संतों की धर्म संसद में विवादास्पद प्रस्ताव पास किए गए हैं. छत्तीसगढ़ के कवर्धा में सोमवार को हुई धर्म संसद में संतों ने तय किया कि मंदिरों से साईं की मूर्तियां हटाई जाएंगी. साथ ही एक महीने के अंदर अयोध्या में राम मंदिर बनवाने का प्रस्ताव भी पास किया गया है. धर्म संसद में संतों ने साईं को भगवान तो दूर, संत या गुरु मानने से भी इनकार कर दिया. धर्म संसद की ओर से प्रस्ताव पास होने के बाद मंदिरों से साईं की मूर्तियां हटाने की प्रक्रिया कब से शुरू होगी, होगी भी या नहीं, यह अभी साफ नहीं है.
इससे पहले धर्म संसद के दौरान शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती और शिरडी के साईं बाबा के अनुयायी एक-दूसरे से भिड़ गए. खबरों के मुताबिक साईं के दो अनुयायी धर्मसंसद के आयोजन स्थल पर पहुंचे. साईं के समर्थक साईं पर होने वाली चर्चा पर अपने विचार रखने आए थे और उन्होंने शंकराचार्य को लेकर सवाल किए. इस पर शंकराचार्य के अनुयायी भड़क गए. बताया जाता है कि धर्म संसद में गुजरात और दिल्ली से आए साईं भक्त के साथ अखाड़ा प्रमुख ने बदसलूकी की. अखाड़ा प्रमुखों ने साईं भक्तों से धक्का-मुक्की करते हुए उन्हें मंच से उतार दिया