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उत्तराखंड की विस्तृत खबर (12 जून)

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बिना लाइसेस तेजाब की  ब्रिकी होगा अपराध: हरीष रावत

harish rawat
देहरादून/हल्द्वानी 12 जून (राजेन्द्र जोषी)।  प्रदेष में किसी भी प्रकार की ऐसिड की ब्रिकी बिना लाइसेन्स के नही होगी। लिहाजा इस कारोबार में जुडे लोग स्थानीय प्रषासन से तेजाब ब्रिकी का लाइसेन्स प्राप्त कर लें। बिना अनुमति के तेजाब की ब्रिकी को संज्ञेय अपराध माना जायेगा। हल्द्वानी कस्बे के इन्दिरा नगर बनभूलपुरा मेें दो विगत दिनों तेजाब के हमले से घायलो का हालचाल लेने पहुंचे मुख्यमंत्री हरीष रावत ने कही। मुख्यमंत्री हरीष रावत, वित्तमंत्री डा0 श्रीमती इन्दिरा हृदयेष, श्रममंत्री हरीष चन्द्र दुर्गापाल सुषीला तिवारी चिकित्सालय पहुचे। मुख्यमंत्री व उनके सहयोगी मंत्रीयो द्वारा अस्पताल के विभिन्न वार्डो मंे भती तेजाब से झुलसे बच्चो व महिलाओ को देखा। दृष्य देखकर मुख्यमंत्री काफी दुखी हुए। उन्होने चिकित्सालय के ेडाक्टरो से कहा कि वे पूरी तत्परता से उपचार करें। निरीक्षण के उपरान्त मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तराखण्ड के इतिहास में सम्भवतः ये पहली वीभत्स एवं हृदयविदारक घटना है। अपराधियों ने अपने जुल्मो का षिकार मासूम बच्चो एवं महिलाओ को बनाया है जिसकी वे स्वयं तथा उनकी सरकार पुरजोर भत्र्सना करती है। उन्होने कहा कि पुलिस सामान्य आदमी के साथ मित्रवत व्यवहार करें, वही अपराधियो पर नकेल कसे, ताकि इस तरह की वारदातें ना हांे। उन्होने जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता से कहा कि वे इस घटना क्रम की विस्तार से समीक्षा करते हुये घायलो को आर्थिक सहायता उपलब्ध करायेे। श्री रावत ने कहा कि इस प्रकरण में गम्भीर रूप से घायलो को 1 लाख, कम गम्भीर घायलो को 50 हजार तथा प्राथमिक चिकित्सा के बार घर लौट चुके मरीजो को 20 हजार की धनराषि सरकार की ओर से दी जायेगी। उन्होने कहा कि यहां भर्ती मरीजो का उच्चस्तरीय इलाज दिल्ली एम्स में कराया  जायेगा। जिसका पूरा खर्चा सरकार वहन करेगी। इस वाबत उत्तराखंड निवास में तैनात वरिष्ठ अधिकारी स्थानीय आयुक्त को निर्देषित किया गया है। उच्चस्तरीय इलाज के लिए मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो0 आरसी पुरोहित को नोडल अधिकारी बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने सख्त लहजे मे कहा कि अब प्रदेष में किसी भी प्रकार की ऐसिड की ब्रिकी बिना लाइसेन्स के नही होगी। लिहाजा इस कारोबार में जुडे लोग स्थानीय प्रषासन से तेजाब ब्रिकी का लाइसेन्स प्राप्त कर लें। बिना अनुमति के तेजाब की ब्रिकी को संज्ञेय अपराध माना जायेगा। इसके लिए समय-समय पर चैकिग अभियान भी प्रदेष स्तर पर चलाये जायेगें। सुषीला तिवारी चिकित्सालय में मरीजो के लिए बेहतर सुविधाये जुटाने के लिए सरकार प्रयासरत है। उन्होने कहा कि वित्तमंत्री डा0 हृदयेष के सुझाव पर कुमायू के इस महत्वपूर्ण चिकित्सालय में आईसीयू का विस्तार किया जायेगा। इसके साथ ही मेल व फिमेल के अतिरिक्त वार्ड भी खोले जायेगे। पर्वतीय क्षेत्रो के दूर दराज से आने वाले मरीजो के तीमारदारो के लिए डाॅरमेट्री व आवासीय व्यवस्थाये भी की जायेगी। इस वावत उन्होने जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता से कहा कि वे प्रधानाचार्य मेडिकल कालेज से समन्वय कर इन सबके आंकलन व आगणन प्रस्ताव शासन को भिजवाये ताकि धनराशि रिलीज की जा सके। निरीक्षण के दौरान प्रयाग भट्, खजान पाण्डे, हेमन्त बगडवाल,केदार पलडिया,एनबी गुणवन्त, हरीष मेहता,नारायण पाल, राहुल छिमवाल के अलावा जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विम्मी सचदेवा, अपर जिलाधिकारी उदय सिह राणा आदि मौजूद थे।

