आपदा की बरसी पर केदारनाथ न पहुँच पाने पर राज्यपाल को अफसोस
देहरादून, 17 जून (निस)। उत्तराखंड के राज्यपाल डा0 अज़ीज़ कुरैशी ने विगत वर्ष 16-17 जून को केदारघाटी क्षेत्र में आई आपदा की पहली बरसी के अवसर पर श्री केदारनाथ जी के दर्शन करने की अभिलाषा पूर्ण न होने पर गहरा अफसोस व्यक्त किया है। राज्यपाल ने विगत वर्ष दैवीय आपदा में दिवंगत हुए श्रद्धालुओं तथा स्थानीय नागरिकों की आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए कहा कि वे आज भगवान श्री केदारनाथ जी के दर्शन कर उनसे उत्तराखंड की खुशहाली तथा राज्य को आपदा मुक्त रखने के लिए स्वयं दुआ माँगने जाना चाहते थे। राज्य सरकार के हैलीकाॅप्टर में तकनीकी खराबी आने के कारण उनको दूसरी बार अपना केदारनाथ पहुँचने का कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा है। उनका यह भी कहना है कि वे मौके पर जाकर तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए की गई व्यवस्थाओं, स्थानीय नागरिकों की परेशानियों तथा विगत वर्ष की तबाही के बाद हुए राहत कार्यों का जायजा भी लेना चाहते थे।
केदारनाथ त्रासदी में मारे गए लोगों के लिए अगस्तमुनी में भागवत का शुभारम्भ
देहरादून, 17 जून (निस)। पिछले वर्ष उत्तराखण्ड में केदारनाथ सहित राज्य भर में आयी प्राकृतिक आपदा में जान गंवाने वाले स्थानीय नागरिकों, तीर्थयात्रियों एवं बचाव कार्य करते हुए शहीद हुए सैन्य बलों, नागरिक प्रशासन के कार्मिकों की आत्मिक शान्ति एवं सद्गति के लिए रुद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि में 16 जून से 22 जून तक चलने वाले अष्टोत्तरशत श्रीमद् भागवत का विधिवत शुभारम्भ हुआ। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना ने कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए कथ व्यास उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध आचार्य शिव प्रसाद ममगांई एवं अन्य 108 आचार्यों का अभिनन्दन करते हुए इसे एक अनुपम एवं अद्भुत आध्यात्मिक महायज्ञ बताया। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में श्रीमद् भागवत स्वयं नारायण का स्वरूप है और यह कथा मनुष्य को कैसा जीवन जी कर के बैकुण्ठ धाम जाना है इसका मर्म बताती है। सूर्यकान्त धस्माना ने कहा कि वैसे तो उत्तराखण्ड को मोक्ष धाम कहा जाता है, और जो लोग यहां प्राकृतिक आपदा में मृत हुए उनको प्रति हमारी संवेदनायें व पीड़ा स्वाभाविक है किन्तु धार्मिक दृष्टि से वो मोक्ष को प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि अगस्त्यमुनि में आयोजित इस श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ से पूरे देश में यह सन्देश भी जायेगा कि उत्तराखण्ड में अब स्थितियां सामान्य हैं व लोग यहां तीर्थाटन एवं पर्यटन के लिए आ सकते हैं। इस अवसर पर सूर्यकान्त धस्माना ने तमाम उन स्थानीय नागरिकों, सैन्यबलों, अर्द्धसैनिक बलों, स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने इस भीषण प्राकृतिक आपदा प्रभावित तीर्थयात्रियों की मदद की। श्री धस्माना ने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा से सरकारों व प्रशासन को सबक लेकर भविष्य में किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए तन्त्र को मजबूत बनाना चाहिए। कथा आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री एम.