राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद तथा पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को जहां एक ओर करीब 20 वर्ष बाद मंच साझा करते हुए राजद और जद (यू) के महागठबंधन की खुले रूप से घोषणा की वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस गठबंधन को सत्ता के लिए बंधन करार दिया। भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रतिपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव ने राजद, जद (यू) और कांग्रेस के गठबंधन को महाठगबंधन बताते हुए कहा कि यह कोई गठबंधन ही नहीं है, यह तो सत्ता के लिए बंधन है। उन्होंने कहा कि नीतीश और लालू के मिलते ही बिहार में फिर से लक्षण दिखाई देने लगा है।
इधर, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार डबल रोल में दिख रहे हैं। वे कहते हैं, "फेसबुक पर नीतीश सिद्घांत की बात करते हैं और दूसरे रोल में लालू प्रसाद की लाठी में तेल पिलाते नजर आ रहे हैं।"उन्होंने कहा कि नीतीश नया बिहार बनाने की बात कर रहे हैं, लेकिन हाथ उनसे मिला रहे हैं, जिनके चलते बिहार को 15 वर्ष का जंगल राज झेलना पड़ा था।
उल्लेखनीय है कि लालू प्रसाद और नीतीष कुमार ने सोमवार को एक साथ हाजीपुर क्षेत्र में एक चुनावी सभा को संबोधित किया। उल्लेखनीय है कि राज्य की 10 विधानसभा सीटों के लिए 21 अगस्त को होने वाले उपचुनाव में जद (यू), राजद और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रही है। 10 सीटों में से राजद और जद (यू) ने चार-चार जबकि कांग्रेस ने दो सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। भाजपा का लोक जनशक्ति पार्टी और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के साथ गठबंधन है।