मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश पर यौन प्रताड़ना का आरोप लगाने वाली ग्वालियर की अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने मामले की जांच के लिए गठित समिति पर सवाल उठाए। पद से इस्तीफा दे चुकीं पूर्व महिला न्यायाधीश ने न्यायाधीश अजित सिंह को दो सदस्यीय जांच समिति का अध्यक्ष बनाए जाने पर आपत्ति जताई और कहा कि उन्हें सीधी स्थानांतरित करने का निर्णय लेने वाले दो न्यायाधीशों में अजित सिंह भी शामिल थे। महिला न्यायाधीश ने तब सीधी स्थानांतरित किए जाने पर भी आपत्ति जताई थी।
उन्होंने कहा, "मैं प्रारंभिक जांच के लिए तैयार हूं, लेकिन जांच समिति के सदस्यों को लेकर मैं कड़ी आपत्ति व्यक्त करती हूं। जांच समिति के अध्यक्ष न्यायाधीश अजित सिंह मेरा सीधी स्थानांतरण करने का निर्णय लेने वाले न्यायाधीशों में शामिल थे।"
महिला न्यायाधीश ने जांच समिति के सचिव को एक पत्र लिखकर ये बातें कहीं। चिट्ठी की प्रतियां देश के प्रधान न्यायमूर्ति आर. एम. लोढ़ा और मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश को भी भेजी गईं।