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हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (05 सितम्बर)

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हिमाचल  में 18 शिक्षक सम्मानित 
  • हिमाचल सरकार विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए वचनवद्व-मुख्यमंत्री

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शिमला ,05 सितंबर ( विजयेन्दर  शर्मा)।  हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल श्रीमती उर्मिला सिंह ने मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह की उपस्थिति में आज यहां राजभवन में आयोजित राज्य स्तरीय शिक्षक दिवस के मौके पर आयोजित एक भव्य समारोह में 14 अध्यापकों को राज्य स्तरीय और चार राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अध्यापकों को पुरस्कार प्रदान किए।  राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री ने भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति स्व. डा. एस. राधाकृष्णन, जिनके जन्मदिवस पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है, को श्रद्वाजंलि अर्पित की। दोनों ने डा. एस. राधाकृष्णन को सत्यनिष्ठ व्यक्तित्व, आदर्श साहित्यकार, शिक्षाविद्व व कुशल प्रशासक बताया। राज्यपाल ने अपने सम्बोधन ने सभी अध्यापकों से अध्यापन को व्यवसाय न मानकर मिशन के रूप में अपनाने और देश व समाज की समर्पण भाव से सेवा करने का आग्रह किया।  श्रीमती उर्मिला सिंह ने गुरू के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारी संस्कृति में अध्यापक को उच्च सम्मान दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह सम्मान गुरूओं की दक्षता तथा हमारे पूर्वजों के ज्ञान का नतीजा है। भारत को पूर्व में ज्ञान का केन्द्र माना जाता था। राज्यपाल ने कहा कि अध्यापन एक आदर्श और जिम्मेवारी का कार्य है और अध्यापकों के आचार, चरित्र और विचारों से विद्यार्थी प्रभावित होते हैं। इसलिये अध्यापकों को अपने कर्तव्य का ईमानदारी तथा निष्ठा से निर्वहन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अध्यापक न केवल विद्यार्थियों के लिये प्रेरणा स्त्रोत बल्कि एक आदर्श भी होते हैं और साथ ही राष्ट्र निर्माता भी होते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य तब तक सही अर्थों में पूरा नहीं होगा जब तक शिक्षा में उच्च मूल्यों का समावेश न हो। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अनुशासन, देशभक्ति व मानव मूल्यों के महत्व को समझाना चाहिए जिससे वे अच्छे और उत्तरदायी नागरिक बन सके। उनहोंने कहा कि विद्यार्थियों को सशक्त बनाने के लिये पाठ्यक्रम में व्यवसायिक विषयों को शामिल किया जाना चाहिए जिससे वे स्वरोजगार प्राप्त कर सके। उन्होंने कहा कि शिक्षा का मकसद महज रोजगार हासिल कर धनोपार्जन नहीं होना चाहिए। 

राज्यपाल ने इस मौके पर स्मारिका का विमोचन भी किया। 
इस मौके पर अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि शिक्षकों की जिम्मेवारी केवल अध्यापन नहीं होनी चाहिए बल्कि बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा दी जानी चाहिए। शिक्षणार्थियों में नैतिक मूल्यों के साथ समुचित ज्ञान का समावेश किया जाना चाहिए ताकि वे हर स्तर की प्रतियोगिता के लिये तैयार हों और अपने पैरों पर खड़े हो सके। उन्होंने कहा कि हम ऐसे विद्यार्थी तैयार करना चाहते हैं जो हर क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन करें। उन्होंने ेकाि कि इस उद्देश्य को हासिल करने के लिये अध्यापकों को और अधिक प्रयास करने होंगे, साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता भी बनाए रखनी होगी। उन्होंने कहा कि अध्यापकों को आत्मविशलेषण करना होगा कि वे समाज को क्या दे रहे हैं तथा सुदृढ़ राष्ट्र के निर्माण में क्या भूमिका निभा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी शिक्षा व्यवस्था में प्राथमिक व प्रारम्भिक स्तर पर सुधार की जरूरत है और अध्यापकों को विद्यार्थियों की बेहतरी के लिये और अधिक जिम्मेवारी के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में अच्छे मूल्यों का प्रवाह करने में अध्यापकों की महत्वपूर्ण जिम्मेवारी है। सही मार्गदर्शन उनके जीवन में आशातीत बदलाव ला सकता है। उन्होंने कहा कि अध्यापकों सही मार्गदर्शन और सक्रिय भागीदारी से ही देश को अच्छे नागरिक मिल सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध करवाने के प्रति वचनवद्व है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की साक्षरता दर 83 प्रतिशत से अधिक है। उन्होंने कहा कि शत-प्रतिशत प्रवेश के लक्ष्य को प्राथमिक स्तर पर हासिल कर लिया गया है और अब प्रारम्भिक व उच्च शिक्षा क्षेत्र में भी इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये प्रयास जारी है। उनहोंने कहा कि प्रदेश में शिक्षण संस्थानों का विस्तृत जाल है और आज सरकारी क्षेत्र में 15 हजार से अधिक शिक्षण संस्थान कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने स्कूलों में जरूरी अधोसंरचना विकसित करने व दूर-दराज के क्षेत्रों में पर्याप्त स्टॉफ उपलब्ध करवाने के निर्णय लिये हैं, इसके अतिरिक्त सर्वशिक्षा तथा राष्ट्रीय प्रारम्भिक शिक्षा अभियान के अन्तर्गत अध्यापकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है ताकि वे बच्चों को अच्छा नागरिक बना सके। श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कंप्यूट्रीकृत शिक्षा अपनाने के लिये प्रयास किये जा रहे हैं और विज्ञान व गणित विषयों में बच्चों की रूचि बढ़ान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके अलावा शिक्षण संस्थानों में आधारभूत ढांचा विकसित किया जा रहा है ताकि विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षण सुविधाएं उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि नियमानुसार नये स्कूल खोले व स्तरोन्नत किये जा रहे हैं और अध्यापकों के पदों को भरा जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान 695 स्कूल खोले और स्तरोन्नत किये। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों को पथ परिवन निगम की बसों में नि:शुल्क यात्रा सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है और 607 टीजीटी, 529 सीएण्डवी श्रेणी के अध्यापकों की नियुक्ति की गई है। इसके अलावा जेबीटी के 1095 पदों को भरा जा रहा है। प्रदेश सरकार ने पीटीए अध्यापकों के मानदेय में भी बढौतरी की है। राज्यपाल ने सोलन जिला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भूमति के प्रधानाचार्य श्री भूपेन्द्र गुप्ता, मण्डी जिला के राजकीय उच्च पाठशाला रखेड़ा के मुख्याध्यापक श्री सरस्वती नन्दन पराशर, हमीरपूर जिला के रावमापा के प्रवक्ता श्री मदन लाल, कांगडा जिला के रावमापा शाहपुर के प्रवक्ता श्री जन्मजय सिंह गुलेरिया, मण्डी जिला के रावमापा सैलगलु के डीपीई श्री सुदेश हाजरी, कांगड़ा जिला के राजकीय उच्च पाठशाला भाई पठियार के टीजीटी श्री सोम सिंह भारद्वाज, उना जिला के रावमापा टक्का के आर्ट व क्राफट अध्यापक श्री रवि शंकर, कांगडा जिला के राउपा उच्छर के शास्त्री श्री अशोक ठाकुर, जिला शिमला के राउपा भराडी के शास्त्री श्री कृषण पाल शर्मा, बिलासपुर जिला के राजकीय केन्द्र प्राथमिक पाठशाला डुमैहर की सीएचटी श्रीमती निर्मला देवी, जिला मण्डी के बड़ागांव के राकेप्रापा के सीएचटी श्री बीरबल कटोच, मण्डी जिला के राकेप्रापा भटेरी के सीएचटी श्री राजेश कुमार, जिला मण्डी के राप्रापा शेधाधार के जेबीटी श्री रामलाल, मण्डी जिला के राप्रापा तरौर के हैडटीचर श्री भीम सिंह को राज्य पुरस्कार प्रदान किये। राज्यपाल ने वर्ष 2012 के चार राष्ट्रीय पुरस्कार विजेताओं को भी सम्मानित किया जिनमें उना जिला के रावमापा अम्भेरा के टीजीटी श्री राकेश कुमार, कांगडा जिला के राप्रापा दयोल के सीएचटी श्री नरोतम चन्द, मण्डी जिला के राउपा नसलोह की मुख्याध्यापक श्रीमती सोमा राणा तथा सोलन जिला के रावमापा चण्डी के प्रवक्ता श्री सरताज सिंह शामिल हैं। 

