सरकार ने सोमवार को कहा कि भारत दुनिया का नौवां सबसे बड़ा उड्डयन बाजार बन गया है। उड्डयन राज्यमंत्री जी.एम. सिद्धेश्वर के मुताबिक, देश में हवाई यात्रियों की संख्या 2006-07 से 2011-12 के बीच 7.2 करोड़ से बढ़कर 22 करोड़ हो गई है। लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में मंत्री ने कहा कि विमानों से माल ढुलाई क्षमता इस दौरान पांच लाख टन से बढ़कर 33 लाख टन हो गई।
उन्होंने कहा, "पूर्वोत्तर के लिए संचालित की जाने वाली उड़ानों की संख्या भी प्रति सप्ताह 87 उड़ानों से बढ़कर प्रति सप्ताह 286 उड़ानें हो गईं।"उन्होंने बताया कि ग्यारहवीं पंच वर्षीय योजनावधि में विमानन कंपनियों के विमानों की संख्या करीब 200 से बढ़कर 430 हो गई है।
मंत्री ने कहा, "घरेलू विमानन कंपनियों द्वारा पेश अनुमानों के मुताबिक ये कंपनियां 2016-17 तक अपने बेड़े में करीब 370 विमानों को शामिल करने वाली हैं।"