बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के विधानसभा चुनाव में बहुमत मिलने पर पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनाए जाने के बयान पर जनता दल (युनाइटेड) के गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेताओं ने हमला बोल दिया है। राजद नेताओं का मानना है कि ऐसे बयान गठबंधन के लिए सही नहीं हैं। राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि इस तरह का बयान गंठबंधन के हित में नहीं है। ऐसे बयानों से गठबंधन कमजोर होगा। अभी लक्ष्य सिर्फ जीत के लिए होनी चाहिए न कि मुख्यमंत्री बनाए जाने की। उन्होंने कहा कि गठबंधन का पहला लक्ष्य वर्तमान समय में बिहार विधानसभा के उपचुनाव में सभी 10 सीटों पर विजयी होना है।
राजद के प्रवक्ता मनोज झा कहते हैं कि ऐसी बयानबाजी का अभी कोई औचित्य नहीं है। अभी सभी को गठबंधन पर ध्यान देना चाहिए न कि नेता के बारे में बात होनी चाहिए। इस बयान पर मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता भी चुटकी ले रहे हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता रामेश्वर चौरसिया कहते हैं कि नीतीश कुमार अभी से ही अपने नाम को प्रोजेक्ट करवाने लगे हैं। पहले रिजेक्ट हुए नेता बहुमत तो बिहार में लाएं?
मांझी ने गुरुवार को कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दल (युनाइटेड) के सर्वमान्य नेता हैं। उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि अगर विधानसभा चुनाव में बहुमत मिलता है तो नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनेंगे। पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अगर नीतीश बिहार की राजनीति करना चाहते हैं तो वे मुख्यमंत्री के और अगर केन्द्र की राजनीति करना चाहते हैं तो गठबंधन में प्रधानमंत्री के सबसे योग्य उम्मीदवार हैं। उन्होंने कहा कि यह पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इच्छा के अनुरूप ही होगा।
उन्होंने स्पष्ट कहा "अगर वे (नीतीश) कल मुख्यमंत्री बनना चाहेंगे तो वे खुद उनके नाम का प्रस्ताव करेंगे। यह उनकी महानता है कि त्यागपत्र देने के बाद मुझे मुख्यमंत्री पद संभालने के योग्य माना।"उल्लेखनीय है कि बुधवार को झारखंड के धनबाद में भी एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे मांझी ने कहा था कि विधानसभा के आगामी चुनाव में बहुमत मिला तो नीतीश कुमार ही राज्य के मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा था कि नीतीश का कद प्रधानमंत्री बनने के लायक है। अगर देश की राजनीति में जाते हैं तो वे चाहेंगे कि नीतीश प्रधानमंत्री बनें। उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा उपचुनाव के लिए 10 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए राजद, जद (यू) और कांग्रेस ने तालमेल के तहत उम्मीदवार उतारे हैं। 21 अगस्त को उपचुनाव के लिए मतदान होगा।