प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक श्री अशोक शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया।
  • उच्च शिक्षा निदेशक श्री शशी भूषण शेखड़ी ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। 
  • इस मौके पर विभिन्न शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। 
  • ऊर्जा एवं कृषि मंत्री श्री सुजान सिंह पठानिया, मुख्य संसदीय सचिव सर्वश्री नीरज भारती तथा सोहन लाल, राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, अध्यापक व विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थी इस अवसर पर उपस्थित थे। 
  • पांच सहायक नगर योजनाकार नियुक्त

शिमला ,05 सितंबर ( विजयेन्दर  शर्मा)। प्रदेश सरकार ने अनुबन्ध आधार पर पांच सहायक नगर योजनाकार नियुक्त किए हैं।श्री प्रदीप ठाकुर को उपमण्डलीय नगर योजना कार्यालय ऊना में, सुश्री शैलजा इसार को बिलासपुर में, श्री रसीक शर्मा को सोलन में, श्री कर्म चन्द नांटा को रामपुर में तथा श्री हरजिन्द्र सिंह को उपमण्डलीय नगर योजना कार्यालय चम्बा में तैनात किया है।
        
 हिमाचल में भाजपा नेता घटिया राजनिति कर रहे- मुकेश अग्निहोत्री

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शिमला ,05 सितंबर ( विजयेन्दर  शर्मा)। हिमाचल प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि लोकसभा चुनावों से पहले और बाद में प्रदेश की वीरभद्र सरकार को हटाने के दमगजे मारने वाले भाजपा नेता अब किस कदर हताशा, निराशा व कुंठा में डूबे  हैं, यह उनके द्वारा निर्दलीय विधायकों को आए दिन दी जा रही धमकियों से ही साफ हो जाता है। आज शिमला में  मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने लोकसभा चुनावों के दौरान बढ़चढ़ कर ये दावे किए थे कि निर्दलीय विधायक उनके पाले में हैं और लोकसभा चुनावों के नतीजों के बाद वीरभद्र सरकार गिर जायेगी। लेकिन जब इन भाजपा नेताओं द्वारा देखे गए सपने साकार नहीं हुए तो अब खिसियाई बिल्ली, खंबा नोचे की तरह कुंठा व हताशा से ग्रस्त होकर भाजपा नेता निर्दलीय विधायकों को उनकी सदस्यता समाप्त करवाने की धौंस देने लगे हैं।  संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश के निर्दलीय विधायक वीरभद्र सरकार की कार्यप्रणाली, जनकल्याणकारी योजनाओं, गरीब की सेवा व विकास के एजेंड़े से प्रभावित होकर सरकार के साथ अगर चट्टान की तरह खड़े हैं तो भाजपा नेता काहे को बेचैन हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को इतना तो सामान्य ज्ञान होना चाहिए कि निर्दलीय विधायक हमेशा मुद्दों के आधार पर सरकारों को समर्थन देते रहे हैं और ऐसा उनके सत्ताकाल में भी होता रहा है। तब कांग्रेस ने कभी भी ऐसी ओछी राजनीति नहीं की। संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता के बीच यह संदेश साफ तौर  पर जा चुका है कि निर्दलीय विधायक भाजपा के साथ न होकर वीरभद्र सरकार के साथ हैं और वीरभद्र सरकार प्रदेश का समान व संतुलित विकास सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने कहा कि यही बात अब भाजपा नेताओं को पीड़ा दे रही है और भाजपा नेताओं की इस लाईलाज परेशानी व पीड़ा को वह बखूबी समझ सकते हैं । उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को अब खुशफहमियों की दुनिया से बाहर आकर यह हकीकत समझ लेनी चाहिए कि प्रदेश में श्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में एक स्थिर, स्थाई व टिकाऊ सरकार सत्तासीन है और भाजपा नेताओं के बयानों की तोपों से इस सरकार का बाल भी बांका होने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने सरकार के भविष्य को लेकर जो दुष्प्रचार चला रखा है, वह उनकी हताशा की इंतहा को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि भाजपा एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने और मुद्दों पर आधारित राजनीति करने की तहजीब नहीं जानती और केवल हो-हल्ले , शगूफों व कुंठा की राजनीति करने में माहिर है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ  जब- जब भी साजिशें व षडयंत्र रचे गए हैं, वह हमेशा और अधिक मजबूत व पाक साफ होकर निकले हैं और इस बार भी षडयंत्रकारी ताकतें बेनकाब होंगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से इस्तीफे की मांग करने वाले भाजपा नेता इस हकीकत को समझ लें कि वीरभद्र सरकार लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार है और जनता ने  पांच साल के लिए वीरभद्र सरकार को शासन करने व भाजपा को विपक्ष में बैठने का फतवा दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का फोबिया हो गया है और सोलन की बैठक में भाजपा नेताओं द्वारा वीरभद्र सरकार के खिलाफ प्रस्ताव पारित करना इसी फोबिए व कुंठा का प्रतीक है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि भाजपा नेताओं को अगर इस्तीफा मांगना है तो मोदी सरकार से मांगना चाहिए जिसने अपने सत्ताकाल के पहले सौ दिनों में ही भ्रष्टाचार, मंहगाई व कालेधन जैसे तमाम मुद्दों को पीछे धकेल कर देश की जनता का विश्वास तोड़ा है। उन्होंने कहा कि इन सौ दिनों में मोदी सरकार का एकमात्र एजेंड़ा अनैतिक तरीके से राज्यपालों को हटाना व विदेशों के सैर सपाटे करना रहा है। 

