केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने उत्तर प्रदेश के भावी मुख्यमंत्री के रूप में अपने बेटे वरुण गांधी का नाम आगे किया, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेतृत्व ने सोमवार को राज्य में पार्टी के चेहरे को लेकर चुप्पी साधे रखी। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका ने रविवार को पीलीभीत में जनसभा के दौरान कहा कि उनका बेटा और सुल्तानपुर से भाजपा सांसद वरुण राज्य के अच्छे मुख्यमंत्री साबित हो सकते हैं। उन्होंने सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) के नेतृत्व पर उत्तर प्रदेश में जानबूझ कर विकास कार्यो की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर वरुण मुख्यमंत्री बनेंगे तो स्थिति ज्यादा बेहतर होगी। हालांकि, भाजपा नेता इस पर चुप्पी साधे हुए हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने मेनका के बयान पर पत्रकारों के सवाल पर कोई जवाब नहीं दिया। वाणिज्य व उद्योग राज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने आईएएनएस को बताया, "मैं निश्चित रूप से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगी। पार्टी और सरकार के पास अपने प्रवक्ता हैं।"मेनका ने जनसभा में कहा था, "उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह की सरकार है, जबकि केंद्र में भाजपा सत्ता में है। मुलायम ने लोकसभा में भाजपा को वोट देने वाली जनता को सीख देने के लिए राज्य के विकास कार्यो को जानबूझकर रोक दिया है।"
उन्होंने उम्मीद जाहिर की है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा उत्तर प्रदेश में सरकार बनाएगी। मेनका ने कहा, "आप एक साल इंतजार करें, देखेंगे कि किस तरह सड़कों और स्कूल का विकास कार्य होता है और बिजली की आपूर्ति कितनी अच्छी हो जाती है। यह और भी बेहतर होगा, अगर वरुण मुख्यमंत्री बनेंगे।"