छात्र की पिटाई ने तूल पकड़ा, कारण जानने को बुद्धिजीवी बेचैन
नरकटियागंज(पच) नगर परिषद् के महात्मागाँधी मार्ग स्थित होली मिशन स्कूल में एक छात्र की पिटाई के मामले ने तुल पकड़ लिया है। उल्लेखनीय है कि वार्ड नम्बर 15 निवासी महेश प्रसाद सोंनथालिया ने शिकारपुर थाना में आवेदन देकर बताया है कि उनके भतीजा अक्षत जिसकी उम्र करीब 8 वर्ष है को विद्यालय के संचालक गौतम राज ने बेरहमी से पिटा है। उसके बाद पूछने के लिए जब उनके (महेश) बेटा द्वारा गौतम राज से संपर्क किया तो उसके साथ भी कमरा बन्द कर मारा और दीवार में सिर टकरा दिया गया। शिकारपुर पुलिस को दिये आवेदन में महेश सोनथालिया ने लिखा है कि इस बात की जानकारी बाहर दी तो जान से मार देंगे। उनके पिता जो राजनीतिज्ञ है के नाम का सहारा लेकर अपहरण की धमकी भी दी। शहर के बुद्धिजीवियों ने यह जानना चाहा है कि आखिर उस बच्चे की पिटाई क्यों की गयी ? हमारे सूत्र बताते है कि विद्यालय की बच्चियों से जुड़ी किसी हरकत से तंग आकर उक्त छात्र की पिटाई की गयी थी। मामले को लेकर विद्यालय प्रशासन और पीडि़त छात्र के परिजनों ने उभयपक्षीय मामला दर्ज कराया हैं।
तीन यात्री बने नशाखुरानी के शिकार
नरकटियागंज(अवधेश कुमार शर्मा) नरकटियागंज रेलवे स्टेशन पर इन दिनों फिर से नशाखुरानी गिरोह की सक्रियता दिखने लगी है। इसी क्रम में मंगलवार को मुजफ्फरपुर जाने वाली गोरखपुर-सोनपुर पैसेंजर गाड़ी में नशा खुरानी गिरोह के शिकार बने तीन यात्रियों को उतारा गया। हमारे सूत्र बताते हैं कि जीआरपी की मानवीय संवेदना सराहनीय है उन्होंने पीडि़त तीनों यात्रियों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नरकटियागंज में भर्ती कराया। जहाँ डाॅ अनील कुमार मिश्र ने उनकी चिकित्सा की और वे खतरे से बाहर बताये गए है। उनमें एक ने अपना नाम रामानन्द बताया और फिर से बेहोश हो गया। उन तीन यात्रियों को अस्पताल पहुँचाने वालों में जी आर पी के दो जवान नवल किशोर साह और नन्द किशोर सिंह ने बताया कि नशा खुरानी के शिकार तीनों के परिजनों को खबर कर की गयीं। उनके पास सें बरामद मोबाईल नम्बर पर सम्पर्क कर परिजनों का पता कर लिया गया।
गलतफहमी में दो गिरफ्तार, जाँचोंपरान्त रिहा
नरकटियागंज(पच) शिकारपुर थाना क्षेत्र के महुआवा गाँव की एक घटना से वहाँ के लोग सकते में हैं। बुधवार की अहले सुबह से शिकारपुर थाना के अहाते में महुअवा गाँव के ग्रामीण जुटने लगे और देखते-देखते काफी भीड़ जमा हो गयी। ग्रामीणों के अनुसार महुअवा निवासी शेख अनवर और आलमगीर को मंगलवार को हिरासत में लेकर, रातभर हाजत में रखा गया। उल्लेखनीय है कि उसी गाँव के औसान नामक व्यक्ति समेत चार के अपहरण की खबर शिकारपुर पुलिस को शमीम व एक अन्य व्यक्ति ने दी। शिकारपुर पुलिस के अनुसार किसी का कोई आवेदन इस बावत नहीं प्राप्त हैं। उधर गाँव के लोगों ने बताया कि औसान व उसके साथी गोरखपुर जाने वाला थे, पूछ-ताछ के दौरान उसके पास से गोरखपुर जाने का टिकट भी पाया गया। शिकारपुर पुलिस ने शमीम व उसके साथी के बताने पर आलमगीर और शेख अनवर को रातभर हिरासत में रखा। ग्रामीणांे की भीड़ और मामले की नजाकत को देखते हुए, शिकारपुर पुलिस ने दोनों को बाइज्ज्त रिहा कर दिया। इनसबके बावजूद पुलिस अधिकारी मीडिया को अपनी ओर से कुछ बताने की पहल नहीं करना चाहते और मीडिया मंे आने वाली खबरांे पर अपनी प्रतिक्रिया व शिकायत दर्ज कराने में पीछे नही रहते। अपहरण के मुद्दे पर पुलिस सक्रियता काबिल ए तारिफ हैं!
अवर निबंधन कार्यालय प्रकरण, तीन मामलों में से एक में पुलिस लापरवाह
नरकटियागंज(पच) शिकारपुर अवर निबंधन कार्यालय में अवर निबंधक, उनके पति और कनीय लिपिक रामानन्द दास प्रकरण की जाँच के लिए अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी सोमवार 21 जुलाई 2014 को जाँच के लिए पहुँचे। मौके पर अवर निबंधन पदाधिकारी मौजूद नहीं थी, न पीडि़त कनीय लिपिक रामानन्द दास ही मौजूद पाये गये। इस परिस्थिति में अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी रमेश कुमार मल्ल ने कार्यालय कर्मियों से पूछ-ताछ किया। गौरतलब है कि रामानन्द दास के साथ अवर निबंधन कार्यालय में 14 जुलाई 2014 को अवर निबंधक पूजा भारती, उनके पति अखिलेश कुमार गिरी और उनके संरक्षण के बिचैलिओं ने मारपीट किया था। इस संबंध में शिकारपुर थाना में उभयपक्षीय मामला दर्ज किया गया है। जबकि 2 जून 2014 को बिचैलिए द्वारा एक पत्रकार के साथ की गयी बदसलूकी की गयी। इस संबंध में शिकारपुर थाना काण्ड संख्या 145/2014 दर्ज है। जिस मामले में अभी तक पुलिस प्रशासन ने पर्यवेक्षण कार्य सम्पन्न नहीं किया है। गौरतलब है कि विगत चार वर्ष पूर्व एक अन्य पत्रकार के घर पर किरायेदार द्वारा किये गये कब्जा मामले में कतिपय पत्रकारों ने किरायेदार का पक्ष लिया था। चन्द चाँदी के के टुकड़ों की खातिर अपनी ईमान बेंचने वाले बड़े घरानों के अखबार के ये पत्रकार दिखने में तो जीवित है पर इनके जमीर मृतप्राय है। इसलिए शिकारपुर थानाकाण्ड संख्या 145/14 में पुलिस शिथिल पड़ी है।