन के ढांचे और संस्था सुशासन के तत्वों मानक, सेवा वितरण में गुणवत्ता, स्थानीय प्रशासन में लोगों की भागीदारी, विकास परियोजनाओं और प्रबन्धन एंव उसके क्रियान्वयन के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं  एंव आपदा प्रबन्धन के लिए किये जा रहे व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गई। जिलाधिकारी ने शिष्टमण्डल को अवगत कराया है कि जिलास्तर पर मुख्य पद जिलाधिकारी का है जिसके माध्यम से सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनओं के जनपद स्तर पर क्रियान्वयन करना तथा आम जनता की समस्याओं का निराकरण करना है इसके अलावा मुख्य विकास अधिकारी तैनात किये गये है जिनकी जिम्मेदारी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं क्रियान्वयन एंव ग्राम स्तर तक संचालित करने हेतु कार्य करना है। तथा लोक प्रशासन के ढांचे को मजबूत करने के लिए तहसील स्तर पर उप जिलाधिकारियों एंव तहसीलदारों की तैनाती है। जिसके लिए लोंगों में स्थानीय प्रशासन की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए उनकी समस्याओं के समाधान के लिए ग्राम स्तर पर लेखपाल तैनात किये गये है। तथा विकासखण्ड मुख्यालयों में खण्ड विकास अधिकारी तैनात है तथा ग्राम स्तर  ग्रामविकास अधिकारी तैनात है जो ग्रामीण स्तर संचालित योजनाओं का क्रियान्वयन करना तथा ग्रामीणों की समस्याओं के निराकरण हेतु कार्य करना है। अफगानिस्तान से आये प्रतिनिधिमण्डल द्वारा अवगत कराया गया है कि भारत एंव अफगानिस्तान में कराये जा रहे विकास कार्यों के लिए नीतिया मिलती जुलती है। उन्होने उम्मीद की है कि  जल्द ही भारत एंव अफगानिस्तान के अधिकारी एक दूसरे यहां जाकर विकास कार्ये एंव प्रशासनिक व्यवस्थाओं से रूबरू होते हुए दोनो देशों के आपसी सम्बन्धों तथा विकास योजनाओं समझने तथा उनकों सही तरह से क्रियान्वित करने व मजबूती देने में अपना  योगदान देंगे। शिष्टमण्डल द्वारा जिलाधिकारी को कुशल प्रशासक बताते हुए उनकी प्रशंसा करते हुए उन्हे प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

गरीबी प्रदूषण सबसे बड़ा प्रदूषण: रावत

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देहरादून, 5जून(निस)। गरीबी प्रदूषण सबसे बड़ा प्रदूषण है। गरीबी प्रदूषण को हटाए बिना गंगा प्रदूषण दूर नहीं किया जा सकता। यह बात मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हरिद्वार जनपद के हरिसेवा आश्रम ट्रस्ट में आयोजित संत सम्मेलन के दौरान बतौर मुख्य अतिथि कही। उन्होंने कहा कि गरीबी अभिशाप है तथा यह सभी समस्याओं की जड़ है।  उन्होंने गरीबी मुक्त भारत की कामना करते हुए गंगा जैसी पवित्र नदियों को प्रदूषण मुक्त करने का प्रयास करने को कहा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने पर्वतीय क्षेत्र में जल संग्रहण क्षमता वृद्धि विकसित करने की अपील की। इस आधार पर गंगा को स्वच्छ व निर्मल किया जा सकता है। चार धाम यात्रा पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यथासम्भव हर प्रकार की सुविधा यात्रा मार्ग पर संसाधन सीमित होते हुए भी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ में अटूट श्रद्धा-आस्था के चलते 76 वर्ष के वृद्ध भी दर्शन करने आ रहे हैं। कर्नाटक-केरल के श्रद्धालुओं को अटूट श्रद्धा उन्हें यहां खींच लाती है। उन्होंने राजसत्ता व धर्मसत्ता के समन्वय से गंगा रक्षा का संकल्प लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सनातन धर्म की उदारता व गंगा की पवित्र परम्परा लोकतंत्र को उदार बनाएगी। सनातन धर्म व गंगा की पवित्रता का सहारा लेकर हम विश्व गुरु बन सकते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता महंत दुर्गादास जी ने की। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक मदन कौशिक, कुलपति उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय महावीर अग्रवाल, स्वामी सत्यमित्रानंद, हरिचेतनानंद, हठयोगी, संजय महंत, विष्णुदत्त राकेश, रवीन्द्र पुरी, सतपाल ब्रह्मचारी, ब्रह्मास्वरूप ब्रह्मचारी इत्यादि महानुभाव उपस्थित थे।

