सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति आर.एम.लोढ़ा ने न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए कॉलेजियम को भंग करने की कोशिश पर नाराजगी जताई है। न्यायमूर्ति लोढ़ा ने कॉलेजियम का बचाव करते हुए कहा कि वह उन न्यायाधीशों में शामिल हैं, जिनकी नियुक्ति कॉलेजियम व्यवस्था के तहत हुई। मौजूदा समय में सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय के सभी न्यायाधीशों की नियुक्ति भी कॉलेजियम व्यवस्था के तहत ही हुई है।
उन्होंने कहा कि अगर कॉलेजियम व्यवस्था विफल हुई है, तो सभी न्यायाधीश और पूरी व्यवस्था विफल हुई है। न्यायमूर्ति ने कहा कि समाज परिपूर्ण नहीं होता और इसके लोग भी पूरी तरह पूर्ण नहीं होते, लेकिन इस वजह से व्यवस्था भंग नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा, "न्यायपालिका में लोगों के भरोसे को कमजोर मत कीजिए।"