दून को स्वच्छ व सुदंर बनाने के दावे धडाम !
- कई सालों से लम्बित है कई प्रोजेक्ट
देहरादून, 24 जून (निस)। नगर निगम के सभी दावें हवा साबित होते दिख रहे है। लम्बे समय से अविराम लगे गांधी पार्क का सुधारीकरण की योजनाए पर अमलीजामा नहीं लग पाया है। दूसरे कार्यकाल में भी मेयर विनोद चमेाली को काम रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है। नई कार्यकारिणी को भी एक साल से अधिक का समय पूरा होने के बाद भी शहर की प्रगति पर विराम लगा हुआ है। चाहे वह गांधी पार्क का काम हो या फिर घंटाघर की घंडियों का सौदर्यकरण छोड़ भी दे तो कई समस्याओं से आज भी दून घिरा हुआ ही दिखता है। दून को स्वच्छ और सुंदर बनाने का प्रयास मेयर विनोद चमेाली का फेल होता दिख रहा है। किसी भी सवाल के जवाब आज तक निगम प्रशासन खोज पाने में नाकामयाब रही हैं। अभी भी बच्चों के पार्क का निर्माण खटाई में जा रखा है। निगम प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है, जो चिंता का विषय है, इससे मेयर का ड्रीम प्रोजेक्ट टाॅय-टाॅय फिस्स होता जा रहा है। इससे मेयर को पहले अपनी सरकार से नाखुश होना पडा और अब उनके सपनों का क्या होगा यह प्रश्न भविष्य के गर्भ में छिपा हुआ है। आखिरकार कब इसका विस्तार होगा, यह कहा नहीं जा सकता है। मेयर गांधी पार्क के सौन्दर्यकरण के मामले में सम्बन्ध्ति टैंडर को शासन तक पहुंचाना है, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं हुई है और अभी भी यह मामला शासन में लंबित है। मेयर भी अब मान बैठे हैं कि शायद उनके द्वारा गांधी पार्क के सौन्द्रयीकरण के लिए बनाई गयी नीति समझ में आने लगी हैं और अब वह उनका समर्थन देने लगे हैं। लेकिन मेयर यह भी भूल गये कि पूर्व में ही अपनी भाजपा सरकार के खिलाफ उन्हें धरने पर बैठना पड़ा था। दूसरी ओर निगम के इतने प्रस्ताव हैं जो आज तक शासन स्तर पर यूं ही लंबित हैं लेकिन उन्हें पूरा करने के लिए शासन द्वारा कोई भी मुहिम नहीं छेड़ी जा रही हैं, जिसके दोषी किसे माना जाएं निगम प्रशासन को या फिर शासन को। इसके बारे में कुछ भी कह पाना आसान नहीं हैं। शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए निगम द्वारा बनाई गयी जेएनएनयूआरएम के तहत योजनाओं का पिटारा देखे तो अभी जेएनएनयूआरएम के पहले फेस की योजनाएं पूरी तरह से क्रियान्वित नहीं हो पाई हैं। वहीं निगम द्वारा जेएमएमयूआर फेस टू के तहत आने वाली विभिन्न योजनाओं की तैयारियां की जा रही है। जिन पर मंजूरी मांगने के लिए सरकार पर दबाव बनाने की तैयारियां भी जोर शोर से की जा रही हैं। यहां एक सवाल यह उठता हैं कि जब पूर्व में लाखों रूपयें से लागत विभिन्न योजनाओं का तो आज तक कुछ पता नहीं लग पाया हैं तो आगामी योजनाओं को क्रियान्वित करने में निगम प्रशासन कैसे कामयाब होगा इसके लिए निगम प्रशासन सोचना भूल गया है और गांधी पार्क मामले को ही अपनी बड़ी उपलब्धि मान बैठा हैं। नगर निगम की ओर से अभी तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही न होना एक परेशानी का सबब बना हुआ है और इससे निगम के ड्रीम प्रोजेक्ट की भी हवा निकल रही है, लेकिन सरकार भी बदल गई है अब मेयर के समक्ष एक चुनौती बन गई है। गांधी पार्क मामले को शासन के पाले में पूर्व में डालकर इसे अपने स्तर की बड़ी उपलब्ध् िबताने से भी नहीं चूक रहा हैं। यहां तक विकास कार्य न होने से भाजपा व कांग्रेसी पार्षद भी मोर्चा खोलने की तैयारी में है और कुछ दिन पूर्व तो भाजपा पार्षदों ने मेयर चमोली के खिलाफ प्र्रदर्शन कर धरना दिया, उनका कहना है कि वार्डों में विकास कार्य नहीं हो रहे है और जनता उन्हें ही कोस रही है।
धड़ल्ले से बिक रहा प्रोक्सीवान
देहरादून, 24 जून (निस)। स्वास्थ विभाग द्घारा स्पास्मो प्रोक्सीवान व स्पास्मो सिप प्लस कैप्सूलों पर रोक लगाये जाने के बावजूद शहर धड़ल्ले से बिक रहा है। इस पर प्रतिबंध की भनक लगते ही दवा के कारोबार करने वाले कुछ व्यापारियों ने बड़ी मात्रा में इन कैप्सूलों का स्टाक जमा कर लिया था, जो अब नशे के आदी लोगों से इसके मनमाने दाम वसूल रहे है। स्वास्थ्य महकमा इस पर चुप्पी साधे हुए है। स्पास्मो प्रोक्सीवान व स्पास्मो सिप प्लस कैप्सूलों जैसी दर्द निवारक और डिप्रेशन में काम आने वाली दवाओं को आमतौर पर डक्टर की सलाह पर दिया जाता है। परन्तु तमाम लोग इन दवाओं का इस्तेमाल नशे के लिए करने लगे है। जिस पर स्वास्थ विभाग इन कैप्सूलो की बिक्री प्रतिबंधित कर दी। इन दवाओं का कारोबार दण्डनीय अपराध है। बावजूद इसके कुंछ दवा व्यापारियों ने गैर कानूनी ढंग से इन कैप्सूलों का स्टाक जमा कर इन्हें मनमाने रेटो पर बेचना शुरू कर दिया है। जो निर्धारित मूल्य से दस गुना दामों तक बेचे जा रहें हैं। सूत्रो की माने तो इन प्रतिबंधित कैप्सूलों की कालाबाजारी दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ, मुंज्जफर नगर, बरेली व लखनऊ आदि बड़ी मंडियों से हो रही है। जिसका नेटवर्क छोटे शहरों तक फैला हैै। नशे के लत के चलते तमाम युवक अपनी खून पसीने की गाडी कमाई इन कैप्सूलों पर बर्बाद कर रहें है। जिसके चलते कई सुहागिनों का सिंदूर उजड़ रहा है, तो कई मां बाप अपने जवान बेटो को खो रहे है। बावजूद इसके पुलिस और स्वास्थ्य महकमा चुप्पी साधे है।