एल.जखवाल ने कहा कि आचार्य शिव प्रसाद ममगांई जी की प्रेरणा से इस आयोजन को करना सम्भव हुआ है। क्षेत्रीय विधायक शैला रानी रावत ने आयोजन के लिए कथा समिति को धन्यवाद देते हुए आचार्यगणों का व व्यास पीठ का अपने क्षेत्र में स्वागत किया। कार्यक्रम में उत्तराखण्ड के प्रमुख व्यवसायी मनोहर लाल जुयाल, समाजसेवक अनिल जग्गी, परमार्थ निकेतन के श्री रामसेवक मिश्रा, श्री ज्योतिष घिल्डियाल, श्री बद्रीकेदार मन्दिर समिति की उपाध्यक्ष मधु भट्ट सहित बड़ी संख्यां में श्रद्धालु उपस्थित थे।
महिलाओं को आरक्षण न दर्शाने पर उक्रांद का प्रदर्शन
देहरादून, 17 जून (निस)। राजकीय प्रशिक्षण संस्थानों में प्रीएनएम एवं जीएनएम प्रवेश परीक्षा में उत्तराखंड की महिला अभ्यार्थियों के लिए आरक्षण नही दर्शाये जाने से नाराज उक्रांद ने निदेशक चिकित्सा शिक्षा चंन्द्रनगर में प्रदर्शन कर विरोध जताया। उक्रांद कार्यकर्ताओं का कहना था कि प्रवेश परीक्षा के लिए दिये गये विवरण में उत्तराखंड में रहने वाले अन्य राज्यों के अभ्यार्थियों को भी प्रवेश के लिए आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि एएनएम के लिए मात्र महिला अभ्यार्थी ही आवेदन कर सकती है तो उत्तराखंड की सामान्य जाति की महिलाओं के लिए आरक्षण व्यवस्था किस तरह लागू होगी। राज्य के मूल निवासी तथा स्थायी निवासी महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था के बारे में ठोस जानकारी नही दी गयी है,क्योंकि इन पदों के आवेदनकर्ता सभी महिला अभ्यार्थी ही होगी। प्रशिक्षण के उपरांत इन पदों की नियुक्ति समूह ग के अंतर्गत की जाती है जिनमें उत्तराखंड राज्य के मूल ,स्थायी, एवं राज्य के सेवायोजन कार्यालय में पंजीकरण होना आवश्यक है। इसके अलावा उत्तराखंड नर्सिेंग काउंसिल में पंजीकरण भी अनिवार्य है। इस तरह बाहरी राज्य के अभ्यार्थियों को प्रशिक्षण देकर उत्तराखंड राज्य में नियुक्ति किस आधार पर दी जाएगी यह मंथन का विषय है। उन्होंने कहा क िइससे पहले भी स्वास्थ्य विभाग में स्थानीय युवाओं को मौका न देकर बाहरी लोगों को साजिश के तहत प्रोत्साहित कर चोर दरवाजे से भर्ती करने का प्रयास किया जाता रहा है। इस साजिश का पता उक्रांद केविरोध के बाद पता लग पाया। उन्होंने कहा कि यदि मामले में गंभीरता से अमल नही किया गया तो उक्रांद ऐंसे अधिकारियों को चिन्हित कर जनता के सामने बेनकाब करेगा। कार्यकर्ताओं ने त्रुटि को संशोधित कर संशोधित विज्ञप्ति जारी करने की मांग की। इस मौके पर दल के प्रदेश अध्यक्ष त्रिवेन्द्र पंवार, केन्द्रीय उपाध्यक्ष लताफत हुसैन,जयदीप भट्ट,मनमोहन लखेड़ा, राजकिशोर रावत,सूफी खलीअ अहमद, अशोक नेगी तथा गीता विष्ट आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे।