प्रधानमंत्री का भाषण देने का कदम भेदभावपूर्ण: विक्रमादित्य सिंह
  • शिमला में युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री  नरेन्दर मोदी का पुतला फूंका

शिमला ,05 सितंबर ( विजयेन्दर  शर्मा)। हि. प्र युवा कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश के खिलाफ जुलूस के दौरान इसे अपने प्रचार का हथकंडा और विद्यार्थियों के लिए बाध्यकारी कदम करार दिया है। जुलूस के दौरान युवा कांग्रेस सदस्यों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश जैसे छोटे पहाड़ी राज्य के जनजातीय और दूर-दराज क्षेत्रों में स्थितम विद्यालयों में प्रधानमंत्री के संदेश के प्रसारण में क्षेत्रीय बंधन हैं। यह संदेश केवल बड़े शहरों में ही प्रसारित करना संभव था और प्रधानमंत्री ने देश के जनजातीय और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों वाले क्षेत्रों पर विचार नहीं किया। उन्होंने कहा कि यह कदम शहरों और कस्बों में रहे रहे बच्चों और देश के ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के साथ भेदभाव करने वाला था। वास्तव में प्रधानमंत्री का संदेश कुछ ही बच्चों के लिए था जिसे सुनाने के लिए बच्चों को जबरन स्कूलों अथवा अन्य निर्धारित स्थलों परघंटों बैठाकर रखा गया। प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि श्री मोदी यह भूल गए हैं के देश में अधिकांश विद्यार्थी ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं जहां इस प्रकार के प्रसारण की सुविधा नहीं है। उन्होंने कहा कि यह पूर्ण रूप से शिक्षा के नाम पर भेदभाव का मामला है।  युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री का पुतला भी फूंका।

यातायात व्यवस्था

शिमला ,05 सितंबर ( विजयेन्दर  शर्मा)। जिला दण्डाधिकारी, श्री दिनेश मल्होत्रा ने आज यहां बताया कि शिमला में ऑकलैण्ड टनल के समीप स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया से भराड़ी रोड़ के विभाजन तक सडक़ 6 सितम्बर को सांय 7 बजे से 7 सितम्बर, 2014 को दोपहर 1 बजे तक यातायात के लिए बन्द रहेगी । इस अवधि के दौरान यातायात वाया लॉंगवुड और केलस्टन भराड़ी रोड़ से व्यवस्थित किया जाएगा ।  यह निर्णय पगोग जंक्शन के समीप पहाड़ी के सरकने की सम्भावना के दृष्टिगत लिया गया है ।   

जिला शिमला में आधार कार्ड बनाने का कार्य

शिमला ,05 सितंबर ( विजयेन्दर  शर्मा)। उपायुक्त शिमला, श्री दिनेश मल्होत्रा ने आज यहां बताया कि की मांग पर शिमला में आधार कार्ड बनाने का कार्य जिले के 6 पंजीकरण केंद्रो में आरम्भ किया गया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में उपायुक्त कार्यालय शिमला, खंड कार्यालय चौपाल, नारकंडा, रोहडू, ठियोग और नगर परिषद रामपुर में आधार कार्ड बनाये जा रहे हैं। मल्होत्रा ने बताया कि जिन लोगों के आधार कार्ड अभी नहीं बने है उनकी सुविधा के लिए अगले सप्ताह से पंचायत मुख्यालय स्तर पर 18 मोबाईल वाहन शीघ्र ही यह कार्य करना आरम्भ करेंगी। जिला शिमला में प्रथम चरण में मशोबरा में 6, ठियोग में 7, बसंतपुर में 5 मोबाईल बैन पंचायत मुख्यालय में आधार कार्ड बनाने के लिए उपलब्ध रहेंगीं। उन्होंने बताया कि मोबाईल वाहन की संख्या 18 से 50 तक बढाई जा सकेगी।उन्होंने शिमला जिला के सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि वे इस सुविधा का लाभ उठायें तथा अपना व अपने परिवार के सभी सदस्यों के आधार कार्ड बनाना सुनिश्चित करें।

