दो और उर्वरक का विक्रय सम्पूर्ण जिले में किया प्रतिबंधित
खण्डवा (30 जुलाई, 2014) - उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के तहत खण्डवा जिले के विभिन्न संस्थानों से लिए गए उर्वरक नमूनों को विश्लेषण हेतु प्रयोगशाला भेजे जाने पर विश्लेषण के बाद आ.जा.सेवा सह. समिति मर्यादित आशाुपर विकास खण्ड खालवा से मध्य भारत फास्फेट प्रा.लिमि. प्लाट नंे 176 AKVN इन्डस्ट्रील एरिया थांदला रोड मेघनगर झाबुआ के उर्वरक सिंगल सुपर फास्फेट के लॉट क्रमांक एम.बी-2/वाय-13/367 एवं आ.जा.सेवा.सह. समिति मर्यादित खेडी विकास खण्ड खालवा से कृषक भारती कॉपरेटिव लिमिटेड हाजीरा सूरत (गुजरात) निर्माता कंपनी के यूरिया के लॉट क्रमांक 09 Feb.2014 के नमूने अमानक स्तर के पाए जाने पर उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के खण्ड 26़ में प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए अधिसूचित प्राधिकारी एवं उपसंचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग ओ.पी. चोरे ने मध्यप्रदेश निम्नांकित धारा 19(ए) के तहत अमानक घोषित उर्वरक के क्रय विक्रय एवं भण्डारण को तत्काल प्रभाव से सम्पूर्ण खण्डवा जिले के लिए प्रतिबंधित घोषित कर दिया है।
जिला स्तरीय अनुसूचित जाति सलाहकार एवं निगरानी समिति की बैठक सम्पन्न, खण्डवा विधायक श्री देवेन्द्र वर्मा ने की समीक्षा
- सभी संबंधित अधिकारियांे को अनुसूचित जाति जनजाति की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के दिए निर्देश , समाज के अंतिम छोर तक पहॅुंचे योजनाओं का लाभ
खण्डवा (30 जुलाई, 2014) - राज्य शासन द्वारा अनुसूचित जाति वर्ग के लिए चलाई जा रही समस्त योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राही को हर स्थिति में मिले। यह स्पष्ट निर्देश बुधवार को जिले में संचालित अनुसूचित जाति वर्ग की योजनाओं की लक्ष्य एवं प्रगति की समीक्षा करते हुए खण्डवा विधायक श्री देवेन्द्र वर्मा ने जिला स्तरीय अनुसूचित जाति सलाहकार एवं निगरानी समिति की बैठक में संबंधित अधिकारियों को दिए। कलेक्टोरेट सभागृह में आयोजित जिला स्तरीय बैठक में उन्होंने सभी अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के आदेश भी दिए की जिले में अनुसूचित जाति वर्ग का कोई भी पात्र हितग्राही योजनाओं के लाभ से वंचित न हो। उन्हें सरलता एवं सहजता से योजनाओं का लाभ मिले ताकि वह समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सके और प्रदेश के मुखिया श्री शिवराजसिंह चौहान जी का प्रयास सफल हो सके। इसके साथ ही श्री वर्मा ने बैठक में नगरीय क्षेत्र में आदिमजाति कल्याण विभाग द्वारा कराए गए निर्माण कार्य गुणवत्ता पूर्ण न होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए अपर कलेक्टर श्री बघेल को निर्माण कार्यो की गुणवत्ता की जांच करने के निर्देश दिए। वही नगरीय क्षेत्र में पी.डब्ल्यू.डी. एवं नगर निमग द्वारा निर्माण कार्य कराए जाने की बात कही।इसके पूर्व जिला स्तरीय अनुसूचि जाति सलाहकार एवं निगरानी समिति की बैठक में विधायक श्री वर्मा ने मांग संख्या 64 एवं 15 अुनसूचित जाति उपयोजना अंतर्गत प्राप्त आवंटन के व्यय के आवंटन की विभागवार समीक्षा की। बैठक में उद्योग विभाग, अन्त्याव्यासीय, सामाजिक न्याय, उद्यानकी लोक निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, महिला बाल विकास विभाग, के साथ ही आदिम जाति कल्याण विभाग के कार्यो की समीक्षा की गई। जिसमें समीक्षा के दौरान विधायक एवं समिति के अध्यक्ष श्री वर्मा ने -