सीवर की समस्या को लेकर मेयर का घेराव
देहरादून, 17 जून (निस)। राजधानी में सीवर समस्या से जूझ रहे लोगांे ने आज पार्षद सतीश कश्यप के नेतृत्व में मेयर विनोद चमोली से मिले और उन्होंने उन्हें अपनी समस्याओं के बारे में अवगत कराया। वार्ड न. 44 के स्थानीय लोगो के अनुसार शहर की गंदगी को साफ करने का काम यूनियन करती आ रही है लेकिन सीवर टैंक खाली करने के लिए उचित स्थान न होने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रह है। उनका कहना है कि सभी लोग सीवर टैंक साफ कर सभी लोग अपने एवं परिवार का पालन पोषण करते है। उनका कहना है कि टैंक को खाली करने के लिए आज तक कोई जगह उपलब्ध नहीं होने के कारण परेशानियों का सामना करना पड रहा है, यदि जगह उपलब्ध हो जाये तो परेशानी काफी हल हो सकती है। उनका कहना है कि पूर्व में भी इस दिशा में अवगत कराया गया लेकिन आज तक इस ओर कोई कार्यवाही नहीं की गई है जिससे सीवर टैंक सफाई का कार्य करने वालों के समक्ष अनेक चुनौतियां है। उनका कहना है कि शहर में कोई स्थान उपलब्ध कराया जाये और नगर निगम द्वारा कोई भी शुल्क देने के लिए यूनियन तैयार है। इस दौरान मेयर विनोद चमोली ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र ही उचित कार्यवाही करने का भरोसा दिया और कहा कि इसके लिए अधिकारियों को भी निर्देश दिये जायेंगे और जो स्थान को चिन्हित करेंगे। इस अवसर पर ज्ञापन देने वालों में यूनियन के अध्यक्ष इश्कलाल, बंटेश कुमार, उदयभान, टिंकू, नीटू, अजय, खडक सिंह, नितिन कुमार, वीरेन्द्र कुमार, विपिन कुमार, पुष्पेन्द्र सिंह, नरेश कुमार, रामानंद, संदीप कुमार, ध्र्मेन्द्र कुमार सहित अनेक कर्मचारी मौजूद थे।
अभद्रता से महिलाओं में दहशत
लालकुआं, 17 जून (निस)। यहां नगर से लगे टांडा के जंगल में पिछले 15 दिनों से अज्ञात नकाबपोस बदमाश द्वारा घास व लकड़ी बीनने वाली महिलाओं व युवतियों से मारपीट व अभद्रता करने के चलते क्षेत्र की उक्त महिलाओं में दहशत व्याप्त हो गयी है । जिस कारण महिलाओं ने जंगल जाना छोड़ दिया है। इधर पुलिस व वन विभाग के अधिकारियो ने अबिलम्ब उक्त बदमास को सलाखों के पीछे पहुचाने की बात कही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां शहर से लगे टांडा के जंगल में पिछले पखवाड़े से अज्ञात नकाबपोस बदमाश हाथों में पाटल व डंडा लेकर घास व लकड़ी बीनने जानेवाली महिलाओं को बुरी तरह जख्मी कर उनके साथ अभद्रता कर रहा है। गत दिनों वार्ड नम्बर 5 निवासी एक महिला का उक्त नकाबपोस बदमाश ने हाथ फैक्चर कर दिया। बेरहमी से महिलाओं की पिटाई कर रहे उक्त बदमाश की पूरे क्षेत्र में दहशत बन गयी है। महिलाऐं उक्त बदमाश को काला भुसंड कहकर सम्बोधित कर रही है तथा वर्तमान में उक्त बदमाश के भय से भारी संख्या में महिलाओं ने जंगल जाना छोड़ दिया है। उन्होंने पुलिस व वन विभाग से उक्त बदमाश के विरूद्ध कार्यवाही करने की गुहार लगायी है। पता चला है कि अब तक वह नकाबपोश बदमाश आधा दर्जन से अधिक महिलाओं