रविवार को पुलिस ने 9 छात्रों को गिरफ्तार किया, जिन पर आरोप है कि उन्होंने कॉलेज मैगजीन में छपे क्रॉसवर्ड पजल में संकेत के तौर पर पीएम नरेंद्र मोदी और अन्य राजनीतिक हस्तियों के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था. अन्य हस्तियों में केरल के सीएम ओमान चांडी, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस एमपी शशि थरूर और आध्यात्मिक गुरु माता अमृतानंदमयी शामिल हैं.
थ्रिसूर के पुलिस कमिश्नर पी प्रकाश ने बताया कि सभी छात्रों को आईपीसी की धारा 153 के तहत गिरफ्तार किया गया है. यह धारा दंगा भड़काने के इरादे से किए गए षड्यंत्र रचने पर लगाई जाती है. गिरफ्तार किए गए छात्र गुरुवयूर के श्री कृष्णा कॉलेज के छात्र हैं, और सीपीएम की स्टूडेंट विंग 'स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया'के सदस्य हैं. छात्र संपादक विबिन राज, सब-एडिटर पीके शिहाब, संपादक सदस्य वीए आशिक, यूएस सजील, लेनिन विष्णु, साहिल, गिरीश, ऐल्विन के बेनी, केएस सनूप और एनपी सजीब को मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों के इस्तेमाल के लिए अरेस्ट किया गया था. बाद में इन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया.
पुलिस ने बताया कि बाकी 3 आरोपी, चीफ एडिटर और कॉलेज प्रिंसिपल डी जयप्रसाद, स्टाफ एडिटर संतोष और अडवाइजरी बोर्ड मेंबर पीजी सुबिंदास की गिरफ्तारी भी जल्द ही हो सकती है. नेम नाम की इस कॉलेज मैगजीन में मोदी के उपनाम नामों को क्रॉसवर्ड के क्लू के रूप में इस्तेमाल किया गया था जो कि इंग्लिश में इस प्रकार था NAyeente MOn (s.. of a b....).हालांकि एडिटोरिअल टीम के एक सदस्या पी सनूप का कहना है कि इन शब्दों का प्रयोग किसी को बेइज्जत करने के इरादे से नहीं किया गया था. वहीं कॉलेज प्रिंसिपल जयप्रसाद का कहना था कि इस विवादास्पद क्रॉसवर्ड को उनकी और उनके स्टाफ एडिटर की जानकारी के बगैर फाइनल किया गया, और उन्होंने इसके लिए कोई परमिशन नहीं दी थी. पुलिस कमिश्नर भी प्रिंसिपल की बात से सहमत होते दिखे. उन्होंने कहा, यह मामला एबीवीपी और केएसयू ने दर्ज कराया है. आरोपी छात्रों के खिलाफ पक्के सबूत भी हैं, पर अभी तक हमारे पास इस मामले में प्रिंसिपल की संलिप्तता का कोई सबूत नहीं है. मामले में प्रिंसिपल की भूमिका की जांच की जा रही है.
कॉलेज मैगजीन को लेकर कंट्रोवर्सी होने का यह इस तरह का दूसरा मामला है. पिछले मंगलवार को ही थ्रिसूर पुलिस ने 5 छात्रों और 'लित्सोनिग'के एडिटर को गिरफ्तार किया था. कुनामकुलम की इस कॉलेज मैगजीन में मोदी का नाम हिटलर, ओसामा बिन लादेन और वीरप्पन के साथ 'हॉल ऑफ शेम'में शामिल किया गया था.