राशन व्यवस्था सुधारने की मांग

देहरादून, 12 जून (निस)। सरकारी राशन की समस्या को लेकर भाजपाईयों का एक प्रतिनिधिमण्डल गुरूवार को जिलापूर्ति अधिकारी से मिला और राशन व्यवस्था सुधारने की मांग की। जिस पर डीएसआंे ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। भाजपा का एक प्रतिनिधिमण्डल गुरूवार को सहमीडिया प्रभारी अभिमन्यू कुमार के नेतृत्व में जिलापूर्ति अधिकारी श्याम आर्य से मिला। उन्होंने अवगत कराया कि खाद्य सुरक्षा योजना के तहत लोगों को अभितक नए राशन कार्ड मिले भी नही हैं कि इस योजना के बंद होने की बात कही जा रही है। उन्होंने कहा कि वार्डो में पात्रो को नए राशन कार्ड कई स्थानों पर नही मिलने की शिकायते आ रही है। इसलिए राशन कार्डाे के वितरण के लिए स्थानीय पार्षदों की सहायता ली जाए। कई क्षेत्रों मे ंराशन डीलर समय से पहले ही राशन न होने की बात कहकर लोगों को वापस भेज देते है। इसके पीछे कहीं न कहीं कालाबाजारी हो सकती है। राशन विक्रेताओं के लिए दुकाने खोलने व बंद करने की समयअवधि निर्धारित की जाए। खाद्य सुरक्षा योजना के तहत जो खाद्य सामग्री मिलनी है। उसे पहली जुलाई से पुराने कार्ड धारकों को भी उसी मूल्य पर दिएं जांए जिस मूल्य पर नए कार्ड धारकों को दिए जाएंगे। उन्होंने मांग की है कि राशन कार्ड न मिलने के कारण लोग काफी परेशान है। इसलिए उनकी परेशानी को देखते हुए इन बिन्दुओं पर शीघ्र ही ठोस कदम उठाए जाए।

कुर्सी के खेल से प्रदेश का विकास बाधितःसचान

देहरादून, 12 जून (निस)। समाजवादी पार्टी ने उत्तराखण्ड में कुर्सी के खेल से विकास बाधित होने का आरोप लगाते हुए राज्य सरकार को कटघरे में खडा किया है। गुरूवार को परेड मैदान स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सपा प्रदेश अध्यक्ष सत्यनारायण सचान ने कहा कि राज्य गठन के बाद प्रदेश में जिसप्रकार से सत्ताधारी दलों में कुर्सी का खेल चला है। उससे विकास कार्यो पर प्रतिकूल असर पडा है। प्रदेश में सत्तासीन रही भाजपा तथा कांग्रेस सरकारों की सोच और कार्यशैली एक जैसी ही रही है। गैर विधायक मुख्यमंत्री नामित होने पर अपने लिए सीट खाली करवाने की परमंपरा जो भाजपा ने डाली उसकों कांग्रेस ने जीवित रखा। इस कुर्सी के खेल में क्या-क्या अघोषित समझौता हुआ उससे प्रदेश की जनता बेखबर रही है। उन्होंने कहा कि विधान सभा का तीन दिन के गैरसैण मे ंहुए सत्र पर करोडों रूपया बर्बाद करने के बावजूद स्थाई राजधानी की घोषणा न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रदेश सरकार की क्षेत्रवादी सोच के कारण प्रदेश पहाड़ एंव मैदान में बंट गया है। उन्होंने कहा कि पिछले 13 वर्षो में उत्तराखण्ड का काश्तकार एंव शिल्पकार हासिए पर डाल दिया गया है। पहाड के भूमिहीन किसानो ंको दस नाली मुफ्त जमीन की व्यवस्था की जा रही है। परन्तु मैदानी जनपदों में यह व्यवस्था नही है। समाजवादी पार्टी सरकार से मांग करती है कि मैदानी क्षेत्र के भूमिहीन परिवारों को पहाड़ोें में बसाया जाए। तथा उनकों दस-दस नाली जमीन मुफ्त दी जाए ताकि पलायन से खाली हो  रहे पहाड़ों का पुर्नवास हो सके। सचान ने यह भी कहा कि केन्द्र्र की मोदी सरकार को गुरूर छोडकर मंहगाई कम करने की निश्चित अवधि की घोषणा करनी चाहिए। राज्यमंत्री वीके सिंह को बर्खास्त किया जाना चाहिए। क्योंकि उन्होंने अपनी शपथ तोडी है।