रेल सेवाओं के विस्तारण के लिए सीएम ने रेलमत्री से किया अनुरोध
नई दिल्ली/देहरादून, 24 जून (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्तराखण्ड को सामरिक तथा यात्रा/पर्यटन के दृष्टिकोण से अत्यन्त महत्वपूर्ण राज्य बताते हुए रेल मंत्री सदानन्द गौढ़ा से उत्तराखण्ड में रेल सेवाओं के विस्तारण का अनुरोध किया है। उन्होंने इस सम्बन्ध में रेल मंत्री को विस्तृत प्रस्ताव भेजते हुए कहा कि राज्य में रेल सेवाओं का विस्तार किया जाना राष्ट्रीय हित में भी आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने राज्य के लिए गत रेल बजट में स्वीकृत परियोजनाओं के शीघ्र क्रियान्वयन के साथ ही राज्य के हित में अनेक नई योजनाओं को स्वीकृत करने का अनुरोध किया है। रेल मंत्री श्री गौढ़ा को भेजे अपने विस्तृत प्रस्ताव पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य एक अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन/तीर्थ स्थली है। प्रदेश की कुल जनसंख्या से दो गुने से अधिक संख्या में यहां देश/विदेश से पर्यटक, तीर्थ यात्री, भ्रमण करते हैं। सामरिक दृष्टिकोण से उत्तराखंड राज्य चीन-तिब्बत व नेपाल की विशाल अन्तर्राष्ट्रीय सीमा क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। पड़ौसी देश चीन ने उत्तराखण्ड की सीमा तक रेल, सड़क एवं हवाई मार्गों का विस्तारण कर लिया है। लिहाजा राज्य में आने वाले राष्ट्रीय व अन्तर्राट्रीय पर्यटकों/तीर्थ यात्रियों की सुविधाओं एवं सामरिक दृष्टि के संदर्भ में रेल सेवाओं के विस्तार किया जाना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने रेल मंत्री को अवगत कराया कि गैरसैण को उत्तराखण्ड की ग्रीष्मकालीन राजधानी के रूप में विकसित किया जा रहा है। गत रेल बजट में रामनगर-चैखुटिया रेल मार्ग हेतु स्वीकृति प्रदान की गयी थी। चैखुटिया से निकट होने के कारण रामनगर से गैरसैण रेल सम्पर्क की आवश्यकता है। यह रेल मार्ग सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होगा। इसके अतिरिक्त ऋषीकेश-कर्णप्रयाग रेल मार्ग में भूमि हस्तान्तरण अन्तिम चरण में है। टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन के निर्माण के संदर्भ में राष्ट्रीय परियोजनान्तर्गत स्वीकृति प्रदान की है। सामरिक दृृष्टि से इन रेल परियोजनाओं का शीध्र क्रियान्वयन आवश्यक है। उन्होंने कहा कि किच्छा-खटीमा (57.7 किमी) रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण हेतु उत्तराखण्ड राज्य द्वारा दिए गए अंशदान के पश्चात अवशेष धनराशि रेल मंत्रालय अथवा भारत सरकार से प्राप्त कर इस परियोजना पर त्वरित कार्यवाही किए जाने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने मुजफ्फरनगर-रूड़की रेल मार्ग हेतु भी त्वरित व्यवस्था किए जाने पर जोर दिया है। मुख्यमंत्री ने सहारनपुर-देहरादून नए रेल मार्ग का निर्माण किये जाने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि वर्तमान में देहरादून जाने वाली समस्त गाडि़यों को सहारनपुर होते हुए गोलाकार घूमकर रूड़की लक्सर हरिद्वार होते हुए जाना पड़ता है। सहारनपुर देहरादून मार्ग का सर्वेक्षण कार्य पूर्ण भी हो चुका है। इस नए मार्ग का निर्माण हरबर्टपुर-विकासनगर होते हुए देहरादून करने से यमुना घाटी एवं चकराता-त्यूनी के जनजातीय निवासियों के साथ ही पर्यटकों को भी अत्यन्त सुविधा होगी तथा हरिद्वार मार्ग में भीड़ को नियंत्रित करने में भी सुविधा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषिकेश से देहरादून हेतु नए रेल मार्ग निर्माण का गत वर्ष के बजट में अनुमोदन किया गया था, जिसका सर्वे पूर्व में हो चुका है, अतः इस पर तत्काल कार्यवाही किए जाने की आवश्यकता है। इसी के साथ लक्सर-रूड़की-हरिद्वार से देहरादून रेल लाइन के दोहरीकरण को अत्यन्त आवश्यक बताते हुए उन्होंने कहा कि इस रेल लाइन का क्रियान्वयन लम्बित होने के कारण इस महत्वपूर्ण सैक्शन का विद्युतीकरण भी रूका हुआ है तथा एकल लाइन के कारण यातायात में अवरोध भी रहता है।
उत्तराखंड के रेलवे स्टेशनों का हो आधुनिकीकरणः मुख्यमंत्री
- अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटकों के निरन्तर आवागमन के कारण हो अन्तर्राष्ट्रीय स्तर
