दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके के निवासी और कांग्रेस विधायक जयकिशन ने बुधवार को मौजूदा बिजली संकट पर प्रदर्शन किया, वहीं आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल ने नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार पर बिजली कंपनियों का बचाव करने का आरोप लगाया। इस इलाके के निवासी प्रतिदिन 10-12 घंटे की बिजली कटौती का सामना कर रहे हैं। इलाके के एक निवासी ने कहा, "हमने कभी भी इतने लंबे समय तक बिजली कटौती नहीं देखी, जो कि 10-12 घंटे तक कट रही है, जिससे पानी की आपूर्ति भी प्रभावित हो रही है। हमारे बच्चे उनकी परीक्षा की तैयारी करने में सक्षम नहीं हैं।" सुल्तानपुर माज्रा से विधायक जयकिशन बुधवार को अनशन पर बैठ गए।
जयकिशन ने बताया, "हम बिजली की गंभीर कटौती का सामना कर रहे हैं, इसलिए मैंने धरने पर बैठने का निश्चिय किया। मैं पार्टी के अन्य नेताओं के साथ मुलाकात के बाद अपने अगले कदम पर फैसला करूंगा।"इस बीच, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर बिजली संकट पर मुलाकात के लिए समय मांगा है। बिजली कंपनियों पर ठीक ढंग से काम न करने का आरोप लगाते हुए केजरीवाल ने पत्र में लिखा, "हालांकि, ऐसा लग रहा है कि सरकार कंपनियों की जवाबदेही तय करने से बच रही है और वहीं ऐसा लग रहा है कि सरकार इन कंपनियों का बचाव करने की कोशिश कर रही है।"
आप संयोजक ने एक समझौते का हवाला देते हुए मोदी से कंपनियों की जवाबदेही कड़ाई से तय करने के लिए कहा, जिसके तहत कंपनियां अपने उपकरणों व नेटवर्क के रखरखाव करने के लिए जिम्मेदार हैं, ताकि लोगों को निर्बाध बिजली की आपूर्ति हो सके। 30 मई को आंधी की वजह से दिल्ली में बिजली आपूर्ति की लाइनों को क्षति पहुंची थी, जिसकी वजह से शहर को भीषण गर्मी के बीच बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। राजधानी में तापमान आठ जून को 62 साल के उच्चस्तर पर 47.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था।
केजरीवाल ने मोदी से बिजली की दरों में 30 फीसदी की कटौती करने की भी मांग की है, जिसका वादा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान किया था। उन्होंने कहा, "अब, दिल्ली में अप्रत्यक्ष रूप से केंद्र सरकार का शासन है और हम इस तरफ आपका ध्यान खींचना चाहेंगे कि दिसंबर के विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने बिजली की कीमतों में 30 फीसदी की कटौती का वादा किया था।"
आप नेता ने कहा, "मैं आप के सभी विधायकों के साथ सभी मुद्दों को सामने रखने के लिए आपसे मिलना चाहता हूं। अगर आप अपने व्यस्त कार्यक्रम के बीच मुझे 10 मिनट का समय दे देंगे, तो मैं आपका बेहद आभारी रहूंगा।"