चौपाल के कनाह में उचित मूल्य की दुकान खोलने के लिए आवेदन

शिमला ,05 सितंबर ( विजयेन्दर  शर्मा)। उपायुक्त शिमला श्री दिनेश मल्होत्रा ने आज यहां बताया कि चौपाल क्षेत्र की ग्राम पंचायत जुब्बली के कनाह में नई उचित मूल्य की दुकान खोली जानी है, जिसके लिए सम्बन्धित पंचायत के इच्छुक पात्र स्थानीय सहकारी संस्थाए, भूतपूर्व सैनिक, शारीरिक विकलांग व बेरोजगार व्यक्ति अपना आवेदन कर सकते हैं।मल्होत्रा ने बताया कि इच्छुक पात्र व्यक्ति आवेदन प्रपत्र खाद्य निरीक्षक, खंड कार्यालय चौपाल तथा जिला नियंत्रण, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले शिमला के कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं। आवेदन प्रैस विज्ञप्ति के उपरांत तीन सप्ताह के भीतर सम्बन्धित कार्यालय को प्राप्त हो जाना चाहिए ।  अधिक जानकारी के लिए दूरभाष संख्या 0177 2657022 पर सम्पर्क करें। ।

बैंकों द्वारा 613 करोड़ के ऋण वितरित

शिमला ,05 सितंबर ( विजयेन्दर  शर्मा)। अप्रैल से जून 2014 तिमाही तक शिमला जिला के विभिन्न बैंकों द्वारा 613 करोड़ रूपये  के ऋण जिले के विभिन्न क्षेत्रों के कृषकों, बागवानों, लघु उद्यमियों तथा स्वयं सहायता समूहों को वितरित किए गए । यह जानकारी आज अतिरिक्त उपायुक्त शिमला श्री युनूस ने यूको बैंक (अग्रणी बैंक) द्वारा आयोजित जिला स्तरीय समन्वय एवं समीक्षा समिति की तिमाही बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। यूनुस ने बताया कि वित वर्ष 2014-15 की वार्षिक ऋण योजना 2822 करोड की है जिसका 87 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी बैंकर्स को छात्रों को उच्च शिक्षा हेतु प्रदान किए जाने वाली ऋण योजनाओं का व्यापक प्रचार करने पर बल दिया ताकि उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक छा़त्रों को शिक्षा हासिल करने में आर्थिक  तंगी आड़े न आए । अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि किसान क्रेडिट कार्ड योजना के अंर्तगत जून 2014 तक 6404 रूपये क्रेडिट कार्ड बांटे गए ।इस तिमाही में 170 करोड के 14828 किसान क्रेडिट कार्ड दिए गए । उन्होंने बताया कि इस तिमाही में कृषि ऋणों में 89.91 करोड़, जबकि कमजोर समुदायों को दिए जाने वाले ऋणों में 25.88 करोड की वृद्धि अर्जित की गई है।   उन्होंने सभी बैंकर्स को निर्देश दिए कि वे 26 जनवरी 2015 तक राष्ट्रीय जन धन योजना के सभी पात्र व्यक्तियों के खाते खोलना सुनिश्चित करें । उन्होंने कहा कि वे सभी बैंक अधिकारियों से इस योजना के क्रियान्वयन बारे हर माह 15 दिनों के पश्चात समीक्षा करेंगें। यूनुस ने बैंक अधिकारियों से कहा कि स्वयं सहायता समूहों, नाबार्ड के अंर्तगत ऋण मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटायें । प्रधानमंत्री स्वरोजगार सृजन कार्यक्रम के अंतर्गत 20 दिनों के भीतर ऋण मामलों का निपटारा बैंको द्वारा किया जाना चाहिए, ताकि ऋण उपलब्ध न होने की स्थिति में सम्बन्धित सरकारी उपक्रमों द्वारा अन्य बैंकों से उनका ऋण स्वीकृत करवाया जा सके । बैठक का संचालन अग्रणी बैंक प्रबन्धक यूको बैंक षिमला श्री करतार सिंह ने किया । बैठक में सहायक महाप्रबंधक आर.बी.आई श्री रवि रावल और विभिन्न बैंकों व विभागों के अधिकारी उपस्थित थे ।    

सामाजिक सुरक्षा पंैशन के 172 प्रार्थियों को आजीवन प्रतिस्थापना की स्वीकृत : अभिषेक जैन

ऊना,  5 सितम्बर ( विजयेन्दर  शर्मा)। सामाजिक सुरक्षा पैंशन योजना के अन्तर्गत जिला ऊना में 172 प्रार्थियों को आजीवन काल तक प्रतिस्थापना की स्वीकृति दी गई, जिसके अन्तर्गत विधवा पैंशन के 17, वृद्धावस्था पैंशन के 141, विकलांग राहत भत्ता के 14 प्रार्थी लाभान्वित हुए हैं। यह जानकारी आज यहां उपायुक्त अभिषेक जैन ने दी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना के तहत 18 से 59 वर्ष की आयु वाले बीपीएल परिवार के मुखिया, जिस पर परिवार की आजीविका निर्भर है, की मृत्यु होने पर 20 हजार रूपये की राशि उस परिवार को सहायता के रूप में दी जाती है। उन्होंने जानकारी दी कि इस योजना के अन्तर्गत चालू वित्त वर्ष में 34 लाख रूपये के प्रावधान के मुकाबले अब तक जिला में कुल 51 मामलों में 10 लाख 20 हजार रूपये की सहायता राशि स्वीकृत की जा चुकी है।  