देहरादून/नई दिल्ली, 24 जून (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने देहरादून, हरिद्वार, रूड़की, कोटद्वार, रामनगर, काठगोदाम, रूद्रपुर रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किए जाने की मांग करते हुए कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों के मुख्य प्रवेश द्वार होने के कारण इन स्टेशनों पर अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटकों का निरन्तर आवागमन रहता है, अतः इन रेलवे स्टेशनों की साज-सज्जा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की होनी चाहिए। इसी के साथ उन्होंने राज्य के तराई क्षेत्र में स्थित अन्तराष्ट्रीय ख्याति के नानकमत्ता गुरूद्वारा व चम्पावत जिले में स्थित रीठा-मीठा साहब व पूर्णागिरी देवी जैसे सुविख्यात तीर्थ स्थलों के लिए काठगोदाम/रामनगर से अमृतसर एवं जम्मू तवी हेतु एक दैनिक रेल चलाए जाने की वर्षों से लम्बित माॅंग को पूर्ण किये जाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने इसी के साथ चण्डीगढ/अमृतसऱ के लिए काठगोदाम/रामनगर से एक शताब्दी/जन-शताब्दी रेल की आवश्यकता पर भी बल दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क मार्ग पर अत्यधिक दबाव होने से उत्तराखण्ड के विभिन्न शहरी क्षेत्रों के व्यवसायियों, नागरिकों को आस-पास के शहरों में पहुंचने में अत्यन्त कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, अतः देहरादून से हरिद्वार, ऋषिकेश, रूड़की, कोटद्वार एवं काठगोदाम से लालकुंआ/पन्तनगर/रूद्रपुर/काशीपुर/ रामनगर/बाजपुर, मुरादाबाद हेतु शटल सेवा के सुदृढ़ीकरण की नितान्त आवश्यकता है। इसी के साथ उन्होंने हावड़ा जाने वाली रेल में अत्यधिक भीड़ एवं कोटे की कमी के दृष्टिगत देहरादून एवं काठगोदाम से लखनऊ/वाराणसी/इलाहाबाद के लिए एक तीव्र गति की रेल सेवा शुरू करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने राज्य से वर्तमान में चलाई जा रही मुख्य रेलगाडि़यों में पुराने व क्षतिग्रस्त बोगियां के स्थान पर नयी बोगियों को बदले जाने को पर्यटन तथा स्वच्छता के दृष्टिकोण से नितान्त आवश्यक बताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली से हरिद्वार ऋषिकेश गन्तव्य मार्ग में पीरान कलियर, भारत की पवित्र गंगा नदी एवं हरिद्वार स्थित अनेक तीर्थ तथा यहां से चार धाम यात्रा का आरम्भ होता है जिस कारण इस गन्तव्य स्थान हेतु रेल तथा सड़क मार्ग, दोनों ही इस विशाल यातायात हेतु पर्याप्त नहीं हैं। वर्तमान में भारत सरकार के द्वारा तर्ज पर अनेक बृहद परियोजनाओं पर कार्य प्रारम्भ किया जाना प्रस्तावित है। पीपीपी तर्ज पर दिल्ली हरिद्वार/ऋषीकेश के लिए एलीवेटेड रेल लाइन के निर्माण से देश को अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति मिलेगी साथ ही पर्यटकों/यात्रियों को भी सुविधा होगी। यह परियोजना प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के दृष्टिकोण से भी अत्यन्त लाभकर सिद्ध होगी।
बारिश ने खोली राजधानी के ड्रेनेज सिस्टम की पोल
- नालियों की सफाई न होने से नहीं हो पा रही बरसात के पानी की निकासी
देहरादून, 24 जून (निस)। चंद दिन पूर्व हुई बारिश ने दून में ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल कर रख दी है। सफाई न होने से शहर में नालियां चैक पड़ी हुई हैं, जिस कारण बरसात के पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। पानी की निकासी न होने से शहर के कई इलाकों में जलभराव की समस्या बनी हुई है। जलभराव के चलते राजधानी में लोगों को तमाम समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। आईएसबीटी, क्लेमनटाउन, मोहिनी रोड, शिवपुरी, बद्रीश कालोनी, इंद्रलोक कालोनी, दीपनगर, नवादा, केदारपुरम, रायपुर, डिफेंस कालोनी, फ्रेंण्ड्स एन्क्लेव, रेलवे स्टेशन, प्रिंस चैक, बंजारावाला, अजबपुर खुर्द, अजबपुर कला, सुमननगर, नारायण विहार, कारगी, ब्राह्मणवाला, अधोईवाला, टर्नर रोड, तिलकरोड, धामावाला, पल्टन बाजार, मोतीबाजार, हनुमान चैक, करनपुर, सीमाद्वार, कारगी रोड, इंदिरानगर, चंद्रलोक कालोनी, सूर्यलोक कालोनी, राजीवनगर, जोगीवाला, शास्त्रीनगर, टीएचडीसी कालोनी, राजपुर रोड, हाथीबड़कला, पटेलनगर आदि इलाकों में जलभराव की समस्या का सामना लोगों को करना पड़ रहा है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि बीते वर्ष दून में लोगों के घरों में जलभराव के कारण लोगों का तमाम घरेलू सामान बर्बाद हो गया था। कई लोगों के बर्तन तक बह गए थे। जलभराव के कारण लोग रात्रि को घरों में सो नहीं पाए थे। गली-मौहल्ले, घर, आंगन, सड़क, खेत सब तालाब बन गए थे। लोग घरों में भरा पानी बर्तनों से बाहर निकालते रहे। बिंदाल और रिस्पना नदियों के किनारे बसे लोगों का सामान बह गया, कई लोगों के कच्चे मकान ढह गए। वहीं इस वर्ष हुई पहली बारिश ने ही शहर के ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल दी। नालियां सफाई न होने से चैक पड़ी हुई हैं, जिस कारण बरसाती पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। पानी की निकासी न हो पाने के कारण ही लोगों को जलभराव की समस्या से जूझना पड़ा। बरसात का सीजन शुरु होने से पूर्व नगर निगम द्वारा चैक पड़ी नालियों की सफाई नहीं कराई गई जिस कारण शहरवासियों को जलभराव का सामना करना पड़ रहा है। अभी भी नगर निगम प्रशासन की नींद जागी नहीं है। लोगों का कहना है कि क्षेत्र में समुचित जल निकासी की व्यवस्था न ह¨ने के कारण ही घर¨ं में पानी घुस रहा है। जलभराव के कारण सड़कंे तालाब बनी हुई हैं, जिस कारण लोगों के लिए घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है।
उपचुनाव के लिए भाजपा विधानसभाओं में टटोलेगी कार्यकर्ताओं का मन राजेन्द्र जोशी
