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उत्तराखंड की विस्तृत खबर (24 जुलाई)

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अवैध खनन रोकने को तत्काल उत्तराखंड भेजा जाए केन्द्रीय विशेष दल: निशंक
  • राजस्व नुकसान के साथ हरिद्वार के गांवों पर मंडराया डूबने का खतरा

ramesh pokhariyal nishank
देहरादून, 24 जुलाई (निस)।  पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद हरिद्वार डा रमेश पोखरयिाल निशंक ने लोक सभा में नियम 377 के तहत उत्तराखंड उत्तराखण्ड के विभिन्न क्षेत्र एवं विशेषकर दून वैली के अन्तर्गत और आस पास, आसन कन्जर्वेशन रिजर्व एवं हरिद्वार, देहरादून, टिहरी जनपद के विभिन्न क्षेत्र गंगा, यमुना एवं अन्य क्षेत्र में बडे़ पैमाने पर हो रहे अवैध खनन का मुददा उठाते हुए कहा कि विना स्वीकृति के इससे जहां राज्यों को करोडों की राजस्व की क्षति हो रही है वहीं दर्जनों गांव उजडने की कगार पर पहुंच गये हैं और इसे रोका जाना जरूरी है। डा निशंक ने कहा कि हरिद्वार में बिना स्वीकृति के किये जा रहे खनन से तबाही की संभावना प्रबल हो गयी है। अवैध खनन के कारण दर्जनों गांव पानी में डूबने की कगार पर हैं और पिछली बार भी गन्ना किसानों की सैकडों एकड जमीन बर्बाद हो गयी थी। क्षेत्र में हाहाकार मचा हुआ है,लेकिन अवैध खनन पर अंकुश नही लग पा रहा है। सरकार की नाक के नीचे हो रहे खनन के कारण राजस्व हानि के अलावा गांवों पर बर्बादी का खतरा लगातार मंडराता जा रहा है। उन्होंने कहा कि विशेषकर दून वैली के अंतर्गत और आसपास आसन कंजर्वेशन रिजर्व एवं हरिद्वार,देहरादून,टिहरी जनपद के विभिन्न क्षेत्र गंगा,यमुना तथा अन्य क्षेत्रों में भी बडे पैमाने पर अवैध खनन किया जा रहा है। अवैध खनन से पर्यावरण एवं जलवायु पर प्रतिकूल प्रभाव पडता है व नदियों की धारा बदलकर गांवों को तबाह कर रही है। इसके अलावा मानवीय संपदा का विनाश हो रहा है और समय-समय पर भंयकर आपदा इसका प्रमाण है। उन्होंने कहा कि राज्य में खनन विना पर्यावरणीय स्वीकृति के किया जा रहा है। राज्य स्तरीय पर्यावरण प्रभाव आकलन प्राधिकरण द्वारा भी सहमति से पूर्व इसका सही अध्ययन नही किया गया तथा सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित सेंटल इंपार्वमेंट समिति के निर्देशों की अवहेलना खुल्लमखुल्ला हो रही है। उन्होंने इसके लिए तत्काल प्रभाव से केन्द्रीय विशेष दल को उत्तराखंड भेजकर प्रभावी कार्यवाही करते हुए अवैध खनन रोकने के साथ साथ जिम्मेदार लोगों और अधिकारियेां के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग की।

मूलभूत सुविधा को तरस रही पहाड़ की जनता

देहरादून, 24 जुलाई (निस)।  पहाड़ो में पिछले साल आई आपदा के बाद से वहां की जनता बिजली, सड़क, पानी जैसी मूलभूत समस्याओं को लेकर लगातार सरकार से उम्मीद लगाये बैठी है, लेकिन सरकार इनके सपने को भी पूरा करने के लिए आगे कोई कदम नहीं उठा रही है। एक ओर सरकार केदारनाथ में कैबिनेट बैठक करने का जो नया राग छेड़ रही है वह कई राजनीतिक दलों के नेताओं की समझ में नहीं आ रहा है उनका मानना है कि आखिरकार केदारनाथ में कैबिनेट बैठक करके कौन सा नया फैसला को मिलेगा। उल्लेखनीय है पिछले साल चारधाम मार्ग पर दैवीय आपदा के दौरान हजारों श्रद्धालुआंे की मौत हो गयी थी और पहाड़ के कई गांवों में सैंकड़ों ग्रामीण हमेशा के लिए मौत की नींद सो गये थे । उनके आशियाने व खेती की फसल भी पूरी तरह से बर्बाद हो गयी थी। पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने दैवीय आपदा के बाद ऐलान किया था कि आपदा का दंश झेलने वाले पहाड़वासियों का पुर्नवास व इलाकों का पुर्ननिर्माण किया जायेगा। हालांकि सरकार के दावे लगातार हवाई साबित होते आ रहे हैं और पहाड़ के लोगों को मजबूरी में पलायन के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। पहाड़ की जनता ने अपने दर्द से कांग्रेस राष्ट्रीय उपाघ्यक्ष राहुल गांधी को भी रूबरू कराया था जिसके बाद राहुल गांधी ने पहाड़वासियों के दर्द को महसूस करते हुए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा को हटाने की पहल कर दी थी और उसके बाद राज्य की कमान हरीश रावत के हाथों में सौंपते हुए उन्हें उजड़े लोगों का पुर्नवास व इलाकों का पुर्ननिर्माण करने का फरमान जारी किया था। आपदाग्रस्त इलाकों के प्रभावितों के मन में आज भी इस बात को लेकर बड़ी पीड़ा है कि उनका पुर्नवास आजतक नहीं हो पाया है और न ही इलाकों में बिजली पानी व सड़क की सही व्यवस्था हो पायी है जिसके चलते हरीश रावत सरकार पर भी लगातार सवाल उठते आ रहे हैं कि वह आपदाग्रस्त इलाकों में प्रभावितों का पुर्नवास करने की दिशा में क्या कदम उठा रहे हैं। सवाल उठ रहे हैं कि केदारनाथ धम के आसपास आज भी सैंकड़ों श्रद्धालुओं के शव मलवे में दबे होने की बात भाजपा करती आ रही है। इतना ही नहीं वहां घ्वस्त हुये मकानों को ठीक कराने के लिए भी सरकार ने आज तक कोई पहल नहीं की जिसके चलते आपदा की पीड़ा झेल रहे लोगों में प्रदेश सरकार के खिलाफ काफी नाराजगी देखने को मिलती आ रही है लेकिन इसके बावजूद भी सरकार उजड़े पहाड़वासियों का पुर्नवास करने की दिशा में आगे बढ़ती हुयी दिखायी नहीं दे रही हैं। हैरानी वाली बात यह है कि पहाड़ के लोग बिजली, पानी व सड़क के लिए तरस रहे हैं वहीं हरीश रावत सरकार ने दावा किया है कि वह जल्द केदारनाथ में कैबिनेट की बैठक करेंगें। सरकार के इस दावे से राज्य की जनता भी काफी हैरान है और उसका मानना है कि केदारनाथ में बैठक करने का क्या औचित्य है क्योंकि जब वहां की जनता को मूलभूत समस्याओं से दो चार होना पड़ रहा है वहीं केदारनाथ में कैबिनेट बैठक कर सरकार क्या साबित करना चाह रही है यह अपने आपमें कई सवालों को जन्म दे रहा है? सवाल उठ रहे हैं कि जो फैसले सरकार दून में बैठकर ले सकती है उन फैसलों को लेने के लिए आखिरकार सरकार किस उद्देश्य से केदारनाथ में कैबिनेट बैठक करने का खाका तैयार कर रही है।  कभी गैरसैण तो कभी केदारनाथ को माघ्यम बनाकर रावत सरकार क्या जताना चाहती है। इससे प्रदेश की जनता को क्या लाभ होगा यह तो हरीश रावत सरकार ही जाने लेकिन इन बैठकों में जिस तरह से लाखों रूपया पानी की तरह बहाया जा रहा है उससे सरकार पर सवाल जरूर खड़े हो रहे हैं। अब अगर सरकार ने केदारनाथ में कैबिनेट बैठक करने का  फैसला लिया तो यह तय है कि वहां मंत्री हैलीकाॅप्टर से ही पंहुचेगें और उससे कई लाख रूपये का इस कैबिनेट बैठक को लेकर खर्च हो जायेगा जिससे सरकार पर भी भाजपा हमला करेगी कि जिस कैबिनेट बैठक को दून में किया जा सकता था उसे आखिरकार किन कारणों से केदारनाथ में करने का सरकार सपना देखने में लगी हुयी है। भाजपा के कई नेताओं का कहना है कि अगर सरकार केदारनाथ में कैबिनेट बैठक के बजाय वहां रहने वाले लोगों को बिजली, पानी व सड़क जैसी सुविधा मुहैया करा दें तो उससे पहाड़वासियों का जीवन फिर पटरी पर लौट आयेगा।