परमार्थ में संकल्प दिवस के रूप में मना विष्व पर्यावरण दिवस

देहरादून/ऋषिकेश , 5जून(निस)। परमार्थ निकेतन में विश्व पर्यावरण दिवस आज संकल्प दिवस के रूप में मनाया गया। परमार्थ गंगातट पर सात दिनों से चल रही श्रीमद्भागवत कथा का अन्तिम दिन भी पूरी तरह से पर्यावरण संरक्षण एवं अन्तरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस को समर्पित रहा। देश-विदेश से आए गंगा-प्रेमियों और पर्यावरण-प्रेमियों ने आज पर्यावरण की रक्षा के लिए वैयक्तिक प्रयासों से लेकर सामूहिक प्रयास करने के संकल्प लिये। इस अवसर पर परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष एवं गंगा एक्शन परिवार के प्रणेता श्री स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि आज जरूरत है कि हम ‘जैविक’ शब्द को अपने जीवन का अभिन्न अंग बना लें। नहीं गलने वाला कूड़ा विश्व पर्यावरण के लिए कितनी बड़ी समस्या बन चुका है, यह आज सभी के समझ में आने लगा है। उधर औद्योगिक कचरा और मल-मूत्र गंगा सहित पवित्र नदियों में भारी मात्रा में मिलने से जल प्रदूषण की विकराल समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है। सांस लेने लायक हवा और पीने लायक पानी अपने लिए तथा भावी पीढि़यों के लिए बनाये एवं बचाए रखने के लिए उन्होंने हर-सम्भव प्रयत्न करने का आह्वान देशवासियोे से किया। उधर परमार्थ गंगातट पर सात दिनों से चल रहे श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ महोत्सव का आज विधिवत समापन हो गया। समापन सत्र की कथा में बोलते हुए कर्म की महत्ता पर विस्तार से प्रकाश डाला और कहा कि काम को राम से मिला देने पर प्रभु श्रीराम सहज ही मिल जाते हैं। उन्होंने शाकाहार की महत्ता, वृक्षों की महत्ता, आर्थिक शुचिता, संकल्प की शक्ति, गौ-संवर्द्धन, विद्या विस्तार आदि विषयों को पौराणिक आख्यानों के साथ समझाया तथा अपनी-अपनी प्रवृत्ति के अनुसार निजहित से लेकर लोकहित तक के लिए इन्हें जीवन में अंगीकार करने की अपील की। आज प्रदेश के अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा भी परमार्थ निकेतन पहुँचे और उन्होंने स्वामी चिदानन्द सरस्वती से प्रदेश हित के विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।

जलवायु परिवर्तन को रोकना जरूरी: अग्रवाल

देहरादून, 5जून(निस)। जलवायु परिवर्तन समय की चुनौती है इस चुनौती को स्वीकारते हुये हमें इस परिवर्तन को रोकना होगा। यह विचार विश्व व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अल्मोेड़ा के एक होटल से पर्यावरण जागरूकता रैली का शुभारंभ करने के बाद व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि हमें मिलकर वन एवं वन्य जीव, पर्यावरण, जल संरक्षण की मुहिम को आगे बढ़ाना होगा। मा0 मंत्री ने कहा कि आज विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रकृति को सजाने व सवारने का संकल्प लेना होगा। उन्होंने कहा कि वन प्रकृति, मानव के लिए एक ऐसी जीवन दायनी धरोहर हैै, जो स्वदेशी एवं विदेशीय पर्यटकों को इस पर्वतीय भू-भाग में आने के लिये प्राचीन काल से आकर्षित करती रही है। भारतीय संस्कृति, सभ्यता का पेड़-पौधों  से गहरा रिश्ता रहा है। हमारे यहां एक पेड़ को दस पुत्रों के बराबर का दर्जा दिया गया है। उन्होंने कहा कि वनों में लगी आग प्रकृति को इतना नुकसान पहुंचाती है कि जिसकी भरपाई हम 100 वर्षो में नहीं कर सकते हैं। हमारे प्रदेश के 70 प्रतिशत भू भाग में वन क्षेत्र हैं। इस पर्वतीय क्षेत्र के सौन्दर्य को संजोये रखने के लिये प्रत्येक व्यक्ति को संकल्प लेना होगा, तभी हम पर्यावरण को संरक्षित रखने में कामियाब हो पायेंगे। उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अल्मोड़ा जनपद के विभिन्न पर्यटक स्थलों में इको टूरिज्म सर्किल खोलने की घोषणा करते हुए कहा कि 2 माह के भीतर इस क्षेत्र में जरूरी व्यवस्था प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही है इस सम्बन्ध में उन्होंने  जनपद के जिलाधिकारी व वन विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस सर्किल में विनसर अभ्यारण, सिमतोला इको पार्क, जागेश्वर, हर्बल पार्क, मीनि चिडि़याघर , गणनाथ मंदिर सहित जनपद अल्मोड़ा के अन्य क्षेत्रों को इको टूरिज्म से जोड़ा जायेगा। इससे जहां एक ओर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, वही दूसरी ओर वनों व वन्य जीवों के प्रति हमारा लगाव बढ़ेगा। उन्होंने जनपद अल्मोड़ा सहित प्रदेश के सभी पर्वतीय भू-भाग में रहने वाली जनता से यह भी अपील की है कि वन सम्पदा एवं वन्य जीवों के संरक्षण हेतु अपना सहयोग प्रदान करें, तभी पर्वतीय भू-भाग सहित उत्तराखण्ड के मैदानी क्षेत्रों को भी स्वच्छ हवा, प्राकृतिक सौन्दर्य का अविश्वर्णीय सौगात का फायदा मिल पायेगा, साथ ही पर्वतीय क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इको टूरिज्म सर्किल को प्रदेश सरकार द्वारा इसलिये बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि यहां के शिक्षित लोगों का पलायन रोका जा सके।  इस अवसर पर संसदीय सचिव मनोज तिवारी, राजेन्द्र बाराकोटी, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, बिट्टू कर्नाटक, जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन, प्रभागीय वनाधिकारी प्रेम कुमार, प्रकाश भट्ट, एवं अन्य वनाधिकारी उपस्थित थे।