देहरादून, 24 जून । प्रदेश की तीन विधानसभाओं में होने जा रहे उपचुनाव को लेकर भाजपा ने कार्यकर्ताआंे से वार्तालाप तेज कर दिया है। जबकि कांग्रेस अभी तक डोईवाला व धारचूला विधानसभा सीट पर ही मंथन करती हुयी हरीश रावत के पक्ष मंे नजर आ रही है। भाजपा प्रदेश की तीनों विधानसभा सीटांे पर भगवा लहराने के लिये अपनी रणनीति मंे जुट गई है। भाजपा को सोमेश्वर सीट पर विरोध का सामना भी आपसी गुटबाजी के चलते करना पड़ रहा है। इस सीट पर 2002 मंे विधानसभा का चुनाव लड़े राकेश आर्य मजबुत दावेदारों में सामने नजर आ रहे है। वह वर्ष 2002 में 345 मतों के अंतर से चुनाव हार गए थे। इस सीट पर भाजपा की तरफ से रेखा आर्य एंव मोहन राम भी अपनी ताल ठोकते नजर आ रहे है। लेकिन भाजपा इस सीट पर जिताऊ प्रत्याशी को ही चुनावी समर में उतारेगी। क्योकि धारचूला की सीट से खुद मुख्यमंत्री हरीश रावत चुनाव लड़ेगें जिसका प्रभाव सोमेश्वर की विधानसभा सीट पर भी पड़ेगा। भाजपा के पास धारचूला सीट पर धनसिंह धामी, कुंदन सिंह टोलिया, खुशहाल पिपलियां के साथ-साथ दो अन्य नाम भी चुनाव लड़ने के लिए सामने आते दिख रहे है। लेकिन धारचूला सीट पर भाजपा वाॅक ओवर के रूप में भी सामने आती नजर आ रही है। क्योकि इस सीट पर मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए भाजपा के पास कोई मजबूत दावेदार मौजूद नहीं है। भाजपा पहले धारचूला सीट पर बंच्ची सिंह रावत को चुनाव लड़वाना चाह रही थी। लेेकिन बच्चीदा के चुनाव लड़ने से मना करने के बाद इस सीट पर भाजपा के पास वाॅकओवर की स्थिति नजर आ रही है। वहीं डोईवाला विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस से हरीश रावत के चुनाव लड़ने की चरचाये तेज है और यदि इस सीट से हरीश रावत चुनाव नहीं लड़ते तो कांग्रेस हरीश रावत के बेटे आनन्द रावत को भी चुनावी समर में उतार सकती है। भाजपा के पास डोईवाला विधानसभा सीट पर पूर्व मंत्री के रूप में त्रिवेन्द्र रावत इस सीट पर चुनाव लड़ने के मजबूत प्रत्याशी के रूप में तैयारी करते नजर आ रहे है। और यदि इस सीट पर हरीश रावत ने चुनावी ताल ठोकी तो भाजपा से त्रिवेन्द्र रावत ही प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेगे। भाजपा कार्यकर्ताओं से रायशुमारी के लिये 25 को धारचूला , 26 को सोमेश्वर एंव 28 को डोईवाला में मंथन करेगी। धारचूला मंे 25 को भाजपा के ज्ञानसिंह नेगी, प्रकाश पन्त , बिशन सिंह चुफाल कार्यकर्ताआंे का मन टटोल कर अपनी रिपोर्ट भाजपा के प्रदेश चुनाव समिति को सौपेगे। जबकि डोईवाला विधानसभा सीट के लिए नरेश बंसल भी इस समिति को अपने विचार देंगे।
आॅल्टो कार दुर्घटना में तीन लोगों की मौत
नई टिहरी, 24 जून (निस)। जनपद टिहरी के देवप्रयाग विकासखंड क¢ जामणीखाल-धौडि़याधार मोटर मार्ग पर एक आॅल्टो कार के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से उसमें सवार तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो गंभीर घायल हो गए। घायलांे को 108 सेवा की मदद से श्रीनगर बेस अस्तपाल में भर्ती कराया गया है। मृतक में एक शिक्षक भी शामिल है और उसकी पत्नी देवप्रयाग विकासखंड में क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रही है। तहसीलदार देवप्रयाग एसडी चैरसिया के अनुसार तीसरे चरण के पंचायत चुनाव में जन संपर्क के लिए छडि़यारा से जामणीखाल जा रही आॅल्टो कार संख्या यूके 09ए-0448 मंगलवार तड़के तीन बजे के करीब जामणीखाल में अचानक अनियंत्रित होकर तीन सौ मीटर गहरी खाई में जा गिरी जिसमें सवार बांकेलाल शाह पुत्र जयलाल शाह 45 वर्ष, उसका चचेरा भाई अवतार शाह पुत्र हंसलाल शाह दोनो निवासी छडि़यारा, भवानीलाल शााह पुत्र बुद्धि मिस्त्री निवासी खोला कांडी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। दुर्घटना में आनंद शाह, रोशनलाल शाह गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें श्रीनगर बेस अस्पताल पहुंचाया गया है। मृतकों का हिंडौलाखाल में पोस्टमार्टम किया गया। बताया जा रहा है कि मृतक बांकेलाल शाह प्राथमिक स्कूल जामणीखाल में शिक्षक था तथा उसकी पत्नी शकुंतला शाह इस क्षेत्र से बीडीसी मेंबर का चुनाव लड़ रही है।
मिशन सद्भावना में ग्राफिक एरा पहंुची जे एण्ड के की छात्राएं
देहरादून, 24 जून (निस)। पहली बार जम्मू-कश्मीर से निकली छात्राओं को बाहर की दुनिया बहुत अच्छी लगी। लोगों के स्नेह और सद्भावना ने इन नन्हीं छात्राओं को गद्गद् कर दिया। सेना के मिशन सद्भावना के तहत बारामूला जनपद से छात्राओं का यह दल देहरादून आया है। छात्राओं के दल ने आज ग्राफिक एरा ग्रुप के दोनांे विश्वविद्यालयों का भ्रमण करके भविष्य संवारने की संभावनाओं के बारे में जानकारी ली। बारामूला जनपद के वुनियार क्षेत्र में स्थित आर्मी गुडविल स्कूल की छात्राओं का यह दल कल देहरादून पहंुचा। इस दल में पांचवी से लेकर नौंवी कक्षा तक की छात्राएं शामिल हैं। अपनी टीचर और कुछ अधिकारियों के साथ ये छात्राएं आज दोपहर ग्राफिक एरा पर्वतीय विश्वविद्यालय पहंुची। कुलपति डा. संजय जसोला ने छात्राओं को बड़े सपने देखने और फिर कड़ी मेहनत से उन्हें पूरा करने की सलाह दी। जम्मू-काश्मीर की छात्राओं ने विश्वविद्यालय की मैकेनिकल और कम्प्यूटर साईंस लैब पहंुच कर मशीनों व