सीएम को भेजा ज्ञापन

रुद्रपुर, 24 जुलाई (निस)।  कलेक्ट्रेट परिसर में एक श्रमिक नेता की पुलिस द्वारा की गयी गिरफ्रतारी के खिलाफ कई श्रमिक संगठनों ने कलेक्ट्रेट प्रभारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में कलेक्ट्रेट प्रभारी टीएस मर्तोलिया को सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया है कि गत 21 जुलाई को सिडकुल स्थित एक फैक्ट्री के समक्ष पुलिस द्वारा श्रमिकों पर किये गये लाठीचार्ज के खिलाफ 22 जुलाई को कलेक्ट्रेट परिसर में ज्ञापन देने श्रमिक एकत्र थे जहां से निजी कार से उतरे पुलिसकर्मियों ने इंकलाबी मजदूर केंद्र के अध्यक्ष कैलाश भट्ट को जबरन खींच लिया और उसे गाड़ी में बैठाकर ले गये। ज्ञापन में कहा गया है कि श्रमिकों पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच करायी जाये, कैलाश भट्ट को गैरकानूनी तरीके से गिरफ्रतार करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही हो, सिडकुल में श्रमिकों का शोषण एवं उत्पीड़न बंद किया जाये तथा श्रमिकों व इमके के अध्यक्ष कैलाश भट्ट पर लगे मुकदमे को वापस लिया जाये। ज्ञापन देने वालों में सुरेंद्र रावत, केके बोरा, दिनेश चंद तिवारी, अभिलाष, जसवंत, पूजा व पूर्णिमा समेत अन्य श्रमिक शामिल थे।

ट्रांसफार्मर न बदले जाने पर आंदोलन की चेतावनी

काशीपुर, 24 जुलाई (निस)।  बरसात के चलते पांच दिन पहले फुंके 25 केवीए ट्रांसफार्मर को अभी तक ठीक नहीं किए जाने से गुस्साए कुंडेश्वरी क्षेत्र के ग्राम जुड़का नंबर दो के ग्रामीणों ने एसडीओ (ग्रामीण) पीके शाह का उनके कार्यालय में घेराव किया। उन्होंने ट्रांसफार्मर न बदले जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी। ग्राम जुड़का के ग्रामीणों ने बताया कि पांच दिन पूर्व बरसात के चलते 25 केवीए ट्रांसफार्मर फूंक गया। जिससे ग्रामीण अंधेरे में रह रहे हैं, जिससे खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। विभाग के अधिकारियों ने जब गांव में चेकिंग अभियान चलाया गया था तो बिजली का बकाया नहीं देने वाले उपभोक्ताओं का कनेक्शन काट दिया था। अब सभी ने बकाया जमा कर दिया है लेकिन विभाग के कर्मचारियों ने अब तक कनेक्शन नहीं जोड़े। एसडीओ ने आश्वासन दिया कि जल्द ही नया ट्रांसफार्मर गांव में लगा दिया जाएगा। कनेक्शन भी जल्द ही जोडे जाएंगे। घेराव करने वालों में होशियार सिंह, प्रदीप कुमार, धर्मपाल सिंह, अमनदीप सिंह, शीशराम, काशीराम, संजय, रणवीर सिंह, देवेंद्र कुमार आदि थे।

जोनल मजिस्ट्रेटो की तैनाती

हल्द्वानी,  24 जुलाई (निस)।  जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी अक्षत गुप्ता ने क्षेत्र पंचायत प्रमुख, ज्येष्ठ उप प्रमुख व कनिष्ठ उप प्रमुख के निर्वाचन हेतु जनपद के आठों विकास खण्डों में निर्वाचन में भाग लेने वाले प्रत्याशियों के निर्वाचन व्यय का लेखा-जोखा प्राप्त करने तथा उनका परीक्षण करने हेतु जौनल मजिस्ट्रेटों की तैनाती कर दी है। उन्होंने बताया कि उप जिलाधिकारी धारी को विकास खण्ड ओखलकाण्डा में तैनात किया गया है। इसी प्रकार उप जिलाधिकारी कोश्यांकुटौली को विकास खण्ड बेतालघाट, परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अभिकरण नैनीताल को विकास खण्ड धारी, उप जिलाधिकारी नैनीताल को रामगढ़, उप जिलाधिकारी रामनगर को रामनगर, अपर उप जिलाधिकारी हल्द्वानी को कोटाबाग, उप जिलाधिकारी हल्द्वानी को हल्द्वानी व नगर मजिस्ट्रेट हल्द्वानी को विकास खण्ड भीमताल में जोनल मजिस्ट्रेट तैनात किया गया है। 

जनपदवार कार्यक्रमो के प्रस्तुतीकरण का रोस्टर जारी

नैनीताल, 24 जुलाई (निस)।  सूचना एंव लोक सम्पर्क विभाग के विभिन्न जनपदो में पंजीकृत सांस्कृतिक दल प्रदेश के सभी जनपदो के ग्रामीण एवं शहरीय क्षेत्रो मेें सांस्कृतिक कार्यक्रमो के माध्यम से मनोरंजक ढंग से जनसाधारण को शासन की योजनाओ के सम्बन्ध में जानकारी देगे। इस हेतु महानिदेशक/अपर सचिव सूचना द्वारा जनपदवार कार्यक्रमो के प्रस्तुतीकरण का रोस्टर जारी किया है। महानिदेशक ने बताया है कि शासन की योजनओ के प्रचार प्रसार के लिए स्पेशल कम्पोनैन्ट प्लान के तहत प्रदेश के चयनित 32 सांस्कृतिक दलो को 288 कार्यक्रम आंबंटित किये गये है इन कार्यक्रमो का प्रस्तुतीकरण 1 अगस्त से 9 अगस्त के मध्य निर्धारित स्थलो पर किया जायेगा। दलो को उनके निर्धारित मानदेय का भुगतान शासन द्वारा किया जायेगा। इस क्रम मंे जानकारी देते हुये सहायक सूचना निदेशक/जिला सूचना अधिकारी योगेश मिश्रा ने बताया कि जनपद के रिमझिम कुर्माचल सांस्कृतिक दल द्वारा विकास खण्ड रामनगर के मालधन चैड, गोपाल नगर, देवीपुरा, गैातम नगर, गांधीनगर, चन्द्र नगर, आन्नद नगर, जोगीपुरा, दयारामपुर टांडा में, मां सरस्वती लोक सांस्कृतिक कला समिति द्वारा विकास खण्ड धारी के सलीयाकेाट तल्ला, सलीकोटमल्ला, हरीनगर, अक्षोरा, लदफोडा मल्ला, सरना, अधारिया, हरीनगर सरना, मजूली, मल्लीदीनी में कार्यक्रम प्रस्तुत किये जायेगे। इसी प्रकार जनपद नैनीताल के कुमायू संास्कृतिक कला उत्थान समिति द्वारा विकास खण्ड भीमताल के बहेडीगांव, हरीनगर, चांददेवा, पाण्डेगांव, बिजरी हरिनगर, जंगलीयागांव, सुरियागंाव, तिलवाडी, काई रनेज, फतेहपुर रनेज में तथा ताराराम कवि एण्ड पार्टी द्वारा विकास खण्ड हल्द्वानी के भीमपुरी, धापला, मीठाआवला, भगवानपुर बिचला, पे्रमपुर लोसज्ञानी, धरमगढ, मालनी रनेज, रामनगर रेंज व आमपोखडा रेन्ज में सांस्कृतिक कार्यक्रम 1 अगस्त से 9 अगस्त के मध्य प्रस्तुत किये जायेगे। उन्होंने इस सम्बन्ध में सांस्कृतिक दलो को निर्देशित किया है कि वह शासन द्वारा निर्धारित स्थानो पर कार्यक्रम प्रस्तुतीकरण करें। 