प्रशिक्षण के बीच शिक्षक कर्मचारियों का हंगामा

देहरादून, 12 जून (निस)। सहायता प्राप्त असासिकीय विद्यालयों के शिक्षक व कर्मचारियों को बजट के बाद भी वेतन न मिलने से उत्तराखण्ड माध्यमिक शिक्षक संघ का गुस्सा भड़क उठा। उन्होंने नगर निगम मे प्रशिक्षण के दौरान जमकर हंगामा किया और चुनाव ड्यूटी के बहिष्कार की चेतावनी दी। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर ड्यूटी में तैनात कर्मियों का प्रशिक्षण गुरूवार को नगर निगम के सभागार में शुरू हुआ। इसी बीच उत्तराखण्ड माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले सहायता प्राप्त अशासकीय वि़द्यालयों मंे कार्यरत शिक्षक व कर्मचारियो ने हंगामा करते हुए प्रदर्शन किया। उनका आरोप था कि बजट होने के उपरांत भी शिक्षा विभाग द्वारा उन्हे समय पर वेतन नही दिया जा रहा है। जिसके चलते उन्हे अपना परिवार चलाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। उनका आरोप था कि हरमाह की 15 व 20 तारीख के बीच में ही वेतन मिल पाता है। अशासकीय विद्यालयों के वेतन के प्रति विभाग एंव कोषागार का भेदभाव पूर्ण रवैया रहता है। कोषागार द्वारा वेतन बिलों पर अकारण आपत्ति लगाई जाती है। समय पर वेतन न मिल पाने के कारण शिक्षकों व कर्मचारियों को आर्थिक रूप से परेशान होना पडता है। उन्होंने कहा कि उक्त समस्या को देखते हुए वेतन आदि के भुगतान को प्रत्येक माह की पांच तारीख तक सुनिश्चित करवाया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी समस्या को प्राथमिकता के साथ न सुलझाया गया तो माध्यमिक शिक्षक संघ पंचायत चुनाव ड्यूटी का बहिस्कार करेगा। इस संबध में उन्होंने जिलाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा। इस अवसर पर अध्यक्ष रमाशकंर शर्मा,मंत्री अनिल नौटियाल, एलएम सकलानी, बबीता सहोत्रा आदि मौजूद थे। 