साफ्टवेयर के बारे में जानकारी ली। उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षकों से पूछा कि इंजीनियर या मैनेजर कैसे बना जा सकता है। छात्राओं ने विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में जाकर जाना कि इंजीनियर कितनी तरह के होते हैं और उनके काम में किस तरह अन्तर होता है। नन्हीं सोनाली ने कहा कि काश उनके स्कूल में भी इतनी सारी सुविधाएं और बड़े होटल जैसा कैफेटेरीया होता। आजिया और माहमूना को सब कुछ इतना अच्छा लगा कि उन्होंने यहीं आकर आगे की पढ़ाई करने का ऐलान कर दिया। छात्राओं के इस दल ने शाम को ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय का भ्रमण किया। छात्राओं ने कुलपति डा. वी. के. तिवारी और शिक्षकों से मुलाकात की। छात्रा कवाथलिन और सोनाली ने कहा कि घर से निकल कर पता लगा कि बाहर की दुनिया और लोग कितने अच्छे हैं। सब बहुत स्नेह से मिले हैं जैसे उनकी बेटी आई हो। इस दल में शामिल अधिकांश छात्राओं ने बड़ी होकर इंजीनियर बनने और देश की सेवा करने की बात कहीं। कई छात्राओं ने सेना में जाकर देश की सेवा करने की इच्छा जाहिर की।
पूर्व कैबिनेट मंत्री ‘गांववासी’ ने की रेल मंत्री सदानंद गौड़ा से मुलाकात
देहरादून, 24 जून (निस)। पूर्व कैबिनेट मंत्री और भाजपा पंचायत प्रकोष्ठ के केंद्रीय संयोजक मोहन सिंह रावत ‘गांववासी’ ने रेल मंत्री सदानंद गौड़ा से मुलाकात कर उत्तराखंड में रेल के विस्तार की मांग की। उन्होंने कहा कि राज्य में रेल सेवा के विस्तार के लिए कई वर्षों से कवायद चल रही है। उसके बावजूद रेल परियोजनाएं जस की तस पड़ी हुई है। उन्होंने मुम्बई सेंट्रल से देहरादून तक रोजाना सेमी एससी स्पेशल ट्रेन चलाने की भी मांग की। गांववासी ने कहा कि पिछले कई वर्षों से लोग मुम्बई सेंट्रल से देहरादून तक फास्ट ट्रेन चलाने की मांग कर रहे हैं। जनता की मांग और जरूरत को समझते हुए इस रूट पर ट्रेन चलाए जाने की बेहद आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में विभिन्न रेल परियोजनाएं वर्षों से लंबित पड़ी हुई है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग, काठगोदाम-बागेश्वर, देहरादून-विकासनगर-पौंटा-नाहन रेल लाइनों का काम शुरू तक नहीं हो पाया है। इन परियोजनाओं के लिए सर्वे, पर्यावरणीय स्वीकृति, भूमि का अधिग्रहण और पुनर्वास जैसे मुद्दों पर शीघ्र कार्रवाई होेनी चाहिए। उन्होंने रेल बजट में इन परियोजनाओं पर काम शुरू करने और बजट का प्रावधान कर आवंटित किए जाने की भी मांग की। मुलाकात के दौरान गांववासी के साथ जनतंत्र मोर्चा के प्रदेश संयोजक भोपाल सिंह चैधरी भी मौजूद रहे।
शान्ति पूर्ण तरीके से हुआ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तीसरे एवं अन्तिम चरण का मतदान
देहरादून, 24 जून (निस)। जिला निर्वाचन अधिकारी पंचायत/जिलाधिकारी चन्द्रेश कुमार यादव ने अवगत कराया है कि जनपद में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का तीसरा एवं अन्तिम चरण का मतदान आज जनपद के विकासखण्ड रायपुर एवं डोईवाला में निष्पक्ष एवं शान्तिपूर्ण ढंग सें सम्पन्न हो गया है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को निष्पक्ष रूप से सम्पन कराने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा आज विकासखण्ड रायपुर एवं विकासखण्ड डोईवाला की सबसे बडी ग्राम पंचायत मारखम ग्रान्ट के कई बूथों का निरीक्षण कर हो रहे मतदान का जायजा लिया तथा वहां हो रहे मतदान प्रतिशत की जानकारी लेते हुए सम्बन्धित पीठासीन अधिकारियों को निर्देश दिये कि मतदान में किसी प्रकार की कोई गडबडी नही होनी चाहिए तथा किसी प्रकार की कोई दिक्कत एवं समस्या है तो तत्काल उन्हे अवगत करा दें। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि आयोग द्वारा निर्धारित समय 5 बजे ठीक मतदान केन्द्र का मैन गेट बन्द करते हुए मतदाताओं को लाईन में करते हुए अन्तिम मतदाता को एक नम्बर की पर्ची दी जाय तथा 5 बजे के बाद किसी को भी मतदान केन्द्र में न आने दें जो मतदता मतदान केन्द्र में 5 बजे तक पहंुच गये है उन सभी को मतदान कराने के निर्देश दिये। जिला निर्वाचन अधिकारी ने अवगत कराया कि विकासखण्ड डोईवाला की पोलिगं पार्टियां आई.टी.आई. डोईवाला में बनाये गये स्ट्रांग रूम में जमा करायेगें तथा विकासखण्ड रायपुर की पोलिंग पार्टियां रायपुर महाराणा प्रताप स्पोर्ट कालेज में बनाये गये स्ट्रांग रूम में निर्वाचन सामग्री जमा करायेगें। उन्होने कहा कि देर सांय तक सभी पोलिगं पार्टियों द्वारा स्ट्रांग रूम में निर्वाचन सामग्री जमा करा दी जायेगी। तथा स्ट्रांग रूम की सुरक्षा हेतु व्यापक सुरक्षा बल तैनात किया गया है जिनकी रेख’देख में निर्वाचन सामग्री जमा कराई जा रही है। जिला निर्वाचन अधिकारी जनपद में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को निष्पक्ष एवं निर्विघन सम्पन्न कराने के लिए निर्वाचन कार्य हेतु तैनात किये गये सभी अधिकारियों एवं कार्मिकों को बधाई दी।
सभी के साथ तालमेल बनाकर जनहित के कार्यों को गति देगी: इन्दिरा