राशन कार्डो में धांधली को लेकर प्रदर्शन, भाजपा ने किया जिलापूर्ति कार्यालय पर प्रदर्शन

देहरादून, 5जून(निस)। खाद्य सुरक्षा योजना के तहत बनाए गए नए राशन कार्डो में धांधली को लेकर हाथी बडकला के लोगों ने भाजपा पार्षद के नेतृत्व में जिलापूर्ति अधिकारी को ज्ञापन देकर जांच की मांग की है। हाथी बडकला वार्ड चार के भाजपा पार्षद भूपेन्द्र सिंह कठैत ने डीएसओ को ज्ञापन देकर अवगत कराया कि नए राशन कार्डो को लेकर क्षेत्रों में कई धांधलियों की शिकायत आ रही है। कहीं कहीं तो कार्ड कंट्रोल में पडे हुए है व कई नए बनने वाले कार्ड विभाग के दफतर तक ही नही पहंुच पाए है। आंगनबाडी केन्द्रों में ही धूल फांक रहे है। उन्हांेने कहा कि डीएसओ कार्यालय में बताया जाता है कि नए कार्ड अभीतक नही आए है। जबकि कई क्षेत्रों मंे दबाव में कार्ड बनाए जा रहे है। जिसमें पात्र लोगों के कार्ड नही बन पा रहे है। उन्होंने जिलापूर्ति अधिकारी से मांग की है कि राशन कार्डो की स्थिति के बारे में समय-समय पर जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया जाए। जिससे वे जनता के सामने पूरी स्थिति रख सके और उन्हे होने वाली परेशानियों से निजात दिला सके। ज्ञापन देने वालों में जीवन सिंह,रानी कौर,महिपाल धीमान,नंदनी शर्मा,सविता ओबराय,वर्षा बड़ोनी,शारदा गुप्ता,सरोज पंवार,दयाजोशी,अमिता देवी,संतोख सिंह नागपाल आदि शामिल थे। वहीं दूसरी ओर खाद्य सुरक्षा योजना के राशन कार्ड वितरण में हो रही लापरवाही और उनके निरस्तीकरण के विरोध में ब्रहमपुरी क्षेत्र के भाजपा पार्षद ने क्षेत्रवासियों के साथ गुरूवार को जिलापूर्ति कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इस दौरान डीएसओं को ज्ञापन देकर उन्होंने कार्यवाही की मांग की। वार्ड-44 ब्रहमपुरी क्षेत्र के भाजपा पार्षद सतीष कश्यप के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने डीएसओ कार्यालय पर प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि विभाग द्वारा खाद्य सुरक्षा योजना के कार्डो का वितरण कराया जा रहा है। जिसमें बहुत ज्यादा लापरवाही बरते जाने की शिकायते मिल रही है। साथ ही कुछ अधिकारियांे द्वारा 6 माह तक चली जांच के बाद बने राशन कार्डो को निरस्त किया जा रहा है। कारण पूछने पर अधिकारी पुराने राशन कार्ड का न होना और फार्म में आईडी न जमा कराना बता रहे है। जबकि राशन कार्ड बनते समय पूरी तरह से जांच की गयी और पात्र पाए जाने पर ही नया राशन कार्ड बनाया गया। लेकिन जब नए राशन कार्ड बनकर आ गए तो क्षेत्रीय निरीक्षक द्वारा लोगों से दोबारा पहचान पत्र और पुराना राशन कार्ड दिखाने को कहा जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि लोग लंबे समय से इन राशन कार्डो का इंतजार कर रहे थे और अब उन्हे इनसे वंचित किया जा रहा है। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही किया जाएगा। उन्होंने दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग करते हुए आन्दोलन की चेतावनी भी दी है। प्रदर्शन करने वालों में कौशलेन्दर सिंह,सागर यादव,सीएम पोखरियाल,संजीव सिंघल,शरीफ अहमद,विनय आशीष आदि शामिल थे।

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