पंजीकरण को करें आवेदन

नैनीताल, 24 जुलाई (निस)।  सूचना एवं लोक संपर्क विभाग से पंजीकृत सांस्कृतिक दलांे का कार्यकाल सितम्बर 2014 में समाप्त हो रहा है। कार्यरत सांस्कृतिक दलों के तथा नवीन सांस्कृतिक दलों का पंजीकरण सूचना निदेशालय द्वारा किया जायेगा। इस हेतु सांस्कृतिक दलों को जिला सूचना अधिकारियों के माध्यम से आवेदन करना होगा। उक्त जानकारी देते हुये सहायक सूचना निदेशक योगेश मिश्रा ने बताया कि निर्धारित आवेदन प्रपत्र 100 रूपये की धनराशि देकर जिला सूचना कार्यालय नैनीताल तथा मीडिया सेंटर हल्द्वानी से प्राप्त किये जा सकते हैं।आवेदन प्रपत्र01 अगस्त से 10 अगस्त तक जिला सूचना कार्यालय/मीडिया सेंटर से प्राप्त किये जा सकते हैं। आवेदक अपने प्रपत्र भरकर अनिवार्य रूप से 20 अगस्त तक जिला सूचना कार्यालय अथवा मीडिया सेंटर हल्द्वानी में जमा कर सकते हैं। निर्धारित तिथि के बाद आवेदन प्राप्त नहीं किये जायेंगे। परीक्षणोपरांत सभी आवेदन महा निदेशक सूचना देहरादून को 25 अगस्त तक भेज दिये जायेंगे।

कैंप में खिलाडी कर रहे प्रतिभाग

रामनगर, 24 जुलाई (निस)।  राजकीय इंटर कालेज कें क्रीडा मेदान में चल रहे किक्रेट खेल प्रशिक्षण कैंप में भारी संख्या में खिलाडी उत्साह के साथ प्रतिभाग कर रहे है। किक्रेट प्रशिक्षक मौं इकरार ने बताया कि सहायक खेल निदेशक हल्द्वानी के तत्वाधान मेें यह प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है उन्होने बताया कि यह प्रशिक्षण कैंप 1 जुलाई से शुरू हुआ था तथा इसका समापन फरवरी माह में होगा। साथ ही उन्होने कहा कि जो भी खिलाडी इस प्रशिक्षण कैंप में प्रतिभाग करना चाहते हे वह संपर्क कर अपना पंजीकरण करा सकते है। 

संशोधन सूची जारी

रामनगर, 24 जुलाई (निस)।  उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने संस्कृत परीक्षा की मैरिट लिस्ट में संशोधन कर सूची को दुबारा जारी किया है। परिषद सचिव डा0 डीके मथेला द्वारा जारी संशोधित सूची के अनुसार वर्ष 2012 की पूर्व मध्यमा द्वितीय खंड की योग्यता सूची में श्री दुर्गादत्त कपिलाश्रमी संस्कृत महाविद्यालय हल्द्वानी के कार्तिक जोशी प्रथम, श्री नेपाली संस्कृत महाविद्यालय ऋषिकेश के नवलकिशोर द्वितीय व श्री राम संस्कृत विद्यापीठ श्री राम मन्दिर रानीखेत के बद्रीविशाल पाण्डेय तृतीय स्थान पर रहे। जबकि गुरुरानी चैथे, दीपक कुमार सुयाल व दीपक चन्द्र पांचवे, दिनेश चन्द्र बेलवाल छठे, मनोज व हिमांशु बिष्ट सातवें, रोहित जोशी आठवंे, श्रवण कुमार तिवारी नवें, हर्षित शर्मा दसवें, रोहित पुनेठा व दीपक भटट ग्यारहवें व सागर बारहवें स्थान पर रहें है। 

उपलब्ध कराया जा रहा है खाद्यान्न: पांडे

रूद्रपुर, 24 जुलाई (निस)।  जिलाधिकारी डाॅ पंकज कुमार पाण्डे ने बताया है कि केन्द्र सरकार की महत्वाकंाक्षी  खाद्य सूरक्षा योजना जनपद में एक जुलाई से लागू हो चुकी है जिसके अन्तर्गत निर्धरित लक्ष्य के अनुरूप चयनित पात्र परिवारों एवं अन्त्योदय के कार्डधारकों को निर्धारित मात्रा व मूल्य का खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके साथ ही कार्ड धारकों को चीनी भी वितरित की जा रही है। उन्होंने बताया कि षासन ने निर्देष दिये कि जिले में प्रचलित अवशेष सभी एपीएल कार्डधारकों को भी राज्य खाद्य योजना के अन्तर्गत पूर्व की तरह खाद्यान्न का वितरण किया जाय किन्तु एपीएल के अवषेश कार्डधारकों हेतु अभी षासन से पूरा खाद्यान्न कोटा आबंटित नही हो पाया है जिससे एपीएल कार्डधारकों को खाद्यान्न का वितरण में बिलम्व हो रहा है। जिलाधिकारी ने इस सम्बन्ध में जिला पूर्ति अधिकारी को आवष्यक दिषा निर्देष दिये है। जिला पूर्ति अधिकारी बिपिन कुमार ने बताया है कि खाद्यान्न कोटा के आबंटन में विलम्ब होने से कतिपय एपीएल कार्डधारकों में यह भ्रान्ति फैलाई जा रही है कि एपीएल कार्डधारको को अब खाद्यान्न एवं चीनी नही मिलेगी जो बिल्कुल गलत है। उन्होने इस बावत एपीएल कार्डधारको से अपील की है कि वह इस प्रकार की किसी भी झूठी भ्रान्ति एवं अफवाह पर ध्यान न दे क्योकि षीघ्र ही अवषेश समस्त एपीएल कार्डधारको को खाद्यान्न कोटा आबंटित होते ही राषन का वितरण सुनिष्चित किया जायेगा। 

प्रभावित क्षेत्रों का किया भ्रमण

लालकुआं, 24 जुलाई (निस)।  पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही बरसात के चलते गौला नदी का तेज प्रवाह जारी है क्षेत्र के भाजपा एवं कांग्रेसी नेताओं ने बाढ प्रभावित क्षेत्रो का भ्रमण किया। गौला नदी में पुनः जलप्रवाह तेज हो गया जिसके चलते नदी के पानी ने श्रीलंका टापू,शिशुवाणी, इन्द्रानगर, रावत नगर, संजय नगर व खुरियाखत्ता सहित आधा दर्जन गांवों के परिजनों की भूमि नदी में समा गयी। क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा नेता नवीन दुम्का के नेतृत्व में भाजपाईयों ने बाढ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करते हुए गौला नदी में चैनल बनाकर गौला नदी का प्रवाह बदलने, प्रभावित क्षेत्रों में बाढ नियंत्रण दिवार लगाने की प्रशासन से मांग की। इधर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरेन्द्र बोरा के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने बाढ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर बाढ प्रभावित परिवारों से मुलाकत कर उन्हें सहयोग करने तथा तटबन्धों का निमार्ण कराने का आश्वासन दिया।  