देहरादून, 24 जून (निस)। कैबिनेट मंत्री डाॅ. (श्रीमती) इन्दिरा हृदयेश ने मंगलवार को अपने आवास पर जनता की समस्याओं को सुना और उनके त्वरित निराकरण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि दुष्प्रचारित किया जा रहा है कि सरकार बीमार है। तरस आता है ऐसे लोगो पर जो ऐसा कहते है। सरकार कभी बीमार नही होती, व्यक्ति विशेष बीमार हो सकता है। उन्होंने कहा कि हमारी परम्परा एवं संस्कृति रही है कि हम विकास को तरजीह देते है। उन्होने कहा कि वह अपने दायित्वो के अलावा मुख्यमंत्री जी द्वारा सौपे गये दायित्वो का वे पूर्ण निष्ठा एवं तत्परता से निर्वहन करते हुए प्रदेश के विकास के लिए कार्य करंेगी। डा0 हृदयेश ने कहा कि वह अपने सहयोगी मंत्रीयांे, विधायको व वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियो से तालमेल बनाकर जनहित के कार्यों के लिए त्वरित गति से निर्यण लेगी। उनकी कोशिश होगी कि विकास के पहिये को रूकने ना दिया जाए, बल्कि उसे और तेज गति प्रदान की जाए। ज्ञातव्य है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत की अस्वस्थता के कारण उनके पटल एवं विभागो से सम्बन्धित कार्यो के निस्तारण के लिए सरकार की वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री डा0 श्रीमती इन्दिरा हृदयेश को अधिकृत किया गया है। इसके साथ ही अन्य कैबिनेट मंत्रियों को भी जिम्मेदारी दी गई है। मंगलवार को डाॅ. हृदयेश ने हल्द्वानी स्थित अपने आवास संकलन में जनप्रतिनिधियों तथा जनता के लोगो से मुलाकात की और जतना की समस्याओ का मौके पर ही निराकरण किया। डा0 हृदयेश ने कहा कि उनकी ईश्वर से प्रार्थना है कि मुख्यमंत्री यथाशीघ्र स्वास्थ लाभ कर जल्द ही वापस आयें और प्रदेश के विकास के लिए कार्य करें। उन्होने कहा कि विकास के साथ प्रदेश में होने वाले उपचुनाव में सरकार के सामने हैं उपचुनाव मे हम विजयी होगें। ऐसा हमें जनसाधारण पर विश्वास है क्योकि जनता विकास का मूल्याकन कर अपना मत देती है। हम विकास में किसी प्रकार की राजनीति नही करते है, बल्कि समग्र विकास हमारी भावना है।
बारिश का फायदा उठाकर होटलों ने सीवर का पानी छोड़ा
देहरादून/मसूरी, 24 जून (निस)। तेज बारिश का रियाल्टो चैक के आस पास के होटलों ने फायदा उठाकर मालरोड पर सीवर छोड़ दिया। जिससे पूरे क्षेत्र में गंदगी व दुर्गध से लोगों को भारी परेशानी हुई। स्थानीय दुकानदारांे ने खासी नाराजगी व्यक्त की। पहाड़ों की रानी मसूरी में पहली बारिश का रियाल्टो चैक के आस पास के होटल वालों से फायदा उठा कर सीवर खोल दिया। जिसका गंदा पानी मालरोड पर बारिश के साथ बहाया गया। इससे रियाल्टो चैक के दुकानदारों ने खासा आक्रोश व्यक्त किया। ऐसे लोगों को बक्शा नहीं जाना चाहिए। मालरोड पर बहते सीवर की दुर्गंध से पर्यटकों सहित स्थानीय दुकानदारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों को गंदगी व दुर्गंध से जूझना पड़ा। जब पालिका व स्वास्थ्य विभाग को अवगत कराया तो उन्होंने विभागीय कर्मचारी को भेजने का आश्वासन दिया व कहा कि पता लगने पर होटल का चालान काटा जायेगा। जलसंस्थान के अधिशासी अभियंता डीपी पोखरियाल ने कहा कि यह गलत कार्य है। रियाल्टो चैक के आस पास के होटलों को पूर्व में भी नोटिस दिया जा चुका है व कहा कि इस घटना पर वे विभाग के जेई एनएस नेगी को मौके पर भेज रहे है ताकि जिस होटल का सीवर होगा उसके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।
पीने के पानी की किल्लत से लोग हलकान
पिथौरागढ़, 24 जून (निस)। शहर में पीने के पानी का संकट गहराता जा रहा है। उपभोक्ताओं को पीने का पानी तीसरे दिन पानी मिल रहा है, वह भी जरूरत से काफी कम है। पानी की किल्लत से नगर के लोग परेशान हो गए हैं। एक लाख की आबादी वाले शहर का ऐंचोली, बजेटी, भदेलबाड़ा, सरस्वती विहार हो या कोई और मोहल्ला, हर जगह पानी को लेकर मारामारी मची है। लोगों को तीसरे दिन पानी मिल रहा है। कभी-कभी तो चार-पांच दिन तक भी नलों में पानी नहीं टपकता। लोग किसी तरह से प्राकृतिक स्रोतों से पानी का इंतजाम कर रहे हैं। जल संस्थान, जिला, तहसील प्रशासन, जनप्रतिनिधि जनता को हो रही परेशानी से मुंह मोड़कर बैठे हैं। पानी की किल्लत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शहर के हर गली, मोहल्ले में लोगों को सुबह से देर रात तक पानी के खाली, भरे बर्तन इधर-उधर ले जाते देखा जा सकता है। लोगों ने जल संस्थान पर पानी वितरण करने में भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि पिछले तीन साल में जल संस्थान ने लाइनों की मरम्मत, पंप बदलने के नाम पर करीब चार करोड़ रुपए का खर्च दिखाया हैं, इसकी जांच होनी चाहिए। उधर जल संस्थान स्रोतों में पानी कम होने के कारण किल्लत होने की बात कर रहा है।
1 जुलाई से ई-पेमेंट के माध्यम से होंगे कोषागारों में भुगतान