§कार्यपालन यंत्री लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को जिले में समूह नलजल योजना के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
§वही उपसंचालक मत्स्य विभाग को जिले की समस्त योजनाओं का फोल्डर तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
§इसी प्रकार कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग को बारिश के दौरान शहर की सड़को का पेचवर्क कराने एवं बारिश समाप्त होते ही सड़को का निर्माण कराने के निर्देश दिए।
§वही सहायक संचालक महिला बाल विकास विभाग को सतत् पोषण आहार की गुणवत्ता का निरीक्षण करने के आदेश भी समीक्षा बैठक में विधायक श्री वर्मा ने दिए।
§बैठक में खण्डवा शहरीय क्षेत्र की समीक्षा करते हुए उन्होंने नगर निगम आयुक्त को शहर में पानी की व्यवस्था दुरूस्त करने और पात्रता पर्ची शीघ्र ही वितरित करने के निर्देश भी दिए।
बैठक में अपर कलेक्टर एस.एस. बघेल, सहायक आयुक्त आदिवासी गणेश झंवर और नगरनिगम आयुक्त श्री सोलंकी समेत समस्त संबंधित विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।
प्रेरणा अभियान के तहत् परिवार नियोजन षिविरों का आयेाजन
खण्डवा (30 जुलाई, 2014) - मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा बताया गया कि ‘‘प्रेरणा अभियान‘‘ के अंतर्गत परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत् महिला एवं पुरूष नसबंदी हेतु जिले की स्वास्थ्य संस्थाओं पर 37 षिविरों का आयोजन किया गया। जिसमें जिला चिकित्सालय खण्डवा, पंधाना, छैगांवमाखन, जावर में दिनांक 4, 11, 25 अगस्त को, खालवा, हरसूद किल्लौद, सिंगोट में 1, 8, 22, 29 अगस्त को रखा गया तथा मून्दी, पुनासा, सुलगावं में दिनांक 6,13, 20, 27 अगस्त को नसबंदी ष्ाििवर का आयोजन किया गया। जिसमें इन्दौर के सर्जन डॉ. ललित मोहन पंत, डॉ. कंसल, डॉ. महाडिक, द्वारा नसबंदी की जायेगी तथा पुरूष नसंबंदी जिला अस्पताल में डॉ. शक्तिसिंह राठौर द्वारा प्रतिदिन की जाती है । सभी आषा एवं उषा स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा इस षिविर में अधिक से अधिक नसबंदी के लिए हितग्राहियों को लाने का प्रयास किया जाए। इसका व्यापक प्रचार-प्रसार कर, ग्राम आरोग्य केन्द्र पर योग्य लक्ष्य दम्पत्ति को बुलाकर उनकी कांउसलिंग कर उन्हें नसबंदी कराने के लिए प्रेरित करें । नसबंदी कराने वाले हितग्राही पुरूष को 1100 रू. व प्रेरक को 200 रू. तथा महिला नसबंदी हितग्राही को 600 रू. व प्रेरक को 150 रू. नगद दिये जाएगें।
खण्डवा विधायक देवेन्द्र वर्मा व्दारा ओ.आर.एस. एवं जिंक कार्नर का किया शुभारंभ
खण्डवा (30 जुलाई, 2014) - गहन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा 28 जुलाई से 8 अगस्त तक चल रहा है। जिसके अंतर्गत जिला चिकित्सालय के षिषु वार्ड में 30 जुलाई को विधानसभा ़क्षेत्र खण्डवा के विधायक देवेन्द्र वर्मा द्वारा ओ.आर.एस. एवं जिंक कार्नर का शुभारंभ किया गया । इस कार्नर के माध्यम से दस्त रोग से पीड़ित बच्चों को ओ.आर.एस. का घोल पिलाया गया है। साथ ही जिंक की गोली दी गई। पखवाड़े के प्रथम सप्ताह में जन्म से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों के घर-घर जाकर आषा, उषा एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से ओ.आर.एस. का पैंकेट वितरित किए जा रहे है। डायरिया से पीड़ित बच्चों को लक्षण के आधार पर उच्च स्वास्थ्य संस्था में रैफर करंेगे। ओ.आर.