नेपाल में हुए भूस्खलन की घटना के कारण कोसी नदी में बाढ़ का खतरा अभी टला नहीं है। कोसी नदी पर बने वीरपुर बैराज में हालांकि जलस्तर स्थिर है, लेकिन बराह क्षेत्र में नदी के जलस्तर में वृद्घि देखी जा रही है। वीरपुर बैराज के अधीक्षण अभियंता विष्णुकांत पाठक ने सोमवार को बताया कि कोसी का जलस्तर स्थिर है। बैराज में कोसी का जलस्तर सुबह आठ बजे से 10 बजे के बीच 1.57 लाख क्यूसेक रहा। इधर, बराह क्षेत्र में कोसी के जलस्तर में वृद्घि देखी जा रही है। बराह क्षेत्र में सुबह आठ बजे कोसी का जलस्तर 1.13 लाख क्यूसेक था जो 10 बजे बढ़कर 1.21 लाख क्यूसेक हो गया।
बिहार के बाढ़ प्रभावित नौ जिलों सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, अररिया, खगड़िया, पूर्णिया, मधुबनी, भागलपुर और दरभंगा में कुल 123 मानव राहत शिविर तथा पशुओं के लिए 31 शिविर स्थापित किए गए हैं। इन शिविरों में 55 हजार से ज्यादा लोगों को रखा गया है।
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ब्यास ने कहा कि 4.25 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने की तैयारी की गई है। संभावित आपदा की दृष्टि से अगले 70 घंटे बेहद महत्वपूर्ण हैं और सभी एहतियाती कदम उठाए गए हैं। स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।
मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने रविवार को बीरपुर, भपटियाही तथा सुपौल में बाढ़ की संभावित स्थिति का हवाई सर्वेक्षण के जरिये जायजा लिया। बाढ़ सहायता केंद्रों का निरीक्षण तथा बाढ़ से निपटने के लिए की गई तैयारियों का जायजा लेकर पटना लौटने के बाद मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, "स्थिति भयावह हो जाने की आशंका है, लेकिन इस समय स्थिति सामान्य और नियंत्रण में है।"