पिथौरागढ़़, 24 जून (निस)। पहली जुलाई से राज्य के सभी कोषागारों में भुगतान ई-पेमेंट के माध्यम से किए जाएंगे। ई-पेमेंट सुविधा से लागू होने के बाद कोषागार कार्यालय को चेक जारी करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह सुविधा सभी सरकारी भुगतान में समान रूप से लागू होगी। जिला कार्यालय सभागार में हुई विभागीय अधिकारियों के आहरण वितरण प्रशिक्षण में वरिष्ठ कोषाधिकारी हेमेंद्र प्रकाश गंगवार ने कहा कि ई-पेमेंट सुविधा के लिए विभागों को एक पास वर्ड (गुप्त कोड) दिया जाएगा। जिसके आधार पर बिल तैयार किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि एक जुलाई से कोषागार से किसी भी कार्य के लिए चेक जारी नहीं होगा, सारे भुगतान ई-पेमेंट माध्यम से होंगे। भुगतान प्राप्त करने वाली संस्था, व्यक्ति का पूरा ब्योरा विभाग को उपलब्ध कराना होगा। उन्होंने कहा कि ई-मोड सिस्टम पर कार्य करने का यूजर मेनुअल कोषागार पटल पर देखा जा सकता है। उन्होंने नई व्यवस्था के लागू होने के बाद आहरण-वितरण अधिकारी की ओर से जारी अप्रयुक्त चेक बुकों को कोषागार में वापस करने को कहा। गंगवार ने कहा कि वेतन आहरण के लिए कर्मियों के पास पेन नंबर होना जरूरी है। प्रशिक्षण में सहायक कोषाधिकारी भुवन जोशी, प्रवीण भट्ट, उपकोषाधिकारी एमएम पंत, कन्हैया राम, महेश, मनोज पुनेठा आदि मौजूद थे।
लो वोल्टेज की समस्या से लोग परेशान
टनकपुऱ, 24 जून (निस)। पूर्णागिरि क्षेत्र में लो वोल्टेज की समस्या से लोग खासे परेशान हैं। सरकारी मेला समाप्त होने के बाद पथ प्रकाश की व्यवस्था हटने से यात्रियों को भी रात में जोखिम उठाकर आवाजाही करनी पड़ रही है। पूर्णागिरि व्यापार मंडल ने समस्या का जल्द समाधान न किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। पूर्णागिरि शक्तिपीठ में तीर्थयात्रियों की आवाजाही का सिलसिला अब भी लगातार बना हुआ है, लेकिन लो वोल्टेज की समस्या से यात्री और वहां के दुकानदार खासे परेशान हैं। पूर्णागिरि व्यापार मंडल अध्यक्ष भुवन चंद्र पांडेय, मंदिर समिति अध्यक्ष किशन तिवारी, पूर्व प्रधान मथुरा दत्त पांडेय, जगदीश तिवारी, नेत्र बल्लभ तिवारी आदि का कहना है कि मेला समाप्त होने के बाद से लो वोल्टेज के कारण दुकानदारों और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा है कि यदि समस्या दूर नहीं की गई तो वे आंदोलन की राह पकड़ने को विवश होंगे। वहीं अवर अभियंता परमिंदर का कहना है कि पूर्णागिरि क्षेत्र में ढाई-ढाई सौ केवीए क्षमता के दो ट्रांसफार्मर लगे हैं, लेकिन कुछ दुकानदारों द्वारा स्टेपलाइजर का प्रयोग करने से भैरव मंदिर से ऊपर लो वोल्टेज की समस्या पैदा हो रही है।
पंचायत चुनाव में भाग लेने के बाद लौटने लगे प्रवासी
लोहाघाट़, 24 जून (निस)। पंचायती चुनावों का दूसरा चक्र समाप्त होने के बाद दिल्ली-देहरादून समेत कई अन्य शहरों से अपनी ग्राम पंचायत के चुनाव में भाग लेने के लिए आए प्रवासियों का अब लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है। लोहाघाट, बाराकोट आदि ब्लाकों में ऐसे कई गांव हैं, जहां के कई लोग दिल्ली आदि स्थानों में कार्य करते हैं, लेकिन वे अपनी ग्राम पंचायत में वोट देेने अवश्य आते हैं। उन्होंने बकायदा गांव की मतदाता सूची में अपना नाम लिखाया हुआ है। इस बीच अधिकांश वाहनों के चुनाव ड्यूटी में लगने के कारण लोगों को मैदानी क्षेत्र की ओर जाने के लिए वाहन उपलब्ध नहीं हो रहे हैं। रोडवेज की ओर से दिल्ली के लिए छह और देहरादून आदि स्थानों के लिए दो बसें संचालित की जाती हैं, लेकिन जाने वालों की संख्या के मुकाबले यह बसें कम पड़ गई हैं। रोडवेज की बस स्टेशन में आते ही लोग अपनी सीट बनाने के लिए उस पर टूट पड़ रहे हैं। रोडवेज के सहायक प्रबंधक टीआर आदित्य का कहना है कि दिल्ली जाने वाले यात्रियों का काफी दबाव है। यदि आवश्यकता हुई तो एक बस और संचालित की जाएगी।
आंधी-बारिश से धान की फसल को नुकसान
शक्तिफार्म़, 24 जून (निस)। आंधी के साथ बारिश से क्षेत्र में बेमौसमी धान की फसल को नुकसान पहुंचा है। बारिश से बर्बाद हुई फसल को लेकर कृषक चिंतित हैं। खेतों में जलभराव से आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ रहा है। शक्तिफार्म क्षेत्र में बेमौसमी धान की फसल की अधिक पैदावार होती है। मार्च माह के अंतिम सप्ताह में बेमौसमी धान लगाने के बाद जून माह में उसकी कटाई की जाती है, लेकिन इस बार 15 जून से क्षेत्र में बारिश होने के कारण बेमौसमी धान की फसल को खासा नुकसान पहुंचा है। खेतों में जलभराव होने से फसल गिर गई है और खराब होने के कगार पर है। खेतों में पानी भरने से कृषक फसल के कटान के लिए लेवर को अधिक दाम चुका रहे हैं। जिससे किसान धान की फसल बेचने को लेकर खासे चिंतित हो उठे हैं। कृषकों का कहना है कि क्षेत्र में बारिश के कारण दस फीसदी बेमौसमी धान की फसल खराब हो गई है। जिससे उन्हें भारी आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है।
साफ हुआ रिंग रोड बनने का रास्ता