अनुसूचित जाति उपयोजना के क्रियान्वयन में ऊना जिला बना अग्रणी : शांडिल्य
    
ऊना,  5 सितम्बर ( विजयेन्दर  शर्मा)। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. कर्नल धनी राम शांडिल ने कहा है कि अनुसूचित जाति के लोगों के उत्थान हेतु चलाई जा रही अनुसूचित जाति उपयोजना के क्रियान्वयन में ऊना जिला प्रदेश का अग्रणी जिला बनकर उभरा है और भविष्य में भी इस उपलब्धि को बरकरार रखा जाना चाहिए। आज यहंा अनुसूजित जाति उपयोजना की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2013-14 में जिला ऊना को राज्य योजना के अन्तर्गत 30 करोड़ 75 लाख 60 हजार रूपये का बजट प्रावधान सरकार द्वारा किया गया था, जिसमें 31 मार्च, 2014 तक जिला में विभिन्न विभागों द्वारा 31 करोड़ 34 लाख 56 हजार रूपये व्यय करके 102 प्रतिशत प्रगति हासिल की गई। उन्होंने कहा कि ऊना जिला ने विशेष केन्द्रीय सहायता योजना में आबंटित 21 लाख 83 हजार रूपये के बजट को भी शत-प्रतिशत व्यय किया है। कर्नल धनी राम शांडिल्य ने कहा कि वित्तीय 2014-15 में जिला ऊना को राज्य योजना के अन्तर्गत कुल 4234.66 लाख रूपये के बजट के  मुकाबले प्रथम तिमाही 30 जून तक 472.79 लाख रूपये व्यय करके 11 प्रतिशत प्रगति प्राप्त की गई है और विशेष केन्द्रीय सहायता योजना में 17.94 लाख बजट के मुकाबले 30 जून तक 2.07 लाख रूपये व्यय करके 12 प्रतिशत प्रगति प्राप्त की गई है। उन्होंने कहा कि 20-सूत्रीय कार्यक्रम के सूत्र 10(क) के तहत 2013-14 के लिए अनुसूचित जाति के 1764 गरीब परिवारों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन जिला ऊना के विभिन्न विभागों द्वारा 4000 परिवारों को लाभान्वित किया गया। इसी प्रकार चालू वित्त वर्ष की प्रथम तिमाही में 787 परिवारों को लाभान्वित किया जा चुका है। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर की कि कृषि विभाग, जायका प्रोजैक्ट, बागवानी विभाग, भू-संरक्षण विभाग, पशुपालन विभाग, मत्स्य पालन विभाग, मिड हिमालयन वाटरशैड प्रोजैक्ट, स्वां रिवर आई डब्ल्यू एम प्रोजैक्ट, वन, सहकारिता, पंचायती राज, आईपीएच, हिमऊर्जा, उद्योग, तकनीकी शिक्षा व लोक निमार्ण विभागों ने गत वर्ष आबंटित बजट को सौ फीसदी खर्च करके पात्र परिवारों को लाभान्वित किया है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार अनुसूचित जाति के लोगों के उत्थान हेतु कृत्संकल्प है और इसके लिए प्रदेश के कुल बजट का 25 फीसदी भाग इन वर्गों पर खर्च किया जाता है। उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा अनुसूचित जाति उपयोजना के तहत विभागीय राशि को जिलावार आबंटित करने के लिए मानक निर्धारित किये हैं। इन नियमों के अनुसार जिला ऊना के लिए विभागीय राशि का 6 प्रतिशत भाग आबंटित किया जाता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार हिमाचल प्रदेश में अनुसूचित जाति की जनसंख्या 17 लाख 29 हजार 252 है, जो राज्य की कुल जनसंख्या का 25.19 प्रतिशत है। 2011 की जनगणना के मुताबिक जिला ऊना की कुल आबादी 5 लाख 21 हजार 173 है, जिसमें से अनुसूचित जाति की कुल आबादी एक लाख 15 हजार 491 है जो कुल जनसंख्या का 22.16 फीसदी है। उन्होंने अधिकारियों से आहवान किया कि वे अनुसूचित जाति उपयोजना के तहत विकासात्मक गतिविधियों और अनुसूचित जाति के लोगों के उत्थान हेतु चलाई जा रही योजनाओं के क्रियान्वयन में और तेजी लाएं ताकि अधिकाधिक पात्र लोग इनसे लाभान्वित होकर अपना जीवन स्तर ऊंचा उठा सकें। इससे पूर्व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री का स्वागत करते हुए डीसी अभिषेक जैन ने कहा कि जिला ऊना में पूरी मुस्तैदी से सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों तक पहुंचाया जा रहा है और भविष्य में भी इन योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में कोई कसर शेष नहीं रखी जाएगी। इस अवसर पर वित्तायोग के अध्यक्ष व चिंतपुर्णी के विधायक कुलदीप कुमार, डीसी अभिषेक जैन, एसपी अनुपम शर्मा, एससीएसटी निगम के उपनिदेशक मनोहर, जिला कल्याण अधिकारी शशि बिजलवान, आईपीएच के अधीक्षण अभियंता एनके त्रिवेदी सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे। 

उद्योग मंत्री ने विकास कार्यों की समीक्षा की, जन समस्याएं भी सुनीं

ऊना,  5 सितम्बर ( विजयेन्दर  शर्मा)। उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने आज यहां जिला में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति की फीडबैक अधिकारियों से ली और ऊना व टाहलीवाल के विश्राम गृह में लोगों से रूबरू होकर उनकी समस्याएं भी सुनीं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि आम आदमी की समस्याओं के त्वरित निपटान को प्राथमिकता दी जाए और अधूरे पड़े विकास कार्यों को तेजी से अमलीजामा पहनाया जाए। उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार गरीब व आम आदमी के कल्याण के प्रति कटिबद्ध है और इस उद्देश्य से कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं का लाभ पात्र लोगों तक पहुंचाने में अधिकारियों को कोई कसर शेष नहीं रखनी चाहिए। उन्होंने अािधकारियों के साथ बैठक करके जिला में क्रियान्वित की जा रही विकास योजनाओं की प्रगति का ब्यौरा लिया और इन कार्यों को युद्ध स्तर पर पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी विकासात्मक कार्यों के लिए सरकार द्वारा पर्याप्त बजट मुहैय्या करवाया गया है और विकास कार्यों में किसी प्रकार की धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार सत्तासीन होने के बाद से अब तक जिला को अरबों रूपयों के विकासात्मक तोहफे मिले हैं, जो आने वाले समय में जिला की तस्वीर बदल डालेंगे। ऊना व टाहलीवाल में बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्याएं लेकर उद्योग मंत्री से मिलने पहुंचे और उद्योग मंत्री द्वारा मौके पर ही कई समस्याओं का निवारण करने के अलावा बाकि आवेदनों त्वरित कार्यवाही के लिए सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को सौंपा। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे। बाद में उद्योग मंत्री ने हरोली विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न स्थानों का दौरा करके मौके पर विकास कार्यों का जायजा लिया। 