ट्रांसपोर्टर के खिलाफ मुकदमा 

लालकुआं, 24 जुलाई (निस)।  तराई पूर्वी वन विभाग डौली रेंज के वन कर्मियों ने फर्जी तौर पर अभिवहन शुल्क की पर्ची बुक छपवाकर अवैध रूप से लाखों रूपये की वसूली करने वाले का पर्दाफांस कर नगर के एक ट्रांसपोर्टर के विरूद्ध स्थानीय कोतवाली में विभिन्न धाराओं में मामला पंजीकृत  कराया है। जिसके बाद पुलिस ने उक्त ट्रान्सपोटर की तलाश शुरू कर दी है। डौली रंेज के वन रक्षक ललित मोहन द्वारा स्थानीय कोतवाली में तहरीर देते हुए कहा है कि पिछले 3-4 माह से नगर के ट्रान्सपोटर अमित अग्रवाल उर्फ पिंकू अग्रवाल द्वारा स्वयं को वन विभाग का प्रतिनिधि बताकर अभिवहन शुल्क की पर्ची बुक छपवाने  के बाद फर्जी मोहर का प्रयोग कर उसका दुरूपयोग करते हुए लाखों रूपये की वसूली कर जालसाजी की है। वन रक्षक द्वारा दी गयी तहरीर में कहा गया है कि वन विभाग ने फर्जी तरीके से अभिवहन शुल्क वसूलने के दस्तावेज भी जुटाये है जिनकी गहनता से जांच की जा रही है। उन्होंने स्थानीय पुलिस  से आरोपी के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करते हुए पैसे की वसूली करने की मांग की है। इधर वन क्षेत्राधिकारी आरपी जोशी ने कहा कि उन्हें वनकर्मियों ने बताया  कि अमित अग्रवाल फर्जी बुक व मोहर बनवाकर अभिवहन शुल्क की वसूली कर रहा है जिस पर उन्होंने कार्यवाही शुरू की तो पूरा मामला प्रकाश में आ गया। उन्होंने बताया कि आरोपी अबतक वन विभाग को लाखों रूपये की चपत लगा चुका है। जिसके विरूद्ध वन विभाग ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल से कार्यवाही करने की मांग की थी जिसके बाद पुलिस कप्तान के निर्देश पर पुलिस ने जालसाजी की विभिन्न धाराओं 419,420,465,467,468,471,472 में मुकदमा पंजीकृत कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। कोतवाल विपिन चन्द्र पंत का कहना है कि जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होगा।  

गैंगस्टर की कार्यवाही को वार्ता

लालकुआं, 24 जुलाई (निस)।  तराई केन्द्रीय वनप्रभाग के टाड़ा रेंज के जंगल में बेसकीमती सागौन हरे पेड़ काटने के मामले में वन विभाग ने कड़ा रूख अख्तियार करते हुए घटना में शमिल सातिर लकड़ी तस्करों के खिलाफ गैगंस्टर की कार्यवाही करवाने के लिए पुलिस अधिकारियों से वार्ता की। विदित हो कि तराई केन्द्रीय वनप्रभाग के टाड़ा रेंज के जंगल से सागौन दो विशाल हरे पेड़ काटे जाने के बाद वन कर्मियों की सक्रियता से जंगल में ही काटे गये 11 गिल्टे बरामद कर लिये गये थे जबकि मामले सामिल लकड़ी तस्कर मौका पाकर फरार हो गये। वन विभाग ने उक्त मामले को गम्भीरता से लेते हुए घटना में सामिल लकड़ी तस्करों की सूची तैयार कर उनके द्वारा पूर्व में किये गये अपरधों की फेहरिस्त प्रभागीय वनाधिकारी को सौंपी साथ ही उक्त लकड़ी तस्करों के विरूद्ध गैंगस्टर की पुनः कार्यवाही करने की मंाग भी की, जिस पर प्रभागीय वनाधिकारी सनातन ने पुलिस महकमे के वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता कर मामले में लिप्त कुख्यात लकड़ी तस्करों के विरूद्ध गैंगंस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही करने को कहा है। उधर प्रभागीय वनाधिकारी सनातन ने कहा कि वन अधिनियम के तहत 4 दर्जन से अधिक मामले पंजीकृत होने के बावजूद तस्करों द्वारा खुलेआम जंगल में गुन्डई करने की छूट किसी भी हालत में नहीं दी जायेगी सभी तस्कर जल्द ही सलाखांे के पीछे होंगे।


खनन पर हुई सरकार सख्त, जांच के दिए आदेश, खनन स्थलों को चिन्हित करने के मुख्यमंत्री ने दिए आदेश 

देहरादून, 24 जुलाई। खनन मामले में लगातार हो रहे आरोप प्रत्यारोप के चलते प्रदेश मुखिया ने अवैध खनन को रोकने के लिए कदम बढ़ाया है। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अवैध खनन को रोकने के लिए प्रभावी पहल के निर्देश दिये है। उन्होंने खनन स्थलों को चिन्हित करने, खनन के लिए अधिकृत लाईसेंसधारी की पहचान के साथ ही इन्फोर्समेंट व सर्विलांस सिस्टम को और अधिक मजबूती प्रदान करने को कहा। खनन का कार्य पारदर्शिता के साथ हो इस पर ध्यान देने के भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये हैं। गुरूवार को बीजापुर अतिथिगृह में खनन से सम्बन्धित कार्यो की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि खनन कार्यो में पारदर्शिता लाये जाने के लाये जाने के लिये खनन कार्यो की जांच की व्यवस्था को विकेन्द्रीकृत किया जाय। उन्होंने मुख्य सचिव को अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री के साथ ही  देहरादून, हरिद्वार व उधमसिंह नगर के जिलाधिकारियों व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक कर इस सम्बन्ध में ठोस कार्य योजना तैयार करने को कहा। यह समिति खनन से सम्बन्धित सभी पहलुओं पर व्यापक रूप से विचार कर अपना सुझाव देगी। उन्होंने कहा कि खनन से प्राप्त होने वाले राजस्व में कोई कमी न हो, चिन्हित स्थलों पर पारदर्शिता के साथ खनन का कार्य हो, इस पर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि खनन के लिये निजि पट्टों के आवंटन व्यवस्था में भी बदलाव किया जाना चाहिए। जिसके खेत में आर.वी.एम. जमा होगा या फसल का नुकसान होगा उसका मुआवजा सरकार द्वारा दिया जायेगा। मलबा हटाने के लिये खनन सम्बन्धी कार्य राज्य सरकार द्वारा नामित व्यक्ति द्वारा किया जायेगा। इस व्यवस्था के क्रियान्वयन की व्यवस्था भी मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि निजि खेतों से मिट्टी उठाने के कार्य के लिये अब कोई स्वीकृति नही लेनी पडेगी। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिये कि नदियों के किनारे निजि भूमि पर खनन सामग्री का किसी भी प्रकार का स्टोरेज न बनाया जाय, इसकी आड मे भी अवैध खनन की आशंका रहती है। खनन सामग्री बरबाद न हो, इसके लिये विभागीय स्तर पर वेण्डर शाप खोले जाने की उन्होंने बात कही। उन्होंने निर्देश दिये कि खनन सामग्री का स्टोर केवल वही व्यक्ति करे जिसके पास इसका लाइसेंस हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के स्पष्ट निर्देशों के बाद भी खनन कार्यो में शिकायतें मिलना ठीक नहीं है। जन शिकायतों पर अविलम्ब ध्यान दिया जाय। इस कार्य मे हो रही गडबडी को रोकना अधिकारी अपनी प्राथमिकता समझे। उन्होंने कहा कि खनन के लाट नीलामी द्वारा आवंटित हो रहे है इसके लिये स्थानों के निन्हिकरण के साथ ही जो लाइसेंसी है, उन्हे स्थल के फोटोग्राफ उपलब्ध कराये जाय। लाइसेंसी आवंटित स्थल के पूरे क्षेत्र में यह कार्य करे इस पर निगरानी रखनी जरूरी है। इसके लिये सर्विलांस व्यवस्था को मजबूत बनाना होगा। यदि जरूरी हुआ तो इसके लिये थर्ड पार्टी व्यवस्था भी अमल में लायी जाय। खनन क्षेत्रों के निरीक्षण की प्रभावी व्यवस्था के लिये सघन चेकिग अभियान के साथ ही प्रत्येक क्षेत्र में किसी पुलिस अधिकारी को इसका जिम्मा सौपा जाय। इस सम्बन्ध में इस हेतु गठित एसआईटी अपना कार्य करती रहेगी।
उन्होंने वन निगम को उन्हें आवंटित क्षेत्रों में खनन कार्यो मे तेजी जाने को कहा। इसके लिये केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से समन्वय कर कार्यो की स्वीकृति अविलम्ब प्राप्त करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि वन निगम जंगलों से बहने वाले नदी नालों के उपचार पर भी ध्यान दे, इन पर भी चुगान कार्य आवश्यक हो गया है। इन नदी नालो का मलवा जंगलों व पेड पौधों को नुकसान पहुंचा रहा है। वन विभाग वनों को हो रहे इस नुकसान का पूरा विवरण वन व पर्यावरण को भेजे ताकि जंगलों की रक्षा के लिये इस पर भी चुगान कार्य हो सके। मुख्यमंत्री ने हरिद्वार में बाढ सुरक्षा कार्यो की समीक्षा करते हुए कहा कि नदी क्षेत्रों में सैण्डबैग लगाये जाने जरूरी है। इस सम्बन्ध में शुक्रवार को विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन व स्थानीय विधायकों के साथ सिंचाई व सम्बन्धित विभागीय अधिकारी क्षेत्रों का निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लेंगे तथा खेतों को हो रहे नुकसान की रोकथाम के लिये कार्य योजना से सम्बन्धित अपने सुझाव देंगे ताकि इस सम्बन्ध में शीघ्र कार्यवाही की जा सके। बैठक में विधायक एवं उत्तराखण्ड राज्य खनिज विकास परिषद के अध्यक्ष कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन, मुख्य सचिव सुभाष कुमार अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री डा एसएस सन्धू, प्रमुख सचिव वन राजवीन सिंह, प्रमुख वन संरक्षण एसएस शर्मा, उपाध्यक्ष एमडीडीए आर मीनाक्षी सुन्दरम सहित विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