कार्यक्रमों ने शरदोत्सव और ग्रीष्मोत्सव की यादें ताजा की

रानीखेत, 12 जून (निस)। आशियाना पार्क में चल रहे रानीखेत महोत्सव में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने शरदोत्सव और ग्रीष्मोत्सव की यादें ताजा कर दीं। दोनों उत्सवों के माध्यम से क्षेत्र की कई सांस्कृतिक प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का मौका मिला था, अब रानीखेत महोत्सव से कलाकारों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।। विदेशी पर्यटक भी कुमाऊंनी लोक कला को देखकर काफी उत्साहित नजर आए। 1869 में जब अंग्रेजों ने रानीखेत में छावनी बसाई तो मनोरंजन के संसाधन भी जुटाए। रानीखेत वीक के नाम पर महोत्सवों की शुरुआत की। इन महोत्सवों में भारतीय नागरिकों को जाने की अनुमति नहीं थी। आजादी के बाद 1955 में यहां नागरिकों ने आपसी सहयोग से ग्रीष्मोत्सव और शरदोत्सव की शुरुआत की। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी सहित तमाम बड़ी हस्तियों ने इनका उद्घाटन किया। महोत्सव में खेल, सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए अलग अलग समितियां बनाई गईं। इन समितियों का कार्य क्षेत्र की प्रतिभाओं को आगे लाना था। शरदोत्सव सांस्कृतिक समिति में मुख्य भूमिका निभाने वाले पत्रकार विमल सती का कहना है कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों में लोक गीत, लोक नृत्यों को महत्व दिया जाता था, अच्छा प्रदर्शन करने वाले बच्चे आगे बढ़ते थे। 2003 में दोनों उत्सव बंद हो गए। इधर, अब रानीखेत महोत्सव में भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों को प्राथमिकता दी गई है। कैंट बोर्ड के सीईओ प्रमोद कुमार सिंह ने कहा कि प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए ही महोत्सव हो रहा है। सभी के सहयोग से कार्यक्रम चल रहा है। नौनिहाल झोड़ा, चांचरी जैसे लोकगीत और लोक नृत्य पेश कर रहे हैं। आशियाना पार्क में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का उद्घाटन करते हुए विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक करन माहरा और सेवा निवृत्त ले. जनरल मोहन चंद्र भंडारी ने कहा कि छावनी परिषद की इस पहल से कुमाऊंनी लोक कला को बढ़ावा मिलेगा। श्री माहरा ने कहा कि भविष्य में भी वह इस तरह के कार्यक्रमों को पूरा सहयोग करेंगे। ले. जनरल श्री भंडारी ने भी कैंट के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा काफी कम समय में इतने बड़े महोत्सव का आयोजन करना प्रशंसनीय है। उन्होंने क्षेत्रवासियों से बढ़चढ़कर कार्यक्रम में शिरकत करने की अपील की। छावनी परिषद के निवर्तमान उपाध्यक्ष मोहन नेगी, सांस्कृतिक गतिविधियों से जुड़े विमल सती, कैलाश पांडे, जगदीश अग्रवाल, पूर्व उपाध्यक्ष हेम चैधरी, मनीष चैधरी, महेश जोशी, रामेश्वर गोयल सहित तमाम लोगों ने कार्यक्रम में शिरकत कर कलाकारों का हौसला बढ़ाया। छावनी परिषद के सीईओ प्रमोद कुमार सिंह ने सभी का आभार जताया। देर रात तक सांस्कृतिक कार्यक्रम चलते रहे। विभिन्न विद्यालयों के प्रतिभागियों ने तमाम कार्यक्रम पेश कर वाहवाही लूटी। पार्क में सजे स्टॉलों का निरीक्षण भी किया गया। इस अवसर पर पूर्व और निवर्तमान सभासद भी मौजूद थे।

खिलाड़ी कर रहे प्रदेश से पलायन

काशीपुर, 12 जून (निस)। सूबे में क्रिकेट खेल को हाशिए पर रख दिया गया है। लंबे समय से एक अदद एसोसिएशन की दरकार पूरी नहीं हो सकी है। खेल के दम पर उड़ान भर रहे खिलाड़ी जिला स्तर पर ही सिमटते नजर आ रहे हैं तो महिला अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी एकता बिष्ट को देखकर मैदान में उतरीं महिला खिलाड़ी एसोसिएशन नहीं बनने से मायूस है। उनका कहना है कि प्रदेश में क्रिकेट का यही हाल रहा तो उन्हें अन्य प्रदेशों में जाकर भविष्य तलाशना पडे़गा। ताकि वह प्रतिभा के दम पर मुकाम हासिल कर सकें। यूपी के दौर में यहां के क्रिकेटरों का जलवा नेशनल प्रतियोगिता व अन्य बड़ी प्रतियोगिता में देखने को मिलता था, लेकिन पृथक राज्य बनने के बाद सूबे के क्रिकेटरों की रफ्तार थम गई। बगैर एसोसिएशन के क्रिकेट खिलाड़ी स्थानीय स्तर पर ही सिमट रहे हैं। स्टेडियम में प्रशिक्षण को आ रहे नन्हें क्रिकेटरों का सपना भी किसी से कम नहीं है। कोई भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान धौनी तो कोई उन्मुक्त चंद्र व मनीष पांडे की तरह बनना चाहते हैं, लेकिन यहां क्रिकेट खेल की स्थिति को देख वह भी भविष्य के प्रति चिंतित हैं। १२ वर्षीय क्रिकेट खिलाड़ी अवनीश कुमार बल्ले से सचिन की याद ताजा कर देते हैं। ऐसा नहीं कि वह अपनी प्रतिभा का लोहा नहीं मनवा चुके हो, यूपी की कई प्रतियोगिता में बॉलरों की जमकर धुनाई भी कर चुके हैं। विशाल कुमार, विश्वजीत विश्वास, रजत कुमार भी किसी से कम नहीं है। स्कूली स्तर की प्रतियोगिता में सूबे की टीम का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं। इनमें से कई खिलाड़ी कुमाऊं यूनिवर्सिटी की टीम में बेहतर प्रदर्शन कर चुके हैं। प्रतिभावान खिलाड़ी प्रदेश में एसोसिएशन नहीं बनने से काफी क्षुब्ध हैं। इसके लिए प्रदेश की राजनीति को भी जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। 

