केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीरी पंडितों को अपनी जमीन पर वापसी और पुनर्वास सुनिश्चित कराने के लिए सोमवार को संसद से एक प्रस्ताव पारित करने की गुजारिश की। इस मुद्दे पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "हमने जो प्रतिबद्धता जाहिर की वह हमने पूरी तरह विचार करने और दृढ़ निश्चय के बाद किया। चाहे हिंदू हो या मुस्लिम, ईसाई हो या पारसी किसी को भी अपनी जमीन पर शरणार्थी के रूप में नहीं रहना चाहिए।"
मंत्री ने कहा कि कश्मीरी पंडितों की वापसी और पुनर्वास के लिए नया पैकेज तैयार किया जा रहा है और केंद्र सरकार ने इस काम के लिए 500 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा, "पूर्व के अनुभवों को ध्यान में रखते हुए यह महसूस किया गया है कि वापसी और पुनर्वास का नया पैकेज राज्य सरकार और विस्थापितों के प्रतिनिधियों के परामर्श से पूरी सावधानी के साथ तैयार किया जाना चाहिए। हमारी सरकार इस प्रक्रिया को शुरू कर चुकी है।"
उन्होंने कहा, "कश्मीरी पंडितों की वापसी और पुनर्वास योजना पैकेज एक सतत प्रक्रिया है।"उन्होंने कहा कि संसद एक प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित करे कि वह कश्मीरी विस्थापितों की वापसी के लिए प्रतिबद्ध है।