को जख्मी कर चुका है। इधर टांडा रेंज के वनक्षेत्राधिकारी गणेश त्रिपाठी ने कहा कि वह उक्त नकाबपोस बदमाश की ढूॅढखोज के लिए वन कर्मियों की टीम लगायी जायेगी यदि वह वन कर्मियों के हत्थे चढा तो उसके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। उधर पुलिस कोतवाल विपिन चन्द पंत का कहना है कि नकाबपोस बदमाश की खोजबीन के लिए पुलिस कर्मियों की जंगल में गस्त बढायी जायेगी चरवाहों में दहशत बना रहे बदमाश जल्द ही सलाखों के पीछे होगा। फिलहाल एक पखवाड़े से उक्त नकाबपोस की जंगली क्षेत्रों में दहशत बनी हुई है। इससे पूर्व भी समय-समय पर उक्त नकाबपोस बदमाश ने लालकुआं नगर व बिन्दुखत्ता क्षेत्र से घास काटने व लकड़ी बीनने आने वाली महिलाओं पर कई बार हमला किया जब वन विभाग व पुलिस सक्रिय हुई तो उक्त बदमाश गायब हो गया। अब पुनः उक्त क्षेत्र में यह बदमाश आंतक का पर्याय बन चुका है।
जीवन को बलिदान की परिभाषा से जोड़ता है स्वामी जी का योग: अर्जुन मुण्डा
हरिद्वार, 17 जून (निस)। यज्ञीय वातावरण में पतंजलि योगपीठ के युवा शिविर का समापन हुआ। राष्ट्र निर्माण के संकल्प सहित देशभर से पधरे युवाओं ने आहुतियां दीं तथा हजारों युवाओं ने स्वामी रामदेव जी महाराज के संरक्षण में यज्ञोपवीत धरण किया। प्रातःकालीन इस विदाई बेला में झारखण्ड प्रांत के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुण्डा भी शिविर में भागीदार रहे, उन्होंने पूज्य स्वामी के साथ योग किया, राष्ट्र निर्माण के संकल्प के साथ यज्ञाहुतियां समर्पित की, यज्ञोपवित धरण किया। इस अवसर पर स्वामी रामदेव ने कहा कि राष्ट्र की प्रत्येक विधओं में शुभ की प्रतिष्ठा करनी है, राजसत्ता भी इसी में सम्मिलित है, यह प्रयोग आगे भी जारी रहेगा। पूज्य स्वामी जी ने एक-एक श्वििरार्थी से स्वयं उनके पास पहुंचकर भेंट की और उनकी घर-परिवार एवं जीवन संबन्ध्ी जानकारी ली। युवाओं केा राष्ट्र एवं लोकहित के हर छोटे-बडे़ मुदे पर एक साथ कार्य करने का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा कि जनसंम्पर्क द्वारा साधक की समाज से निकटता स्थापित होती है। एक-एक व्यक्ति के पीछे छिपे दर्द से परिचय मिलता है। इस प्रकार हजारों लोगों के दुख-दर्द को देखकर व्यक्ति को अपनी पीड़ा-परेशानी छोटी लगने लगती है। मन में पवित्राता बढ़ती है, जिससे नये-नये समाधन जन्म लेते हंै। इस प्रकार एक साधरण से व्यक्ति के हाथ में सेवा-संपर्क के माध्यम से नेतृत्व की डोर थामने का अवसर स्वतः लग जाता है। स्वामी रामदेव ने कहा कि जितनी ज्यादा आज के समाज को अच्छे पवित्रा नर-नारियों की जरूरत है। उतना कभी नहीं रही है। क्योकि आज के काल में भारत का नये ढंग से भाग्य लिखा जा रहा है। जो देश के अच्छे व्यक्तियों के द्वारा ही संभव है। इस अवसर पर आचार्य श्री महाराज ने सभी को कर्मयोग की प्रेरणा देते हुए कहा कि कर्मयोगी का प्रत्येक कार्य दिव्यता के लिए होता है। क्योकि कर्म का उत्पादन बुद्धि से नहीं अपितु जीवन चरित्र से प्रकट होता है। आचार्य ने कहा दिव्य