पुण्य तिथि पर विशेष : शिक्षा जगत की वाटिका के महकते गुलाब थे सुरेन्द्र सिंह बेदी

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ऊना,  5 सितम्बर ( विजयेन्दर  शर्मा)। ज्ञानी जी’ के नाम से मशहूर प्रख्यात शिक्षाविद् सुरेन्द्र सिंह बेदी भले ही आज इस नश्वर दुनिया में नहीं हैं लेकिन उनकी यादों की महक अभी भी फिजां में रची-बसी सी है। अपने समूचे जीवन में विद्यार्थियों के लिए प्रकाश स्तंभ बने रहे सुरेन्द्र सिंह बेदी का व्यक्तिव बहुआयामी था। वह एक ओजस्वी वक्ता, कुशल चित्रकार और चिंतनशील लेखक भी थे। कंठ इतना सुरीला कि जब मूड में होते थे तो हवा में स्वरलहरियां गूंजने लगती थीं। वह शिक्षा का एक अनवरत झरना भी थे और जिंदादिली की एक नदी भी। सुरेन्द्र सिंह बेदी का जन्म 18 अप्रैल, 1935 को पेशावर (पाकिस्तान) में श्री दीवान सिंह बेदी घर में हुआ था। सन् 1947 में भारत -पाक विभाजन के दंगों के दौरान उनके पिता भगवान को प्यारे हो गए। अपनी मां व बहन-भाईयों सहित वे भारत आ गए और पंजाब के भोगपुर के निकट लड़ोई गांव में बस गए। यहीं उन्होंने मेहनत-चाकरी करके ज्ञानी की परीक्षा पास की और फिर सुल्तानपुर (पंजाब) में एक निजि स्कूल में पढ़ाने लग पड़े। 22 वर्ष की आयु में उनकी शादी अजीत कौर से हुई जो अध्यापिका के रूप में सेवानिवृत होकर भी अध्ययन-अध्यापन से जुड़ी हुई हैं। 1958 में वह जिला कांगड़ा के बैजनाथ में सनातन धर्म स्कूल में पंजाबी शिक्षक नियुक्त हुए और फिर बैजनाथ ही उनकी कर्मभूमि बन गया। बाद में उन्होंने बी.एड. की और  इसी स्कूल के सरकारी हो जाने पर यहीं सरकारी सेवा में स्थाई हो गए। अपनी मृत्यु के समय वह जिला कांगड़ा स्थित राजकीय सीनियर सकेण्डरी स्कूल कृष्णानगर में वरिष्ठ अध्यापक थे। लंबे समय तक वह राजकीय अध्यापक संघ के नेता भी रहे और शिक्षकों के हितों के लिए संघर्ष करते हुए वह कई बार भूख हड़ताल पर भी बैठे और सरकार से मांगे मनवा कर ही दम लिया। बेदी जी को साहित्य व इतिहास से बहुत लगाव था। उनका अध्ययन ही इनता व्यापक था कि इतिहास का हर महत्वपूर्ण अध्याय उनके मानस पटल पर अंकित था। गणित पढ़ाने में तो उनका कोई सानी नहीं था। उनकी निजी लाइब्रेरी में विश्व के महान लेखकों की दुर्लभ कृतियां संग्रहित थीं जिन्हें उनके बेटे व ऊना के जिला लोक संपर्क अधिकारी  गुरमीत बेदी ने आज भी संभाल कर रखा है।बेदी जी स्वयं को शिक्षक कहलवाने में बहुत गौरव महसूस करते थे। अध्यापन के लिए वे इतने समर्पित थे कि छुट्टियों के दिनों में भी वह कक्षाएं लगाया करते थे। दयालु इतने थे कि गरीब बच्चों को किताबें खुद लाकर दे दिया करते थे यहां तक कि उनकी फीसें भी।  6 सितम्बर, 1989 को जब वह क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज लुधियाना में उनका स्वर्गवास हुआ तो मृत्यु से कुछ घण्टे पहले अचेतन अवस्था में वह बड़बड़ाते थे - बच्चे क्लास में आ गए हैं? मेरा रजिस्टर दो, मैं चलता हूं। अपने मिशन के प्रति वफादारी का इससे बढकऱ सबूत और क्या हो सकता है?

प्रदेश के लाखों  मनरेगा मजदूरों को भी एचपीवीओसीडब्ल्यू से जोड़ा जाए 

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ऊना,05 सितंबर ( विजयेन्दर  शर्मा)। हिमाचल प्रदेश विल्डिंग एवं भवन निमार्ण मजदूर युनियन के राज्याध्यक्ष एवं हिमाचल इंटक के महासचिव कामरेड जगतराम शर्मा ने प्रैस वार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, श्रम एवं उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री व एचपीवीओसीडब्ल्यू के चेयरमैन बाबा हरदीप सिंह से मांग की है कि प्रदेश के लाखों  मनरेगा मजदूरों को भी एचपीवीओसीडब्ल्यू से जोड़ा जाए। उन्होंंने बताया है कि मनरेगा योजना भी यू.पी.ए सरकार की देन है। और मनरेगा के सभी लोग भी भवन एवं अन्य निर्माण कार्यों में जुड़ेेे हुए हैं तथा वे काफी अनुभव रखते हैं। उन्होंने कहा कि मनरेगा मजदूरों को दिहाड़ी के अलावा अन्य सुविधाएं बहुत कम हैं। और ये मजदूर सभी प्रकार के काम करने में सक्षम हंै। उन्होंने कहा कि यदि  इन मजदूरों को एचपीवीओसीडब्ल्यू  में लाया जाए तो  उनको भी बोर्ड के सभी लाभ प्राप्त होंगे।  जगत राम ने बताया कि इंटक शुरू से ही यह मांग उठाती रही। लेकिन कुछ कानूनी अड़चनों के कारण उनकी मांग पूरी नहीं हुई। बोर्ड में हमेशा मै, खुद और मेरे साथ सुरेखा राणा जो इंटक के कार्यकर्ता हैं मजदूरों के हक में मांग उठाते रहे और बोर्ड  पर इन कानूनी अड़चनों को दूर  करने का दबाव बनाते रहे।  जगत राम ने कहा कि आगे आने वाली मीटिंग में मनरेगा को बोर्ड के साथ जोडऩे का मुख्य एजेंडा होगा। अगर इंटक को मनरेगा मजदूरों के लिए संघर्ष भी करना पड़ेगा तो इससे भी गुरेज नहीं किया जाएगा। प्रैस वार्ता में जिला के भवन निर्माण युनियन के नवनियुक्त प्रधान संदीप कपिला, महासचिव जसजीत सिंह संधू व जीवन कुमार आदि उपस्थित रहे।