श्रीदेव सुमन को किया याद

देहरादून, 24 जुलाई (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने टिहरी जन क्रांति के नायक अमर शहीद श्रीदेव सुमन का उनकी पुण्य तिथि पर भाव पूर्ण स्मरण करते हुए उनके दिखाए मार्ग पर चलने का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि ‘‘स्व. श्रीदेव सुमन ने जिस प्रकार निरंकुश शासन के विरूद्ध जनक्रांति का नेतृत्व किया वह हम सभी के लिए प्रेरणास्पद है। उन्होंने महात्मा गांधी के सत्य व अहिंसा के संदेश को लेकर जन जागृति की एक नई अलख जगाई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. श्रीदेव सुमन एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने टिहरी राज्य में प्रजामण्डल के कार्यों का भी संचालन किया और जनता को एक नई रोशनी दी।

कारगिल दिवस में श्रद्धांजलि सभा 26 को

देहरादून, 24 जुलाई (निस)। शनिवार 26 जुलाई को कारिगल दिवस ‘‘शौर्य दिवस’’ के रूप में मनाया जायेगा। शौर्य दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री हरीश रावत गांधी पार्क स्थित शहीद स्मारक स्थल पर शहीद सैनिकों के स्मारक पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। शौर्य दिवस के अवसर पर कौलागढ़ स्थित ओ.एन.जी.सी. के कम्यूनिटि हाॅल में भी श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया जायेगा, जिसमें राज्य के मंत्रीगण, विधायक, शासन के अधिकारियों के साथ ही सशस्त्र सेनाओं के सेवारत व सेवानिवृत्त अधिकारी भी प्रतिभाग करेंगे।

उपचुनाव में दांव पर है अध्यक्ष की कुर्सी 

देहरादून, 24 जुलाई (राजेन्द्र जोशी)।उत्तराखण्ड में होने वाले उपचुनाव में दोनों दलों के अध्यक्षों की कुर्सी दांव पर लगी हुई है। कांग्रेस आलाकमान के करीबी किशोर उपाध्याय कुछ दिन पहले ही पार्टी के अध्यक्ष बनाए गये। ‘‘सिर मुड़ाते ही ओले पड़े’’ कहावत के अनुसार तुरंत उपचुनाव आ गए। ऐसे में किशोर उपाध्याय तथा भाजपा के अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत की कुर्सी दांव पर लगी हुई है। तीरथ सिंह रावत को भुवन चन्द खण्डूरी लाबी ने जोड़तोड़ कर अध्यक्ष बनवाया। उनके प्रतिद्वंदी रहे एवं पूर्व सीएम कोश्यारी के सहयोगी रहे त्रिवेन्द्र सिंह रावत को राष्ट्रीय सचिव बनाकर उनकी अहमन्यता को तुष्ट किया गया। यही त्रिवेन्द्र सिंह रावत डोईवाला से विधानसभा से उतरे। एक प्रतिद्वंदी को चुनाव जीताने में पार्टी अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत ने क्या मेहनत की है इसका परिणाम 25 जुलाई को दोपहर बार आ जाएगा। यही स्थिति अन्य दोनों सीटों पर भी है। जहां मोहन राम आर्य तथा बीडी जोशी की प्रतिष्ठा दंाव पर लगी हुई है। मोहन राम आर्य को चुनौती दे रही है रेखा आर्य जो कांग्रेस से भाजपा और भाजपा से कांग्रेस में गई है। ऐसे में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत के लिए इन तीनों सीटों पर जीत दिलाना प्रतिष्ठा का प्रश्न बना हुआ है। लेकिन आंकड़े बताते है कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इन तीनों सीटों पर अपेक्षित पहल नही की है। पूर्व सीएम एवं सांसद भगत सिंह कोश्यारी ने भले ही इन क्षेत्रो का दौरा किया है तथा प्रत्याशियों को लिए वोट मांगा है। यही स्थिति डाॅ. रमेश पोखरियाल निशंक की भी है।  तीरथ सिंह के  आका और पूर्व मुख्यमंत्री खण्डूडी ने शायद ही इन क्षेत्रों का दौरा किया हो। केन्द्रीय मंत्री स्मृति इरानी के दौरे को छोड़ दिया जाए तो किसी बड़े केन्द्रीय नेता ने इन चुनावों में उत्तराखण्ड आने का जहमत नही उठाई। इसके कारण कुछ भी दिये जा सकते है पर यह बात का सबूत है कि उत्तराखण्ड के इन तीनों सीटों पर केन्द्रीय नेताओं कीि कोई रूचि नही थी। जिसके कारण प्रत्याशियों का मनोबल भी टूटा है। यही कारण है कि सत्तारूढ़ दल के सामने विपक्ष के प्रत्याशी शुरू से ही कमजोर साबित हुए है। चुनावी परिणाम बताएंगे की कौन कमजोर है कौन सहजोर। लेकिन इस चुनाव ने भाजपा की आंतरिक संरचना एवं उठापठक हो उजागर किया है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ - साथ प्रदेश स्तरीय नेताओं की भी इन उपचुनाव में अच्छी अभिरूचि नही रही है। इसका कारण क्षेत्रीय क्षत्रपों के मामलों पर वरिष्ठ पदाधिकारियों की मौन चुप्पी थी। जिसके कारण उन्होंने इस चुनाव में अपेक्षित प्रयास नही किया। वैसे भी उपचुनाव में संघ से जुड़े लोग रूचि कम लेते है। भाजपा के क्षेत्रीय  नेताओं के कारण भी आरएसएस के लोगों ने अपने भाव व प्रभाव का इस्तेमाल नही किया। इसकी जिम्मेदारी प्रदेश अध्यक्ष के नाते तीरथ सिंह रावत की भी बनती थी कि वे समन्वय का काम कर असंतुष्ट लोगों को संतुष्ट करते तथा लोगों की अपेक्षाओं को पुरा करने का हरसंभव प्रयास करते पर ऐसा नही हुआ है। जिसके कारण भाजपा की स्थिति उपचुनाव में बहुत अच्छी नही रही। राजनीतिक समीक्षक बताते है कि दोनों दलों विशेषकर कांग्रेस और भाजपा के अध्यक्षों की विशेष जिम्मेदारी बनती है। कांग्रेस लाभ में इसलिये आगे दिख रही है कि उसके साथ सत्तारूढ़ दल के साथ - साथ सत्ता से जुड़ी एक लंबी चेन है। वहीं भाजपा के पास समर्पित कार्यकर्ताओं का एक ऐसा संगठन है जो असंभव को संभव कर दिखाता है। इस चुनाव में इन कार्यकर्ताओं का रूझान प्रभावपूर्ण नही रहा। ऐसे में अध्यक्ष चाहे भाजपा का हो या कांग्रेस का अपनी जिम्मेदारी व जवाबदेही से नही बच सकते। दोनों दलों के अध्यक्षों की कुर्सी इस चुनाव में दांव पर लगी हुई है। परिणाम क्या होगा चुनाव का परिणाम बताएंगा।

