डोमचाॅचः चंद्रावती स्मारक उच्च विघालय डोमचाॅच में आज बच्चे विधालय में पढने आये विधालय नही खुलने पर बच्चे ईतजार कर रहे थे। उक्त सूचना विधालय के बच्चों ने मानवाधिकार जन निगरानी समिति को दी। समिति द्वारा जब मामले की जाॅच की गई तो यह पाया गया कि विधालय में सुचना पट होने के बावजूद किसी तरह की कोई सुचना नही लगा है। वही दुर दराज सपही, जानपुर, कुशहना, काराखूट, ढाब इत्यादि के गाॅव से बच्चे विधालय पहुच रहे है।
उक्त मामले की जानकारी समिति द्वारा कोडरमा उपायुक्त को दी गई। मामले की छानबीन करने पॅहुचे डोमचाॅच के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को बच्चों ने बताया कि कल हमलोगों का परीक्षा है। आज की छुट्टी की जानकारी हमलोगों को नही था। शुक्रवार को ही हमलोगो को विधालय नही आने के लिए मना किया गया था। वही बच्चों को प्रखण्ड विकास पदाधिकारी ने पुछा कि विघालय से सम्बंधित और कोई समस्या है तो बच्चों ने कहा कि हमलोगों के कक्षा में पंखा नही है।
विघालय में बिजली नही है। लडकियों को बाथरुम जाने में काफी समस्या होता है। बाथरुम भी नही है। 9 बी में ब्लेक बोर्ड नही है। वही हमलोगों से हर वर्ष विकास शुल्क के नाम पर 150 रुपये कि राशि ली जाती है। पर विकास के नाम पर पानी चुता हुआ छत है। उक्त समस्या से अवगत हुए प्रखण्ड विकास पदाधिकारी ने बच्चों को बताया कि आपके स्कुल की अनुशासन व मुलभुत सुविधओं को ले कर जो समस्या है उसे जल्द ही ठीक कर दिया जायेगा। समिति द्वारा फुलवरिया उच्च विधालय का भी जाॅच किया गया जिसमें वहाॅ भी किसी तरहा का कोई सूचना बोर्ड नही लगा था। जिस कारण बच्चे आ कर घुम कर जा रहे थे। बच्चों से बात करने पर यह पाया गया कि हर बच्चों से 173 रुपया महीना लिया जाता है। मामले की जाॅच करने गई टीम मे विमल कुमार, राजीव रंजन, के साथ जिला संयोजक ओंकार विश्वकर्मा सामिल थें। उन्हो कहा कि उक्त मामले को मानावधिकार जन निगारनी समिति राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को लिख कर जानकारी देगी।