चंपावत़, 24 जून (निस)। जिला मुख्यालय के वाशिंदों के लिए राहत की बात है कि रिंग रोड बनाए जाने को लेकर प्रशासनिक कोशिश पूरी हो गई है। दरअसल नगर के विकास की उम्मीदों को पंख लगाने वाली रिंग रोड के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। 2002 में सात किमी प्रस्तावित रिंग रोड में कफलांग ग्राम पंचायत और माउंट कार्मल स्कूल के बीच करीब 700 मीटर भूमि को लेकर पैदा हुए विवाद के चलते निर्माण कार्य रुक गया था। प्रशासन की पहल पर ग्रामीणों के साथ हुई बैठक में विवाद का समाधान कर लिया गया है। अब राजकीय महाविद्यालय से कफलांग, लटोली, चैकी होते हुए रिंग रोड का मिलान जीआईसी रोड में किया जाएगा। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता बीसी पंत ने बताया कि बहुप्रतीक्षित रिंग रोड निर्माण की बाधा दूर होने से जिला मुख्यालय से होकर गुजरने वाले एकमात्र राष्ट्रीय राजमार्ग में वाहनों का दबाव कम होगा और मुख्यालय की यातायात व्यवस्था पटरी पर बनी रहेगी। उन्होंने बताया कि पहले फेज में रिंग रोड के लिए शासन की ओर से 1 करोड 80 लाख की धनराशि अवमुक्त हुई है, जिसमें स्कवर और दीवार आदि बनाने का कार्य किया जाएगा। इसके अलावा सात किलोमीटर दूरी में तीन किमी तक डामरीकरण की मंजूरी भी मिल गई है। रिंग रोड की चैड़ाई 5.95 मीटर होगी और चालू वित्तीय वर्ष में निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
पंचेश्वर महादेव मंदिर में होगा संत समागम समारोह का आयोजन
रानीखेत़, 24 जून (निस)। जरूरी बाजार मार्ग स्थित प्रसिद्ध पंचेश्वर महादेव मंदिर ने तीर्थ यात्रियों के पड़ाव से लेकर संत समागम तक का लंबा सफर तय किया है। आजादी से पूर्व मंदिर परिसर में बनी लकड़ी की धर्मशालाएं पैदल तीर्थ यात्रियों का मुख्य पड़ाव स्थल थे। 1956 में मंदिर परिसर में जहां राधा कृष्ण मंदिर की स्थापना हुई वहीं नियमित रूप से बड़े यज्ञों का आयोजन शुरू हुआ। तीन दशक पूर्व मंदिर समिति ने भव्य मंदिर समूह बनाकर यहां सत्संग, कथा प्रवचनों की परंपरा भी शुरू की है। शिव मंदिर की स्थापना किसने और कब की इसका सही अंदाजा नहीं है। बताते हैं कि 1869 में जब अंग्रेजों ने जब छावनी बसाई तो यहां पर छोटा शिवालय था। 1912 में स्व. मोती राम जखवाल के सहयोग से मंदिर के ठीक नीचे पारंपरिक जल स्रोत को कुएं और धारे का रूप दिया गया। अधिकांश आवादी की पानी की आपूर्ति यहीं से होती थी। 1938 में व्यापारियों ने धर्मादा चंदा इकट्ठा कर यहां लकड़ी की धर्मशालाएं बनाई। पैदल तीर्थयात्री यहीं रात गुजारते थे। 1956-57 में आबकारी निवासी स्व. दुर्गालाल साह स्व. मोहन लाल शाह खजांची के सहयोग से शिवालय के बगल में टिन निमिर्त राधा कृष्ण मंदिर बनाया गया। मंदिर समिति के कार्यकारी अध्यक्ष कैलाश पांडे ने बताया कि कमेटी ने 1984 में मंदिर को भव्य रूप दिया, 1992 में सत्संग भवन बना। गणेश, लक्ष्मी नारायण, दुर्गा, हनुमान और रामदरबार की मूर्तियां स्थापित की गई। 1996 से मूर्ति स्थापना का वार्षिकोत्सव शुरू हुआ। 1998 में समिति ने शीतला माता और संतोषी माता के मंदिरों का भी निर्माण कराया। योग और पुस्तकालय भी मंदिर परिसर में है। इस बार मंदिर में संत समागम समारोह का आयोजन हो रहा है।
आम राय से होता है प्रधान का फैसला
अल्मोड़ा़, 24 जून (निस)। जहां प्रदेश के 12 जिलों की पंचायतों में चुनावी वोट डाले जा रहे हैं। वहीं पिथौरागढ़ जिले की भैंसखाल ग्राम पंचायत की तरह अल्मोड़ा की ज्योली शिलंग ग्राम पंचायत के प्रधान का फैसला भी जनता की आम राय से होता है। 62 सालों में अब तक कभी ग्राम प्रधान के लिए चुनाव नहीं हुआ। 1952 से पंचायत चुनाव शुरू होने से लेकर आज तक प्रधान निर्विरोध चुना गया है और इस बार भी ग्रामीणों ने रेखा लोहनी को अपना नया प्रधान चुना है। यहां वार्ड सदस्यों का निर्वाचन भी निर्विरोध हुआ है। 1952 में पहली बार हुए चुनाव में गांव के हर सिंह स्यूनी निर्विरोध प्रधान चुने गए। 1987 तक वह सात बार लगातार 35 वर्ष तक प्रधान बने। इसके बाद 1987 से 97 तक दस सालों के लिये बहादुर सिंह सलाल, 2002 से 2007 तक पान सिंह स्यूनी, 2008 से अब तक गोविंद राम ने गांव का प्रतिनिधित्व किया है। इनमें से कोई भी प्रधान वोट से निर्वाचित नहीं हुआ। ज्योली शिलंग ग्राम खड़कूना, खाईधार गांव भी आते हैं। इन गांवों में एक हजार से अधिक आबादी है। 156 परिवारों के 600 सदस्य वोटर हैं। एक खास बात और। आजादी के बाद पहली बार किसी महिला को गांव की प्रधानी सौंपी गई है।
जल्द ही बहुरेंगे लिंक रोड के दिन
अल्मोड़ा़, 24 जून (निस)। लंबे समय से बदहाल बनी नगर की लिंक रोड की दशा जल्द सुधरेगी। लोनिवि ने मार्ग के सुधारीकरण का काम शुरू कर दिया है। जीजीआईसी तिराहे से बना लिंक मार्ग अपर मालरोड को लोअर मालरोड से जोड़ता है। इस मार्ग पर टैक्सी स्टैंड भी है। मार्ग लंबे समय से बदहाल है। डामर उखड़ने से मार्ग में जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं और पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। नगर की 10 किमी सड़कों के सुधारीकरण के लिए सरकार से लोनिवि प्रांतीय खंड को 4.25 करोड रुपए मंजूर किए थे। विभाग ने बीते माह आंतरिक सड़कों के सुधारीकरण का काम शुरू किया। अब तक ब्राइटन कार्नर से मालरोड-पांडेखोला, एलआर साह मार्ग आदि स्थानों पर डामरीकरण का काम पूरा कर लिया गया है। अधिशासी अभियंता हिम्मत सिंह रावत ने बताया कि लिंक रोड में पानी की निकासी के लिए सड़क किनारे नालियां भी बनाई जाएंगी। जल्द ही लिंक रोड और कुछ अन्य स्थानों पर सड़कों के छूटे हिस्से में डामरीकरण कार्य को पूरा कर लिया जाएगा।