राजीव गांधी खेल अभियान की खंड स्तरीय प्रतियोगिता सम्पन्न
  • वॉलीबाल में चक्कसराय, तो कबड्डी में धुसाड़ा का धमाल

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ऊना,05 सितंबर ( विजयेन्दर  शर्मा)। भारत सरकार युवा मामले व खेल मंत्रालय भारतीय खेल प्राधिकरण व हिमचल प्रदेश युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित राजीव गांधी खेल अभियान के तहत खण्ड स्तरीय प्रतियोगिता का समापन समारोह वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला अम्ब के खेल प्रांगण में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर जिला ओलम्पिक संघ व जिला शिकायत निवारण समिति सदस्य डॉ. विजय डोगरा ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत कर विजेता खिलाडिय़ों को पुरस्कार वितरित किये। उन्होंने अपने सम्बोधन में खिलाडिय़ों को खेल भावना से खेलने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों को राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में भी बेहतर प्रदर्शन करके ऊना जिला का नाम रोशन करना चाहिए। इस मौके पर जिला खेल अधिकारी ईश्वर चौधरी ने मुख्यातिथि का स्वागत किया व खिलाडिय़ों को सम्बोधित किया।  उन्होंने कहा कि ऊना जिला खेलों में देश के किसी भी जिला से कम नहीं है, जिला ने देश को पदमश्री चरणजीत सिंह जैसे ओलम्पियन, दीपक ठाकुर जैसे हॉकी खिलाड़ी, वॉलीबाल में सुरजीत सिंह, हैण्डबॉल हर्ष त्रिपाठी तथा शूटर मोहिन्द्र सिंह जैसे खिलाड़ी दिये हैं, जो कि ऊना जिला के गर्व की बात है तथा वॉलीबॉल कोच सतीश शर्मा ने मुख्यातिथि का धन्यावाद किया। वॉलीबला प्रतियोगिता के लडक़ों के वर्ग में चकसराय पहले तथा सूरी दूसरे स्थान पर रहा, जबकि लड़कियों के वर्ग में सूरी विजेता तथा दलोह उपविजेता रहा। लडक़ों में बास्केटबॉल प्रतियोगिता में अम्ब विजेता व मुबारिकपुर उपविजेता रहा तथा लड़कियों में मुबारिकपुर पहले तथा शिवालिक अम्ब दूसरे स्थान पर रहे। लडक़ों की कबड्डी प्रतियोगिता में धुसाड़ा पहले व बेहडज़सवां दूसरे स्थान पर, जबकि लड़कियों में दियाड़ा विजेता व अन्दौरा उपविजेता रहे। इस अवसर युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के प्रशिक्षक व खण्ड प्रभारी व जूडो कोच कुलदीप शर्मा, फुटबाल कोच चन्द्रमोहन शर्मा, ऐथलैटिक्स कोच भगीरथ चौधरी, सतीश शर्मा वॉलीबॉल कोच, रमेश सैनी हैण्डबॉल कोच, स्कूलों के डीपीई एवं पीइटी महेश कुमार, मंजीत सिंह, लविन्द्र भुल्लर, विकास डढवाल, राजकुमार, मुहम्मद सलीम, अमरजीत, चमन लाल, हरपिंदर कौर, सीमा, नरेश कुमारी तथा अश्विनी कुमार भी उपस्थित  थे।    

फ्री मैडिकल कैंप में 147 बुजुर्गों की जांच, जिला रैडक्रास सोसाइटी ने गुशैणी में किया आयोजन
  • विभिन्न टैस्टों के साथ-साथ बुजुर्गों को मुफ्त दवाईयां भी बांटी, 

कुल्लू  ,05 सितंबर ( विजयेन्दर  शर्मा)। जिला रैडक्रॉस सोसाइटी कुल्लू ने आज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गुशैणी में वरिष्ठ नागरिकों के लिए निशुल्क मैडिकल चैकअप शिविर का आयोजन किया। स्वास्थ्य विभाग और आंगनबाड़ी वर्करों के सहयोग से आयोजित इस शिविर में कुल 147 बुजुर्गों की मुफ्त मैडिकल जांच की गई। जिसमें बीपी, शुगर और कई अन्य टैस्टों के साथ-साथ बुजुर्गों को मुफ्त दवाईयां दी गईं तथा उनके दांतों व आंखों की जांच भी की गई। इस शिविर में 55 बुजुर्गों के शुगर, लिपिड प्रोफाइल और सीबीसी के टैस्ट किए गए। मेडिकल चैकअप के दौरान 105 लोगों के आई चैकअप किया गया, जिसमें से 13  व्यक्तियों को मोतिया बिंद ऑपरेशन के लिए जिला अस्पताल कुल्लू में रैफर किया गया है। इसके अतिरिक्त 38 लोगों को सोसाइटी की ओर से नजर के एैनक भी दिये जाएंगे। चैकअप के दौरान 69 लोगों के दांत का चैकअप किया गया, जिसमें से 12 लोगों को डेंचर लगाने के लिए क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के लिए रैफर किया गया। शिविर के आयोजन में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. बलदेव ठाकुर, जिला रैडक्रॉस सोसाइटी के सचिव वीके मोदगिल, स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक व कर्मचारी, आंगनबाड़ी वर्कर्स और अन्य गणमान्य लोगों ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।

गृह रक्षकों की फाईरिंग पाहनाला में 6 सितम्बर को

कुल्लू  ,05 सितंबर ( विजयेन्दर  शर्मा)। गृह रक्षक सातवीं वाहिनी प्रशिक्षण केंद्र शाड़ाबाई की फाईरिंग 6 सितम्बर, 2014 को एसएसबी रेंज पाहनाला में करवाई जाएगी। यह जानकारी आदेशक गृह रक्षा सातवीं वाहिनी ने एक प्रैस विज्ञप्ति में दी। उन्होंने रेंज के आस-पास रहने वाले ग्रामीणों से अपील की है कि वह फाईरिंग रेंज पाहनाला के समीप न जाएं, ताकि कोई भी अप्रिय घटना न घटे।

