भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के बीच हुई बातचीत का स्वागत करते हुए अमेरिका ने कहा कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच संवाद एक सकारात्मक कदम है और वह ऐसे प्रयासों का समर्थन करता है। विदेश विभाग की प्रवक्ता जेन साकी ने कहा कि हम भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत को प्रोत्साहित करते हैं। हम मानते हैं कि यह एक सकारात्मक कदम है। हालिया सप्ताहों में कुछ ऐसे कदम उठाए गए हैं जिनसे हम उत्साहित हैं। हम मानते हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच प्रक्रिया में संवाद एक महत्वपूर्ण कदम है।
साकी का इशारा मोदी और शरीफ के बीच नई दिल्ली में 27 मई को हुई बैठक की ओर था। 26 मई को भारत के नए प्रधानमंत्री के तौर पर मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए शरीफ तथा अन्य पडो़सी देशों के नेता नई दिल्ली आए थे। मोदी और शरीफ की बैठक इसके अगले दिन हुई थी।
बहरहाल, साकी ने कहा कि मोदी की वॉशिंगटन यात्रा तथा भारत-अमेरिका रणनीतिक वार्ता के अगले दौर के लिए अब तक कोई तारीख तय नहीं की गई है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमारे पास अब तक ऐसी कोई तय तारीख नहीं है। मोदी के दौरे को लेकर भी खबरें आ रही हैं। पर इसकी भी कोई तारीख तय नहीं हुई है। हम इसे लेकर भारतीय अधिकारियों के साथ काम कर रहे हैं।
पाकिस्तान के कराची हवाईअड्डे पर हुए हमले के बारे में साकी ने कहा कि अमेरिका ने इस घटना की जांच के लिए मदद की पेशकश की थी, लेकिन पाकिस्तान की ओर से वॉशिंगटन को इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि हमने सोमवार को हुए जघन्य अपराध की जांच कर रहे संबद्ध पाकिस्तानी प्राधिकारियों को फॉरेन्सिक और जांच संबंधी मदद की पेशकश की थी। पाकिस्तान ने अब तक इस पेशकश का कोई जवाब तो नहीं दिया, लेकिन यह विचार अभी खत्म भी नहीं हुआ है।
साकी ने कहा कि मेरे विचार से, पाकिस्तान का साझेदार होने तथा तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) सहित अन्य गुटों के हिंसक चरमपंथ के खतरे से निपटने के लिए हमारी प्रतिबद्धता से आप अवगत हैं और यह भी जानते हैं कि इस दिशा में हम कितने गंभीर हैं। टीटीपी एक विदेशी आतंकवादी संगठन है और उससे निपटने के लिए अमेरिका ने कई कदम उठाए हैं।