दुकान के गल्ले से लाखों रूपये की नगदी चोरी

काशीपुर, 24 जुलाई (निस)। कुछ अज्ञात चोरो ने एक इलैटॉनिक के शोरूम में घुस दुकान के गल्ले से लाखों रूपये की नगदी चुरा ली। सूचना पर एसआई अनिल आर्या ने मौका मुआयना कर चोरो की तलाश शुरू कर दी है। बाजपुर रोड स्थित आवास विकास मोड के सामने आरविट इलैटीकल्स का शोरूम है। शोरूम स्वामी व कुंडा (जसपुर) निवासी समीर सिंह ने रोजाना की तरह आज प्रातः शोरूम खोला तो वह दुकान का गल्ला टूटा देख भौच्चके रह गये। तलाशी लेने पर गल्ले से 1 लाख 20 हजार रूपये की नगदी गायब थी। चोरो ने दुकान में रखे अन्य किसी भी सामान को हाथ भी नही लगाया। दुकान में रखा सारा सामान सुरक्षित रखा मिला। चोरी की सूचना पर पहुंचे प्रांतीय उधोग व्यापार मंडल अध्यक्ष राजीव सेतिया (डम्पी) व उपाध्यक्ष अंकित अग्रवाल ने चोरी की सूचना एसएसआई धीरेंद्र कुमार को अवगत कराया। एसएसआई के आदेश पर मौके पर पहुंचे टांडा उज्जैन पुलिस चैकी इंचार्ज अनिल आर्या ने दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंच मौका मुआयना किया। जिसमें शोरूम की छत पर बने जीने के दरवाजे की कुण्डी अन्दर से खुली मिली होने के कारण पुलिस ने उक्त चोरी को संदिग्ध मानते हुए जांच शुरू कर दी है। चोरी की तहरीर शोरूम स्वामी ने अज्ञात चोरों के खिलाफ  चैकी पुलिस को दे दी है। शांरूम स्वामी ने बताया कि उन्हें यह रकम आज एक कंपनी के ऐजेंट को देनी थी।

दो भाईयों ने युवक को घायल किया

काशीपुर, 24 जुलाई (निस)। जान से मारने की नियत से दो सगे भाइयो ने एक युवक पर तंमचे से हमलाकर उसे गम्भीर रूप से घायल कर दिया। जिसे अत्याधिक गम्भीर हालत में मानपुर रोड स्थित एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। घायल के भाई ने घटना की पूर्ण जानकारी देते हुए कोतवाली में नामजद रिपोर्ट दर्ज करायी है। पुलिस ने मामले की जांच प्रारम्भ कर दी है। ग्राम नीझडा निवासी संजय कुमार पुत्र ओमप्रकाश ने कोतवाली पुलिस को दी तहरीर में कहा कि उसके छोटे भाई अजय को बुद्धवार रात्रि ग्राम फिरोजपुर निवासी गुरमुख सिंह व गुरनाम सिंह पुत्रगण बंता सिंह रास्ते में रोक लिया। अजय को जान से मारने के इरादे से तंमचा से फायर कर दिया। गोली लगने से अजय गम्भीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिर गया। गोली की आवाज सुन आस पास के गा्रमीण घटनास्थल पर पहुच गयें। ग्रामीणों ने अजय को अत्याधिक गम्भीर अवस्था में मानपुर रोड स्थित निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया है। जहां उसकी हालत चिंताजनक बतायी जा रही है। उधर पुलिस ने घायल के भाई की तहरीर के आधार पर नामजद रिपोर्ट दर्ज कर ली है। मामला चुनावी रंजिश से जुडा माना जा रहा है।

दो घंटे तक बसों का संचालन ठप

काशीपुर, 24 जुलाई (निस)। रोडवेज कर्मचारियों ने 26 सूत्रीय मांगों को लेकर करीब दो घंटे तक बसों का संचालन ठप रखा। बसें न चलने से यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद कुमाऊं क्षेत्र के बैनर तले रोडवेज कर्मचारियो ने काशीपुर रोडवेज डिपो का गेट बंद कर दो घंटे तक प्रदर्शन किया। वक्ताओं ने कहा कि कर्मचारी लंबित मांगों को लेकर सालों से प्रदर्शन और वार्ता करते आ रहे हैं। बावजूद इसके परिवहन निगम कर्मचारियों की मांगों को अनदेखा कर रही है। वक्ताओं ने छठे वेतन मान के एरियर का भुगतान करने सभी डिपो र्में ई टिकटिंग मशीनों की कमी को दूर करने विगम एक वर्ष के लंबित अतिकाल का भुगतान करने, कर्मचारियों की वर्दी धनराशि का भुगतान करने समेत 26 सूत्रीय मांग रखी गई। प्रदर्शन करने वालों में मोहम्मद यामीन, जय प्रकाश भटनागर, एफडी खान, मुकेश टम्टा, सतपाल सिंह, रमेश बाली, सुखदेव सिंह आदि थे।

