सुदूर इलाकों और सीमावर्ती क्षेत्रों में नक्सल और अलगाववाद विरोधी अभियान में शामिल जवानों को 3500 सेटेलाइट फोन मुहैया कराए जायेंगे ताकि वे तीव्रता से सम्पर्क स्थापित कर सकें। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से इस बारे में कुछ समय पहले दूरसंचार मंत्रालय से आग्रह किया गया था जिसके बाद सरकारी स्वामित्व वाला बीएसएनएल सेटेलाइट फोन या डिजिटल सेटेलाइट फोन टर्मिनल मुहैया करा रहा है।
अर्धसैनिक बलों के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ऐसे क्षेत्र जहां मोबाइल सम्पर्क नहीं है, वहां तैनात जवानों को डीएसपीटी या सेटेलाइट फोन दिये जायेंगे। जब तक इन क्षेत्रों को सेल फोन सम्पर्क नेटवर्क के तहत नहीं लाया जायेगा तब तक ये फोन सुरक्षा बलों के साथ रहेंगे। ऐसे 2000 सेटेलाइट फोन पूर्वोत्तर क्षेत्र के घने जंगलों और सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात बलों को प्रदान किये जायेंगे जबकि करीब 1500 ऐसे फोन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लिए मंजूर किये गए हैं।