एस. का घोल पिलाकर दस्त व डायरिया पर नियंत्रण किया जा सकेगा । जिससे दस्त/डायरिया से होने वाली मृत्यु को रोका जा सकेगा । साथ ही आषा, उषा, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा बच्चों के परिजनों को साफ-सफाई व स्वास्थ्य षिक्षा देकर समझाईष दी जा रही है ।द्वितीय सप्ताह में षिषु एवं बाल काल में पोषण हेतु आहार पूर्ति परामर्ष एवं व्यवहार संबंधी गतिविधिया की जाएगी । गृह भेंट के दौरान जन्म के तुरन्त बाद षिषु को मां का दूध पिलाना चाहिए छः माह तक सिर्फ मां का दूध ही पीलाना है । छः माह के पष्चात् मां के दूध के अतिरिक्त उपरी पूरक पोषण आहार दिया जाए। जन्म के तुरन्त बाद मां का दूध पिलाने से षिषु में रोध प्रतिरोध क्षमता अधिक बढ़ती है और वृद्धि तेज करता है, उपयुक्त पोषक तत्वों का मिश्रण और पचने में आसान, मस्तिष्क और दृष्य शक्ति का विकास और सत्नपान करने वाले षिषु का बुद्धि कौषल तीव्र होता है। जिससे बीमारियों से लड़ने की शक्ति अधिक होती है। षिषु का शारीरिक, मानसिक विकास अच्छा होता है । साथ ही षिषु मृत्यु दर एवं कुपोषण में कमी आयेगी । स्कूलो में स्वच्छता संबंधी समझाईष आषा, उषा, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से दी जायेगी और इस बीच कुपोषित बच्चों का चिन्हाकंन कर उपचार के लिए रेफरल करेगें । कार्नर शुभारंभ के अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. ओ.पी. जुगतावत, षिषु रोग चिकित्सक डॉ. भूषण बांडे, जिला मीडिया अधिकारी व्ही.एस. मण्डलोई, सामाजिक कार्यकर्ता सुनील जैन आदि उपस्थित थे ।
31 जुलाई को हरियाली महोत्सव का शुभारंभ, जिले में 1 लाख 65 हजार पौधो का किया जाएगा रोपण
खण्डवा (30 जुलाई, 2014) - मुख्यमंत्री श्री शिवाराजसिंह चौहान मध्यप्रदेश शासन के द्वारा गुरूवार 31 जुलाई को पौधा रोपण कर हरियाली महोत्सव वर्ष 2014 का शुभारंभ किया जाएगा। उनके निर्देश एवं संदेश में वन पर्यावरण को संतुलित बनाये रखने के साथ ही प्रकृति के प्रति प्रेम और वनों के संरक्षण - संवर्धन के लिए हरियाली महोत्सव के माध्यम से पर्यावरण चेतना जाग्रत करने हेतु पूरे प्रदेश में वन विभाग के माध्यम से एक करोड़ पौधा लगाये जाने का लक्ष्य रखा। मुख्यमंत्री जी द्वारा लगाये जाने वाले पौधों की समुचित देखभाल करने एवं इस पुनित कार्य में प्रकृति प्रेमियों, आम जनता को सम्पन्न कराने के लिए अपील की गई है।
इसी के अंतर्गत खण्डवा जिले के वन संरक्षक ने बताया की हरियाली महोत्सव के अंतर्गत वनमण्डल खण्डवा सामान्य में एक लाख 65 हजार पौधों को एक दिन में रोप कर गिनीज बुक रिकार्ड में दर्ज करवाने का लक्ष्य रखा गया है। रोपण कार्य का अनुश्रवण, मूल्यांकन सत्यापन आदि कार्य के लिए वन विभाग से हटकर विभिन्न विभागों के लगभग 1014 अधिकारियों एवं कर्मचारियों को कलेक्टर खण्डवा के आदेशानुसार कार्य सौपा गया है। रोपण में वन भूमि के 33 स्थलों पर 100000 पौधों का रोपण किया जाएगा तथा निजी भूमि के 179 स्थलों पर 43600 पौधों तथा सामुदायिक 115 स्थानों पर 21400 पौधों का रोपण कर कुल 165000 पौधों का रोपण कार्य किया जाएगा। वृक्षरोपण कार्य प्रातः 09ः00 बजे से सायः 07ः00 बजे के बीच होगा। समस्त रोपण क्षेत्र की फोटोग्राफी तथा बड़े रोपण क्षेत्र की विडियोंग्राफी एवं प्रत्येक रोपण क्षेत्र मंे, लगाये गये दो स्वतंत्र गवाह, स्टेवर्ड तथा रोपण कार्य के प्रारंभ से अंत तक की लागबुक संधारित करने वाले लागबुक कीपर अधिकारियों एवं कर्मचारियों से अभिलेखी साक्ष्य भी तैयार किया जाएगा।