क्रिकेट के 'भगवान'माने जाने वाले पूर्व भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर की आत्मकथा उन्हीं के शब्दों में 'प्लेइंग इट माई वे-माई ऑटोबायोग्राफी'किताब के रूप में सामने आने के लिए तैयार है। इसका विमोचन छह नवंबर को किया जाएगा। यह घोषणा मंगलवार को हुई। तेंदुलकर ने इस किताब के बारे में बात करते हुए कहा, "मैं जानता हूं कि अपनी कहानी लिखने के लिए राजी होने का मतलब है कि मुझे पूरी तरह से ईमानदार होना होगा। मैंने अपने खेल को भी पूरा जीवन ऐसे ही खेला है। इसमें कई ऐसे पहलू भी होंगे जिसके बारे में मैंने सार्वजनिक रूप से कभी बात नहीं की।"
तेंदुलकर ने कहा, "इसी कारण आखिरी बार मैदान से पवेलियन लौटने और अपनी क्रिकेट की पारी समाप्त होने के बाद मैं यहां हूं। एक बच्चे के तौर पर मुंबई में 35 साल पहले क्रिकेट का बल्ला थामने के बाद जो भी स्मृतियां मेरे मन में है उसे मैंने याद करने की कोशिश की है।"