गौ तस्करो पर लगाम की मांग को लेकर भाजपा का प्रदर्षन

काशीपुर, 12 जून (निस)। पुलिस की निष्क्रय कार्यप्रणाली के चलते इलाके मे व्यापक तरीके से हो रही गो-तस्करी पर लगाम कसे जाने को लेकर आज भारतीय जनता पार्टी से जुड़े कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी के नाम संबोधित ज्ञापन एसडीएम डा0 आशीष कुमार श्रीवास्तव को सौंपते हुये चेताया कि सप्ताह के भीतर यदि पुलिस प्रशाशन ने गो तस्करी को लेकर कड़े कदम नही उठाये तो आम जनता द्वारा विरोध स्वरुप व्यापक आंदोलन छेड़ा जायगा। डीएम को भेजे पत्र मे भाजपाइयों ने बताया कि पिछले लम्बे समय से जनपद उधमसिंह नगर के बाजपुर, जसपुर, गदरपुर व काशीपुर इलाके मे खासकर गौ तस्करी का ध्ंध फल-फूल रहा है। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि समय समय पर पुलिस को इस तरह के मामलो की सूचना देने के बावजूद वह प्रकरण को गंभीरता से नही लेती यही कारण है कि गोरखधधे से जुड़े लोगों के हौंसले और भी बुलंद हैं। कार्यकर्ताओं ने डीएम को भेजे ज्ञापन मे स्पष्ट संकेत दिया है कि आम जनता पुलिस व प्रशास की निष्क्रयता को लेकर सड़कों पर उतरने का मन बना चुकी है। ऐसे मे किसी भी प्रकार की कोई अनहोनी घटित होने पर इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। ज्ञापन सौंपने वालों मे क्षेत्राीय विधयक हरभजन सिंह चीमा, पूर्व विधयक राजीव अग्रवाल, जिलाध्यक्ष चै. खिलेन्द्र सिंह, मेयर श्रीमती ऊषा चैधरी, ईश्वर गुप्ता, गुरविंदर सिंह चण्डोक, कुृष्ण कुमार अग्रवाल, राजीव अरोरा बच्चू, राजकुमार यादव, मनोज जग्गा, शम्भू नाथ अग्रवाल, पाली वर्मा, चन्द्रशेखर प्रजापति, हिमांशू अग्रवाल, दिनेश प्रसाद, अमित चैहान, देवेन्द्र सक्सेना, डा0 वीरसेन, चन्द्रकांता, विनीता चैहान, रीति नागर, मंजू यादव, कल्पना राणा, सुध शर्मा,  मुकेश चावला, मनीष चावला, पुष्कर विष्ट, सर्वेश शर्मा शशि, पूर्व सभासद मुकेश कुमार,  क्षितिज अग्रवाल, विजय लक्ष्मी शर्मा, आशीष अरोरा, अमरीक सिंह, आदि प्रमुख रुप से शामिल रहे। 

12 जनपदों पर सुबह सात बजे से होगे मतदान

देहरादून, 12 जून, (निस )। जनपद हरिद्वार को छोडकर राज्य के 12 जनपदों में 18, 21 व 24 जून को होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में मतदान प्रातः 7 बजे से अपरान्ह 5 बजे तक कराया जायेगा। अपरान्ह 5 बजे तक जितने भी मतदाता मतदान स्थल परिसर में मतदान हेतु उपस्थित होंगे उन सबको मतदान की सुविधा उपलब्ध होगी। इस सम्बन्ध में जारी अधिसूचना में राज्य निर्वाचन आयुक्त सुबर्द्धन ने बताया है कि जनहित में आयोग स्तर पर यह निर्णय लिया गया है कि 18, 21 व 24 जून को सम्पन्न होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में मतदान को मतदाताओं की सुविधा एवं प्रशासनिक व्यवस्था की दृष्टि से पूर्वान्ह 8 बजे के स्थान पर पूर्वान्ह 7 बजे से प्रारम्भ किया जायेगा, इस हेतु अधिकारियों के निर्देश दे दिये गये है कि वह अपने-अपने जनपदों में पूर्वान्ह 7 बजे से अपरान्ह 5 बजे तक मतदान करने की कार्यवाही सुनिश्चित करेें तथा यह भी सुनिश्चित करे कि अपरान्ह 5 बजे तक जितने भी मतदाता मतदान स्थल के परिसर में मतदान हेतु उपस्थित हो उन सबको मतदान करवाया जाय।

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