प्रशासनिक व्यवस्था ध्वस्त चारों और लगे गंदगी के ढेर

हरिद्वार, 24 जुलाई (निस)। सावन के महीने में हरिद्वार में भरने वाले कांवड़ मेले ने इस बार विगत वर्षो के सारे रिकार्ड तोड़ दिए है। प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार 12 जुलाई को श्रावण मास प्रारंभ होने से चतुदर्शी को होने वाले जलाभिषेक से एक दिन पूर्व तक डेढ़ करोड़ से अधिक शिव भक्त कांवडि़ए भोले के जयकारों के साथ हरकी पौड़ी से पवित्र गंगा जल लेकर रवाना हो चुके है। जबकि 25 लाख से अधिक डाक कांवडिये अभी शहर में मौजूद हैं। जलाभिषेक का समय नजदीक आने के साथ कांवडियों की वापसी भी तेजी से हो रही है। पैदल कांवडियों की सुरक्षित वापसी कराने के बाद इस समय प्रशासन का पूरा जोर डाक कांवडियों की वापसी पर है। इस वर्ष रिकार्ड संख्या में पहुंचे डाक कांवड़ वाहनों ने पुलिस व प्रशासन के होश उड़ाकर रखा दिए हैं। मेले के लिए बनाए गए तमाम पार्किंग स्थल डाक कावंड़ वाहनों से खचाखच भर गए हैं। डाक कांवड़ वाहनों की भारी भीड़ को शहर से सुरक्षित निकालने में प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं। एस.एस.पी. सहित पूरा पुलिस व प्रशासनिक अमला कांवडियांे की सुरक्षित वापसी के लिए सडकों पर उतर आया है। भारी भीड़ को देखते हुए वापसी के लिए सभी रास्ते प्रशासन ने खोल दिए हैं। हिलबाईपास मार्ग व हाईवे के अलावा शहर के मुख्य मार्ग से भी डाक कांवडियों वापस लौट रहे हैं। हरिद्वार-दिल्ली तथा हरिद्वार-नजीबाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग इस समय पूरी तरह कांवडियों के कब्जे में है। पूरे मार्ग पर इस समय भगवा वस्त्रधारी कांवडियों के अलावा कुछ नजर नहीं आ रहा है। देर रात जलाभिषेक शुरू होने के बाद भीड़ में कुछ कमी आने की संभावना है। अलबत्ता राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह 26 को ही खुल पाएगा।  डाक कांवड़ वाहनों की भारी भीड़ के चलते शहर के कई हिस्सो में लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं। राजमार्ग से वापसी कर रहे डाक कांवडियों की भीड़ को देखते हुए शहर के कनखल, भीमगोड़ा, भूपतवाला आदि इलाकों के लोग बृहष्पतिवार को दिनभर घरों में कैद रहे। पूरा शहर दिन भर बम बम के जयकारों के साथ वाहनों के शोर से गुंजता रहा। बिना साइलेंसर लगी बाईकों पर सवार होकर सीटी बजाते तथा सडकों पर दौड़ते कांवडियें के बम बम के जयकारों तथा बाईकों की आवाज से दिनभर शहर गुंजता रहा। कांवडियों की भीड़ के आगे प्रशासन के सारे प्रबन्ध ध्वस्त हो गए है पूरा शहर कांवडियों द्वारा की गई गंदगी से अटा पड़ा है। केवल पुलिस यातायात व्यवस्था सम्भालने का प्रयास कर रही है। करोड़ों की संख्या में आए कांवडियों द्वारा छोड़ गए मल मूत्र की दुर्गन्ध शहर में हालात बेहद खराब हो गए हैं। पंतदीप, चमगादड़ टापू, रोड़ी बेलवाला मैदान, बैरागी कैंप आदि तमाम इलाकों में चारों और गंदगी के ढेर लग गए हैं। चारों और फैले मल मूत्र से उठ रही दुर्गन्ध की वजह से सांस लेना तक दूभर हो गया है। इन इलाकों से लोगों को नाक पर रूमाल रख निकलना पड़ रहा है।

चन्द्र सिंह नपलच्याल बने बाल अधिकार संरक्षण के प्रभारी सचिव

देहरादून, 24 जुलाई (निस)। संयुक्त सचिव कार्मिक अतर सिंह ने बताया है कि शासन द्वारा जनहित में प्रभारी सचिव पुनर्गठन, मानवाधिकार आयोग, जनगणना व भाषा, आयुक्त गढवाल मण्डल तथा आयुक्त पुनर्गठन  चन्द्र सिंह नपलच्याल को वर्तमान पदभार के साथ-साथ प्रभारी सचिव उत्तराखण्ड बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पद पर तैनात किये जाने का निर्णय लिया गया है। अपर सचिव निर्वाचन, पेयजल, संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी, परियोजना निदेशक, स्वजल परियोजना, कार्यक्रम प्रबन्धक पीआईयू,  कार्यक्रम प्रबन्धक पीआईयू-एडीबी (पेयजल) तथा संयुक्त अधिशासी अधिकारी राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन  सौजन्या को संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पदभार से अवमुक्त करते हुए अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पद पर तैनात किये जाने का निर्णय लिया गया है साथ ही अपर सचिव चिकित्सा शिक्षा, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग, सचिवालय प्रशासन (विविध), आपदा प्रबन्धन, अपर मुख्य कार्यकारी निदेशक, खादी एवं ग्रामोद्योग, निदेशक, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग तथा विश्व बैंक सहायतित यूडीआरपी-पीएमयू के अन्तर्गत गठित पीआईयू   में कार्यक्रम प्रबन्धक डा0 नीरज खैरवाल को वर्तमान पदभार के साथ-साथ संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पद पर तैनात किये जाने का निर्णय लिया गया है।

उपचुनाव में तीनों सीटें जीत सकती है कांग्रेस, पीडीएफ के कुछ मंत्रियों के भाग्य पर ग्रहण

देहरादून, 24 जुलाई (निस)। उत्तराखंड की तीन विधानसभा सीटों पर 21 जुलाई को हुए उपचुनाव का परिणाम 25 जुलाई शुक्रवार को आएगा। राजनीतिक विश्लेषको के अनुसार तीनों सीटों पर सत्ताधारी कांग्रेस का पलड़ा भारी दिख रहा है। तीनों सीटों पर अपनी जीत तय मानकर मुख्यमंत्री हरीश रावत अपनी भावी रणनीति को अंजाम देने में जुट गए है। मुख्यमंत्री के करीबी सूत्रों की माने तो सीएम ने चुनाव परिणाम के बाद सत्ता में भागीदार पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीएफ) कोटे के कुछ मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी कर ली है। बताते चले कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार पीडीएफ विधायको की बैशाखी पर चल रही है। पीडीएफ में बसपा के तीन,यूकेडी के एक और तीन निर्दलीय समेत कुल सात विधायक शामिल है। जिसमें से बसपा का एक,यूकेडी के एक समेत तीनो निर्दलीयो को कैबिनेट में शामिल किया गया है। सूत्रों की माने तो उपचुनाव का परिणाम कांग्रेस के पक्ष में आने के बाद बसपा कोटे के सुरेन्द्र राकेश,सतपाल महाराज के करीबी माने जाने वाले मंत्री प्रसाद नैथानी और इंदिरा हृदयेश के करीबी हरीशचंद दुर्गापाल का पत्ता कट सकता है। सुरेन्द्र राकेश से जहां सीएम नाराज बताए जा रहे है वहीं मंत्री प्रसाद नैथानी को सतपाल महाराज का करीबी होने का नुकसान उठाना पड़ सकता है। हरीशचंद दुर्गापाल को कही और समायोजित कर उनकी जगह पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा खेमे के सुबोध उनियाल को मंत्री बनाया जा सकता है। जबकि दो अन्य पदों पर सीएम अपने करीबी मंत्रियों को बिठाने के जुगाड़ में है। बताते चले कि उत्तराखंड की कुल 70 विधानसभा सीटों में से वर्तमान में कांग्रेस के पास 32,भाजपा 28,बसपा 03 और यूकेडी के पास 01 सीट है जबकि 03 पर निर्दलीयों का कब्जा है। जबकि तीन सीटों पर उपचुनाव हुआ है। अब यदि इस उपचुनाव में कांग्रेस को तीनो सीटों पर विजय मिलती है तो उनकी संख्या बढ़ कर हो जाएगी 35 यानी बहुमत की 36 की संख्या से मात्र एक कम। जबकि भाजपा यदि तीनो सीटे जीतती है तो उसकी संख्या बढ़ कर 31 हो जाएगी लेकिन यह बहुमत से बहुत दूर का आकड़ा है जो संकेत मिल रहे है उसके अनुसार मुख्यमंत्री सदन में पार्टी की संख्या 35 पहुंचाने के बाद यूकेडी के एक मात्र विधायक को कांग्रेस में शामिल करा पूर्ण बहुमत की सरकार के बल्ले से खुल कर बल्लेबाजी की रणनीति अपनाएंगे। हालांकि यूकेडी के मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाने के विषय में पूछे जाने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय और कैबिनेट मंत्री डा. हरक सिंह रावत दोनो का कहना है कि यूकेडी ने सरकार का संकट के समय में साथ दिया है इसलिए वे सरकार का अभिन्न हिस्सा है और आगे भी बने रहेंगे।

