डीएवी विद्यालय को मिली सीबीएसई से सम्बद्धता
नरकटियागंज(अवधेश कुमार शर्मा) जिले का एकमात्र दयानन्द एंग्लो वैदिक विद्यालय की इकाई काम कर रही हैं। जिला मुख्यालय बेतिया में बहुत से विद्यालय सरकारी मान्यता प्राप्त है। पूर्वी क्षेत्र की कमान लिए महात्मा नारायण दास ग्रोवर ने नरकटियागंज में आर्य समाज के सहयोग से वित्त वर्ष 2007-2008 में विद्यालय की स्थापना के लिए प्रयास किया। उनके सराहनीय प्रयास का नतीजा यह हुआ कि उनकी मृत्यु के उपरान्त वर्ष 2009 में विद्यालय ने कार्य करना प्रारंभ कर दिया। जिसके प्रधान शिक्षक अश्विनी कुमार सिंह के विकट परिस्थितियों मे रहने के बावजूद अथक प्रयास से विद्यालय उत्तरोत्तर विकास करता गया। इसी क्रम में श्री सिंह ने विद्यालय की स्वतंत्र मान्यता की व्यवस्था के लिए कागजी घोड़ा दौड़ाना प्रारंभ कर दिया। उन्होंने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन कार्यरत सीबीएसई से मान्यता लेकर शिक्षण कार्य करने के लिए काफी प्रयास किया। विद्यालय ने एनसीईआरटी द्वारा निर्धारित निर्देश को अपना कर सीबीएसई पाठ्यक्रम के तहत शिक्षण कार्य चलाते हुए आरटीई एक्ट 2009 के निर्देश का अनुपालन भी किया है। सेन्ट्रल बोर्ड आॅफ सेकेण्ड्री एजुकेशन के सर्कुलर नम्बर 39 दिनांक 20 सितम्बर 2009 के निर्देशों के अनुसार लगातार कार्य करते रहने के कारण नरकटियागंज स्थित हैदराबाद सत्याग्रह दयानन्द एंग्लो वैदिक (एच.एस.डी.ए.वी. स्कूल) विद्यालय को 01 अप्रील 2014 से 31 मार्च 2017 तक के लिए बोर्ड ने अस्थायी सम्बद्धता प्रदान किया है। प्रधान अध्यापक ने बताया कि विद्यालय का क्षेत्र 6 एकड़ से ज्यादा में फैला हुआ है। विद्यालय एक समृद्ध पुस्तकालय, एक कम्प्युटर लैब, 2 लेखा लिपिक समेत 9 शिक्षकेत्तर कर्मी, 36 शिक्षक-शिक्षिका के बूते 1200 छात्र-छात्राओं को शिक्षा प्रदान कर रहा है। उन्होने उम्मीद जताया कि यह विद्यालय पिछड़े क्षेत्र में एक मिसाल कायम करेगा।