चरित्रा का दूसरा नाम ही कर्म है। जो श्रम एवं पवित्रता के समंवय से निर्मित होता है। आज राष्ट्र को ऐसे ही चरित्रानिष्ठ व्यक्ति चाहिए। क्योंकि चरित्रनिष्ठ युवाओं में ऋषियों के स्वप्नों का वास होता है। हर युवा इसकी श्रेष्ठता की खुशबू पाते ही बलिदानी की भूमिका में खड़ा हो जाता है। पूर्व मुख्य मंत्री अर्जुनमुंडा ने कहा हमें स्वामी जी के प्रत्येक विचारों से राष्ट्रीय चेतना की लपट दिखाई देती है। जिसमें सम्पूर्ण राष्ट्र अपनी दिव्य आहुतियां देता नजर आता है। उन्होंने कहा योग हमने बहुत किया लेकिन पूज्य स्वामी जी का योगासन अन्तकरण को पवित्राता से भर देता है। मन में राष्ट्रीय सकंल्प फूटते हैं और जीवन बलिदान की परिभाषा से जुड़ने लगता है। उन्होंने पतंजलि में आने के लिए अपने सौभाग्य को सराहा और योग को जीवन का अंग बनाने का संकल्प लिया। जिससे राष्ट्रनिर्माण संभव हो सके।
आंदोलन को शहर व्यापार मण्डल का समर्थन
हरिद्वार, 17 जून (निस)। देवभूमि होटल ऐसोसियेशन के नगर निगम प्रशासन के विरूद्ध किये जा रहे आंदोलन तथा धरना प्रदर्शन को शहर व्यापार मण्डल के अध्यक्ष शिव कुमार कश्यप महामंत्री अनिरूद्ध भाटी, कोषाध्यक्ष रामकुमार अरोड़ा सहित शहर व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों ने धरना स्थल पर जाकर अपना समर्थन दिया। इसी तरह अखिल भारतीय शिव सेना के पदाधिकारियों ने होटल व्यवसासियों की मांगों को जायज बताते हुए धरना स्थल पर जाकर अपना समर्थन दिया। अमरदीप आबाद कुरैशी, चन्द्रशेखर चैहान, डाॅ0 अतर सिंह, अनिल कुमार गुप्ता, आदर्श कुमार, साबिर और इसरार सहित ज्वालापुर से आये अखिल भारतीय शिव सेना के सदस्यों ने अपना समर्थन दिया। दूसरे दिन धरना स्थल पर शहर व्यापार मण्डल के महामंत्री अनिरूद्ध भाटी, होटल व्यवसायियों की जायज मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि हरिद्वार का व्यापारी पार्टी पोलिटिक्स से ऊपर उठकर होटल ऐसोसियेशन के संघर्ष में उनके साथ है। इस बीच एसोसियेशन के अध्यक्ष विनोद शर्मा महामंत्री कुलदीप शर्मा, कोषाध्यक्ष राकेश अग्रवाल, तथा शहर व्यापार मण्डल के जिलाध्यक्ष सुरेश गुलाटी के नेतृत्व मंे आंदोलनरत होटल व्यवसायियों ने नगर निगम मेयर मनोज गर्ग से वार्ता की तथा होटल व्यवसासियों के साथ हो रहे अन्याय पर रोष प्रकट किया। एसोसियेशन के कोषाध्यक्ष राकेश अग्रवाल ने मेयर मनोज गर्ग सामने रोष प्रकट करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड के 13 जिलों में से एक मात्र हरिद्वार तथा उसमंे भी श्रवणनाथ नगर व जस्साराम रोड स्थित व्यवसायियों को ही निशाना बनाकर उन पर ही टैक्स वसूली के लिये दबाव बनाना तथा लाल नोटिस देकर कुर्की का आदेश जारी करना सरासर अन्याय है। दूसरे दिन धरना स्थल पर प्रदीप मान, योगेन्द्र शर्मा, दीपक शर्मा, सचिन भारद्वाज, उमेश पालीवाल, गीता शर्मा, इन्द्रजीत कौर, अखिलेश चैहान, राजेन्द्र बबली, दिनेश सैनी, भूपेन्द्र सिंह, गगन मदान, राजेन्द्र वशिष्ठ, रमेश कुमार, परमजीत, मुकेश जोशी आदि उपस्थित रहे।