ओडिशा के एक सैन्य अड्डे से सतह से हवा में मार करने में सक्षम मध्यम दूरी के आकाश प्रक्षेपास्त्र का बुधवार को लगातार दूसरे दिन सफल परीक्षण किया गया। घरेलू तकनीक से विकसित 27 किलोमीटर दूरी तक मार करने की क्षमता वाला यह प्रक्षेपास्त्र भुवनेश्वर से 230 किलोमीटर दूर स्थित बालासोर जिले के चांदीपुर एकीकृत परीक्षण केंद्र से दागा गया।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के प्रवक्ता रवि कुमार गुप्ता ने कहा कि यह अभ्यास भारतीय वायुसेना की ओर से प्रायोगिक परीक्षण के तौर पर किया गया। 700 किलोग्राम का यह प्रक्षेपास्त्र हर तरह के मौसम में 60 किलोग्राम तक मुखास्त्र ले जाने में सक्षम है साथ ही यह विभिन्न हवाई निशाने को एक ही समय में बेअसर कर सकने में सक्षम है।
इसे स्थिर और चलायमान दोनों ही जगहों से दागा जा सकता है। इसका विकास डीआरडीओ के भारत डायनामिक्स लिमिटेड ने भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के सहयोग से किया है।