विशेष स्वच्छता अभियान (स्वच्छ मध्यप्रदेश अभियान ) संबंधी बैठक 25 केा
विशेष स्वच्छता अभियान संबंधी एक जरूरी बैठक 25. अगस्त, 2014 को दोपहर पश्चात् 03ः00 बजे जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के कक्ष आयोजित की गई है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा जिले के समस्त विभाग प्रमुखों को नियत तिथि एवं समय पर बैठक में अनिवार्यतः उपस्थित रहने हेतु निर्देशित किया है। गौरतलब है कि राज्य शासन के निर्देशानुसार जिले मे ंस्वच्छता को बडावा दने के लिये 25 सितम्बर 2014 से 19 नवंबर 2014 तक ’’ स्वच्छ मध्यप्रदेश अभियान ’’ का सफल आयोजन किया जाएगा। जिले में प्रतिवर्ष 15 अक्टूबर विश्व हाथ धुलाई दिवस के रूप में मनाया जाता है, इस अनुक्रम में जिले की ऐसी शालाये जहां 100 से अधिक छात्र -छात्राये दर्ज है ,उन शालाओ में हाथ धुलाई कार्यक्रम केा आयोजित किया जाएगा। अभियान के कार्यक्रमो का व्यापक स्तर पर आयोजित कर ’’गिनिज बुक आॅफ वल्र्ड रिकार्ड ’’ में स्थान दिलाने हेतु प्रयास किया जावेगा।
पंजाब राज्य के कृषि वैज्ञानिको द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र, सीहोर का भ्रमण
श्री के. एस. पन्नू, कृषि सचिव, पंजाब शासन द्वारा गत दिवस कृषि विज्ञान केन्द्र, सेवनियाॅ का भ्रमण किया। विज्ञान केन्द्र, सीहोर द्वारा किये गये कार्यों को पंजाब राज्य के कृषि विज्ञान केन्द्रों में भी संपादित करने हेतु पंजाब राज्य के चार कृषि विज्ञान केन्द्रों के कार्यक्रम समन्वयक - डाॅ. बी. एस. कंग, के. वी. के. लुधियाना, डाॅ. कुलदीप ंिसह, के. वी. के., जालन्धर, डाॅ. भरत सिंह, के. वी. के., मंसा व डाॅ. हरिन्दर सिंह, के. वी. के., रोपर की संयुक्त टीम द्वारा तीन दिवस तक कृषि विज्ञान केन्द्र, सीहोर की गतिविधियों का विस्तृत अवलोकन किया गया। सी. आर. डी. ई. कृषि विज्ञान केन्द्र, सीहोर की कार्यपालक संचालिका द्वारा पंजाब राज्य के कार्यक्रम समन्वयकों का कृषि विज्ञान केन्द्र में स्वागत करते हुए कृषि विज्ञान केन्द्र की कार्यप्रणाली पर विस्तृत जानकारी दी। कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा वृहद स्तर पर तकनीकों जैसे - 5000 कृषकों हेतु विषेष कार्यक्रम, धान उत्पादन की श्री पद्धति, जायद में मूॅग की खेती, ई किसान पाठषाला आदि के प्रचार प्रसार हेतु अपनायी जाने वाली विधियों पर प्रस्तुतीकरण व चर्चा डाॅ. उपेष कुमार, कार्यक्रम समन्वयक, कृषि विज्ञान केन्द्र, सीहोर द्वारा की गयी। कृषि की उन्नत तकनीकों - मृदा व जल संरक्षण, बीज उत्पादन, धान उत्पादन की श्री पद्धति, क्राप कैफेटेरिया, उद्यानिकी प्रणाली, उद्यानिकी की सघन व अति सघन, रोपण प्रणाली, केंचुआ खाद उत्पादन, उन्नत कृषि यंत्र आदि के प्रचार - प्रसार हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र प्रक्षेत्र को माॅडल प्रक्षेत्र के रूप में विकसित करने हेतु किये गये प्रयासों पर विस्तृत जानकारी श्री जे. के. कनौजिया, कृषि विषेषज्ञ द्वारा दी गयी। इसके उपरान्त कृषि विज्ञान केन्द्र के विषेषज्ञों द्वारा कृषि की उन्नत तकनीकों के प्रचार - प्रसार हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र प्रक्षेत्र पर प्रदर्षित तकनीकों का अवलोकन कराते हुए वर्तमान कृषि पद्धति में केन्द्र पर प्रदर्षित तकनीकों की आवष्यकता व कृषकों हेतु इसके महत्व पर विस्तृत जानकारी दी गयी। भ्रमण के द्धितीय दिवस में कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा अंगीकृत ग्रामों में किये गये कार्याें के परिणामों का अवलोकन करने हेतु (केन्द्र द्वारा वर्ष 2002 -03 में अंगीकृत) ग्राम - मोगराराम, विकासखण्ड - सीहोर का भ्रमण किया गया, जहाॅ कृषकों ने कृषि विज्ञान केन्द्र के तकनीकी मार्गदर्षन में किये गये कार्याें पर अपने - अपने अनुभव बताये। साथ ही कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा ग्राम के समग्र कृषि विकास हेतु प्रचारित की गयी तकनीकों का अवलोकन करने हेतु कृषकों के खेतों का भ्रमण किया, जिसमें कृषि - उद्यानिकी प्रणाली, फल वृक्षों की खेती, सोयाबीन, मक्का फसल की उन्नत खेती, उन्नत पशुपालन, वृहद स्तर पर केंचुआ खाद उत्पादन आदि का अवलोकन किया। इसके उपरान्त अंगीकृम ग्राम के समन्वित विकास हेतु केन्द्र द्वारा संचालित गतिविधियों का अवलोकन करने अंगीकृत (वर्ष 2012 -13) ग्राम - बफापुर, विकासखण्ड - आष्टा का भ्रमण किया। जहाॅ पर केन्द्र की गतिविधियाॅ जैसे प्रषिक्षण कार्यक्रम, प्रक्षेत्र परीक्षण, अग्रिम पंक्ति प्रदर्षन आदि के क्रियान्वयन की विधियों पर कृषकों से चर्चा की तथा केन्द्र द्वारा ग्राम की समन्वित कृषि में किये गये कार्याें का अवलोकन किया। इस अवसर पर भ्रमण दल द्वारा कृषकों के स्थानीय स्तर पर बनाये व उपयोग किये जाने वाले कृषि यंत्रों का अवलोकन कर कृषकों से उनकी कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी। भ्रमण के तृतीय दिवस पर कृषि विज्ञान केन्द्र के तकनीकी मार्गदर्षन में श्री हेमराज सिंह गौर, युवा कृषक, ग्राम - धनखेडी, विकासखण्ड - सीहोर द्वारा संचालित बीज उत्पादन समिति का अवलोकन किया गया। बीज उत्पादन समिति को स्थापित करने हेतु श्री हेमराज सिंह गौर द्वारा किये गये प्रयासों पर भ्रमण दल द्वारा चर्चा की गयी। भ्रमण दल द्वारा सीहोर जिले में वृहद स्तर पर कम समय में तकनीकों के प्रचार - प्रसार हेतु संचालित ई किसान पाठषाला का अध्ययन किया गया। ई किसान पाठषाला में उपस्थित अधिकारियों, कृषक मित्रों व प्रगतिषील कृषकों से ई किसान पाठषाला की उपयोगिता पर चर्चा की। ई किसान पाठषाला के दौरान भ्रमण दल द्वारा जिले में कृषि के विकास हेतु सम्बन्धित विभागों द्वारा किये जाने वाले कार्यों पर चर्चा करने हेतु कलेक्टर डा सुदाम खाडे से भी मुलाकात की। जिले में वृहद स्तर पर तकनीकों के प्रचार - प्रसार हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि महाविद्यालय, सीहोर, कृषि से संबन्धित विभागों जैसे - किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग, आत्मा विभाग, पशुपालन विभाग, मत्स्य पालन, के संयुक्त प्रयासों से किये जाने वाले कार्यों पर चर्चा की गयी। कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा सीहोर जिले के कृषकों हेतु किये गये कार्यों का भ्रमण दल द्वारा अवलोकन करने के उपरान्त अवगत कराया गया कि जिले में कृषि की उन्नति हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र व कृषि से संबन्धित अन्य विभाग मिलकर जो कार्य कर रहे हैं, वह सराहनीय है तथा उनके परिणाम कृषकों के खेतों में परिलक्षित हो रहे हैं। कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा कृषि तकनीकों के प्रचार - प्रसार हेतु अपने प्रक्षेत्र को बहुत अच्छे तरीके से विकसित किया है जो कि जिले के कृषकों के साथ - साथ अन्य कृषकों के लिए भी लाभप्रद होगा।