प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा महंगाई रोकने के बारे में कड़े कदम उठाने का संकेत देते हुए जमाखोरों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने और जमाखोरी से सम्बंधित मामलों के निपटारे के लिए फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट के गठन का व्यापारियों के शीर्ष संगठन कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने स्वागत किया है और कहा है की किसी भी रूप में जमाखोरी को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि इसका सीधा विपरीत प्रभाव देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ता है !
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी.सी.भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खण्डेलवाल ने आज यहाँ जारी एक संयुक्त वक्तव्य में प्रधानमंत्री के बयान का स्वागत करते हुए कहा की देश में महंगाई रोकने के लिए जमाखोरी की परिभाषा को दोबारा परिभाषित किये जाने की जरूरत है ! उन्होंने ने कहा की व्यापारी तो पारम्परिक तरीके से सप्लाई चैन का हिस्सा बनते हुए माल खरीदते और बेचते है जबकि वर्तमान परिवेश में बड़ी संख्या में बड़े कॉर्पोरेट रिटेलर जिनके देश भर में रिटेल स्टोर्स हैं की जरूरतों को पूरा करने के लिए बड़ी मात्रा में जरूरी सामानों और प्रति दिन इस्तेमाल में लाये जानी वाली वस्तुओं को बड़ी मात्रा में अपने बड़े वेयरहाउसेस में कई महीनों के स्टॉक की जमाखोरी करते है ! ऐसे सभी कॉर्पोरेट रिटेलरों के वेयरहाउसेस की भी जांच की जानी चाहिए और जमाखोरी पाये जाने पर उनके खिलाफ भी कार्यवाही की जानी चाहिए !
दोनों व्यापारी नेताओं ने यह भी कहा की कुछ बड़ी कंपनियां सार्क देशों में जरूरी वस्तुओं का स्टॉक रखती है और जब देश में ऐसी वस्तुओं की कमी हो जाती है और दाम बाद जाते है तब ये कंपनियां सार्क देशों में रखे अपने स्टॉक से वस्तुएं भारत में इम्पोर्ट कर बड़ा मुनाफा कमाती है ! ऐसी कम्पनियों पर भी सरकार को कार्यवाही करनी चाहिए !
श्री भरतिया और श्री खण्डेलवाल ने यह भी कहा की महंगाई को रोकने के लिए वायदा बाजार में हो रहे कारोबार पर भी सरकार को नजर डालनी चाहिए क्योंकि वायदा कारोबार में सट्टे के माध्यम से भी वस्तुओं के दामों में वृद्धि की जाती है जो सीधे तौर पर महंगाई बढ़ाती है ! उन्होंने ने सुझाव दिया की या तो वायदा बाजार में हुए सौदों में डिलीवरी को आवश्यक किया जाना चाहिए या फिर वायदा बाजार में से आम आदमी के इस्तेमाल में काम आने वाली वस्तुओं को निकाल देना चाहिए !
श्री भरतिया एवं श्री खण्डेलवाल ने यह भी सुझाव दिया है की सरकार को महंगाई रोकने के लिए देश की बड़ी एपीएमसी मार्केटों के लोगों की एक बैठक बुलाकर इन मार्केटों में काम कर रहे लोगों से सहयोग का आव्हान करना चाहिए! इस से निश्चित रूप से सरकार के महंगई रोकने के क़दमों को बल मिलेगा !