बलात्कार मामले में आरोपों से घिरे केंद्रीय राज्य मंत्री निहाल चंद मेघवाल को मंत्रिपरिषद से हटाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दबाव लगातार बढ़ रहा है। बीजेपी पर चौतरफा हमले हो रहे हैं। बुधवार को मेघवाल के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस की महिला मोर्चा ने दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय पर प्रदर्शन भी किया। इस बीच बलात्कार का आरोप लगाने वाली महिला ने अब कहा है कि उसे नौकरी और पैसे का प्रलोभन देकर केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है।
मेघवाल के बलात्कार के मामले में फंसने से सीधे मोदी कांग्रेस के निशाने पर हैं। कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने मेघवाल पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाया। अय्यर ने कहा, 'हमारे पीएम ऐसे मामलों को बर्दाश्त न करने की बात करते हैं, लेकिन वह यह सब देख रहे हैं। वह हर बार झूठ बोलते हैं। बीजेपी को इस पर फैसला करना है कि वह निहाल चंद को बर्खास्त करते हैं या नहीं। मोदी ने लोगों से जो वायदे किए हैं, उन्हें निभाना चाहिए।'
कांग्रेस की महिला मोर्चा की अध्यक्ष शोभा ओझा ने कहा कि हमारी मांग साफ है। कोर्ट इस मामले में निहाल चंद का समन भेज चुका चुका है। उन्होंने कहा कि पीएम कहते हैं कि महिलाओं के खिलाफ अपराध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, ना तो मोदी ने अभी तक निहाल चंद का इस्तीफा मांगा है और ना ही मंत्री ने अभी तक खुद इसकी पेशकश की है।
बीजू जनता दल (बीजेडी) के नेता जय पांडा ने इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ट्रांसफर करने की मांग की। उन्होंने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और कानून हर किसी के लिए बराबर होना चाहिए। पांडा ने कहा, 'मोदी कह चुके हैं कि इस तरह के मामलों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मुझे लगता है कि इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में रखना चाहिए।'