नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार देश हित में कड़े फैसले के लिए बड़े बदलाव की तैयारी में है। मोदी सरकार रेल किराए में बढ़ोतरी के साथ साथ नए टैक्सों के प्रावधानों पर विचार कर रही है। केंद्रीय रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने सोमवार को एक बयान जारी कर रेल किराये में बढ़ोतरी के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रालय रेल किराये की समीक्षा करेगी। यदि रेल किराया बढ़ जाता है तो इसमें कोई आश्चर्य करने वाली बात नहीं होगी।
सदानंद गौड़ा ने कहा कि निश्चित तौर पर रेल किराया बढ़ाने की जरूरत है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने अंतरिम बजट में यात्रा किराए में 10 फीसदी और फ्रेट चार्जेज में 5 फीसदी का इजाफा करने का प्रस्ताव दिया था लेकिन इन्हें लागू नहीं किया गया। अब रेलवे की मौजूदा स्थिति को देखते हुए कुछ करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि वे फंड को लेकर वित्त मंत्री के साथ इस बारे में चर्चा करेंगे। उल्लेखनीय है कि आने वाले समय में पेट्रोल और डीजल के भाव भी बढ़ने की खबरें आ रही हैं।
जिक्र योग्य है कि यूपीए-2 शासन के अंतिम कार्यकाल में रेल किराया और मालभाड़ा बढ़ाने की घोषणा के समय को लेकर काफी आलोचना हुई थी, जिसके बाद रेलवे ने इस निर्णय को टाल दिया था। बाद में पूर्व रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक बयान जारी कर रेलवे बोर्ड को किराया वृद्धि का निर्णय अगली सरकार पर छोड़ने के लिए कहा था।