- देश की समृद्धि के लिए नव प्रवर्तन जरूरी-श्री मुखजी
सीहोर। राजधानी भोपाल में भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान में देश के राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने यहां पर मौजूद प्रदेश के आधा दर्जन नव प्रवर्तकों को संबोधित करते हुए कहा कि इनके लिए भले ही सुसज्जित प्रयोगशाला हो या न हो, लेकिन इनके खेत ही इनकी प्रयोगशाला है। मैं अभिभूत हूं, इनकी दुर्लभ किस्मों को देखकर और इनको अपने हाथों स मानित करके।
देश भर में अपनी इन खोजों से जिले और प्रदेश का नाम रोशन करने वाले किसान राजकुमार राठौर की नई और उन्नत खोजों के लिए राष्ट्रपति श्री मुखर्जी ने श्री राठौर का स मान करते हुए उनका हौसला बुलंद किया। इस अवसर पर प्रदेश के राज्यपाल राम नरेश यादव, मु यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी, भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान के प्रोफेसर विनोद कुमार सिंह आदि ने श्री राठौर द्वारा अरहर के बीजों में प्रकृति-प्रदत्त परिवर्तन से अरहर ऋचा 2000, गेहूं की शुगर फ्री उन्नत किस्म ए-10, ए-12, अमरूद की सिद्धि विनायक एक फल में तीन स्वाद और सोयाबीन की प्रकृति प्रदत्त किस्म आर-2014 के लिए स मान किया किया।
श्री राठौर के स मान पर पूर्व विधायक रमेश सक्सेना, डिप्टी कलेक्टर नियाज अहमद खान, कृषि उपसंचालक रामेश्वर पटेल, उद्यानिकी विभाग के अधिकारी पुरुषोत्तम जोशी, एमपी एग्रो प्रबंधक सुरेन्द्र राठौर, कृषि वैज्ञानिक डॉ.कन्नौजिया, डॉ. आरसी जैन, एचआर प्रभाकर आदि ने बधाई दी।