विभागों से समन्वय बनाकर कार्य करें नेहरू युवा केन्द्र: गोयल

रुद्रप्रयाग, 24 जुलाई (निस)।  नेहरू युवा केन्द्र की जिला युवा सलाहकार समिति की बैठक में वर्ष 2013-14 में संपंन्न कार्यक्रमांे की कार्यक्रमानुसार विस्तृत आख्या प्रस्तुत की गई। जिसकी सभी उपस्थित सदस्यों द्वारा सराहना की गई। साथ ही बैठक में वर्ष 2014-15 की वार्षिक कार्य योजना पर चर्चा करते हुए इस वर्ष दो युवा मण्डल विकास कार्यक्रम विकास खण्ड अगस्त्यमुनि एवं जखोली में किये जाने का निर्णय लिया गया। जिसके अन्तर्गत नये युवा मण्डलों का गठन पुर्नगठन, सक्रियकरण किया जायेगा। अपर जिलाधिकारी राहुल कुमार गोयल की अध्यक्षता में संपंन हुई बैठक में केन्द्र के जिला युवा समन्वयक डाॅ मुकेश डिमरी ने बताया कि द्वितीय कार्यक्रम युवा नेतृत्व एवं सामुदायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम जखोली, अगस्त्यमुनि एवं ऊखीमठ किये जाएंगे। खेल प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत 23 युवा क्लबों को दो-दो हजार रूपये एवं खेल सामग्री किट वितरण किये जाने हैं। साथ ही दो अन्तर युवा क्लब खेल प्रतिस्पर्धा के कार्यक्रम एवं जिला स्तर पर खेल प्रतिस्पर्धा आयोजित की जायेगी। उन्होंने बताया कि कौशल विकास प्रशिक्षण के अन्तर्गत महिलाओं को स्वरोजगार एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से 3-3 माह के चार कटिंग एवं टेलरिंग के प्रशिक्षण चलाये जाने हैं, जो जिले के तीनों विकास खण्डों में चलाए जाएंगे। अल्प अवधि में बैग निर्माण, मोमबत्ती निर्माण एवं फल संरक्षण के प्रशिक्षण भी चलाए जाएंगे। स्थानीय संस्कृति के संवर्धन एवं संरक्षण के लिए एक दिवसीय जिला स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम गुलाबराय में और एक दिवसीय युवा सम्मेलन एवं युवा कृति आयोजित किया जायेगा। कार्यक्रम में युवाओं को अपनी क्षमता एवं कौशल को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच जिला स्तर पर प्रदान किया जायेगा। श्री डिमरी ने बताया कि जिला स्तर पर सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले युवा क्लब को जिला स्तरीय युवा क्लब को पुरस्कार दिया जाएगा। जिसके अन्तर्गत 25 हजार रूपये की धनराशि एवं प्रशस्ति पत्र दिया जायेगा। बैठक में अपर जिलाधिकारी श्री गोयल ने निर्देश दिए कि जिला उद्योग केन्द्र, समाज कल्याण, एसबीआई, ग्रामीण स्वरोजगार संस्थान से समन्वय कर बेहतर परिणाम के लिये कार्यक्रम का संचालन करें। साथ ही सर्वसम्मति से कार्ययोजना का अनुमोदन किया गया। बैठक के अन्त में अपर जिलाधिकारी ने पंाच युवा क्लाबों नेहरू युवा मण्डल अरकुण्ड, लमगौण्डी, दानकोट, ककौला तथा केदारनाथ ग्राम विकास समिति बेला को खेल सामग्री किट वितरित किये गये। इस मौके पर जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक अनुपम द्विवेदी, कार्यक्रम अधिकारी एनएसएस, अन्जू कुमेडी, जिला युवा कल्याण अधिकारी सत्यपाल सिंह नेगी, समाज कल्याण अधिकारी हर्षवर्धन भट्ट, लीड बैंक अधिकारी गजपाल सिंह, रमा चैकियाल, ओपी सेमवाल, एमडी भट्ट, अंजना बिष्ट, रविन्द्र सिंह, आनंद कुमार, विपिन सिंह आदि उपस्थित थे।

दुर्घटनाग्रस्त में लापता लोगों की जानकारी कराएं उपलब्ध

रुद्रप्रयाग, 24 जुलाई (निस)।  उप जिला मजिस्टेªट ऊखीमठ उत्तम सिंह चैहान द्वारा रुद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड राष्ट्रीय राजमार्ग पर चन्द्रापुरी-सौडी के मध्य विगत वर्ष आठ अगस्त 2013 को दुर्घटनाग्रस्त वाहन संख्या यूके-13सीए-0192 की मजिस्ट्रीयल जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि उक्त वाहन में चार व्यक्ति सवार थे, जिसमें से चार व्यक्ति मंदाकिनी नदी के तेज बहाव में बहने के कारण लापता हुए थे और किसी भी व्यक्ति का शव बरामद नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि लापता व्यक्तियों के संबंध में कोई जानकारी हो तो वह 15 दिन अन्दर मौखिक अथवा लिखित रूप से उनके कार्यालय में उपस्थित होकर अपने बयान दर्ज करा सकते है। ज्ञात हो कि सरिता देवी पत्नी भरत सिंह निवासी परकण्डी (ककोला), ताजबर सिंह पुत्र जोत सिंह निवासी सौडी तहसील ऊखीमठ, आयुष पुत्र जितेन्द्र डंगवाल व नीता देवी पत्नी जितेन्द्र डंगवाल डांगसेरा-घनसाली लापता हुए थे उक्त दुर्घटना में लापता हो गये थे।

पंजीयन के लिये करें आवेदन

रुद्रप्रयाग, 24 जुलाई (निस)।  सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में शासन की नीतियों, कल्याणकारी विकास योजनाओं और उपलब्धियों के प्रचार-प्रसार के लिये सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग द्वारा विभाग की गीत एवं नाट्य योजनान्तर्गत सांस्कृतिक दलों का पंजीयन किया जा रहा है। जिसमें गढ़वाल के लिये 8, 9 व 10 सितम्बर और कुमांऊ के लिये 15, 16 व 17 सितम्बर को चयन प्रक्रिया होनी है। पंजीकरण के लिये आवेदन पत्र एक से 16 अगस्त तक जिला सूचना कार्यालय से प्राप्त किये जा सकते हैं।  जिला सूचना अधिकारी अनुपम द्विवेदी ने बताया कि पूर्ण रूप से भरे हुए आवेदन पत्र 20 अगस्त तक उनके कार्यालय में जमा किये जाने चाहिए। आवेदन पत्रों जांच के बाद 25 अगस्त को सूचना निदेशालय देहरादून पे्रषित कर दिये जायेंगें। उन्होंने बताया कि 8, 9 व 10 सितम्बर को देहरादून में गढ़वाल मण्डल के सभी जिलों के सांस्कृतिक दलों की चयन परीक्षा सम्पन्न कराई जायेगी। पंजीकरण के लिये इच्छुक सांस्कृतिक दल सौ रूपये शुल्क देकर जिला सूचना कार्यालय से आवेदन पत्र प्राप्त कर सकते हैं।

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