बिजली बंद रहेगी    

कुल्लू  ,05 सितंबर ( विजयेन्दर  शर्मा)। विद्युत लाईन के रखरखाव व मुरम्मत कार्य के चलते सुल्तानपुर, रघुनाथपुर और सरवरी में 6 सितम्बर को प्रात: 9.30 से सायं 5.30 बजे तक बिजली बंद रहेगी। यह जानकारी विकास गुप्ता सहायक अधिशाषी अभियंता विद्युत सब डिविजन-1 ने प्रैस विज्ञप्ति के माध्यम से दी। उन्होंने उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है। 

कौल सिंह ठाकुर 6 सितम्बर को कुल्लू में

कुल्लू  ,05 सितंबर ( विजयेन्दर  शर्मा)। स्वास्थ्य, राजस्व एवं विधि मंत्री कौल सिंह ठाकुर 6 सितम्बर, 2014 को सायं 2 बजे देव सदन कुल्लू में आयोजित होने वाले हिमतरू राज्य सम्मान समारोह के मुख्यतिथि होंगे। इस समारोह के अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले साहित्यकारों, समाज सेवकों तथा अन्य लोगों को पुरस्कार प्रदान करके सम्मानित करेंगे।

बिजली बिल की अदायगी 15 सिम्बर से पहले करें

हमीरपुर, 05 सितंबर ( विजयेन्दर  शर्मा)। सहायक अभियंता विद्युत उपमण्डल लम्बलू  ई. सुभाष चंद सोनी ने विद्युत उपमण्डल लम्बलू के तहत आने वाले सरकारी व गैर सरकारी उपभोक्ताओं से आग्रह किया है कि अपने बिजली बिलों को  15 सितम्बर से पहले जमा करवाना सुनिश्चित करें । उन्होंने कहा कि निर्धारित तिथि तक बिल की बिजली बिल की अदायगी न होने पर विद्युत अधिनियम 1910 की धारा 24 के तहत विद्युत आपूॢत काट दी जाएगी ।
                       
अवैध खनन पर लगेगा पूर्णतय: अंकुश : उपायुक्त
  • पुलिस विभाग के साथ तैयार की प्लानिंग

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हमीरपुर, 05 सितंबर ( विजयेन्दर  शर्मा)।  उपायुक्त हमीरपुर रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि हमीरपुर जिला में अवैध खनन पर पूर्णतय: अंकुश लगाया जाएगा इस के लिए खनन तथा पुलिस विभाग संयुक्त रूप से खड्डों तथा नदियों के किनारे नियमित तौर चैकिंग करेंगे। शुक्रवार को उपायुक्त हमीरपुर रोहन चंद ठाकुर ने पुलिस विभाग के साथ अवैध खनन पर अंकुश लगाने के लिए आयोजित आवश्यक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस दौरान पुलिस अधीक्षक अजय बौद्व तथा एएसपी शमसेर सिंह भी मौजूद रहे।   उपायुक्त ने बताया कि खनन विभाग के अधिकारियों को नियमित तौर पर खड्डों के किनारे नाके लगाने तथा अवैध खनन करने वालों से सख्ती के साथ निपटने के दिशा निर्देश दिए गए हैं इस के साथ ही पुलिस प्रशासन भी खनन विभाग के टीम की पूरी मदद करेगा। उन्होंने बताया कि खनन विभाग के अधिकारियों को अवैध खनन के बारे में डेली रिपोर्ट भी जिला प्रशासन को भेजना सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है ताकि अवैध खनन की मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जा सके।   उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि खनन की दृष्टि से संवेदनशील जगहों पर प्रशासन की पैनी नजर रहेगी तथा इसमें जनप्रतिनिधियों एवं स्थानीय लोगों का सहयोग भी मांगा गया है ताकि किसी भी स्तर पर अवैध खनन नहीं हो सके। उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि हमीरपुर जिला में घरेलू हिंसा पर भी अंकुश लगाने के लिए जागरूकता अभियान आरंभ किए गए हैं तथा पुलिस विभाग के अधिकारियों से घरेलू हिंसा से पीडि़त महिलाओं की सुरक्षा तथा न्याय दिलाने के लिए तत्परता से कदम उठाने के लिए कहा गया है। उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि हमीरपुर जिला के सभी आंगनबाड़ी वर्करों को घरेलू हिंसा अधिनियम के बारे में प्रशिक्षित भी किया गया है ताकि पीडि़त महिलाएं आंगनबाड़ी केंद्रों में संपर्क कर अधिनियम के तहत राहत पा सकें। पुलिस अधीक्षक अजय बौद्व ने कहा कि पुलिस प्रशासन अवैध खनन तथा घरेलू हिंसा से निपटने के लिए तत्परता के साथ कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि अवैध खनन को रोकने के लिए खनन विभाग का भी पूरा सहयोग किया जाएगा।

खेलों को प्रोत्साहन के लिए सरकार कृतसंकल्प: जगजीवन
  • पालमपुर जोन खेलों का शुभारंभ

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पालमपुर, , 05 सितंबर ( विजयेन्दर  शर्मा)। मुख्य संसदीय सचिव श्री जगजीवन पाल ने शुक्रवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला परौर में तीन दिवसीय पालमपुर जोन अंडर 19 (छात्रा) खेलकूद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। तीन दिनों तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में पालमपुर जोन के 23 स्कूलों 305 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं इसके अलावा 23 स्कूलों के ही बच्चें सांस्कृतिक प्रतियोगी भी भाग ले रहे हैं।इस अवसर पर अपने संबोधन में सीपीएस ने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा के साथ खेलों और खिलाडिय़ों का भी विशेष प्रोत्साहन दे रही है। उन्होंने कहा प्रदेश के उत्कृष्ठ खिलाडिय़ों को सरकार प्रोत्साहन पुरस्कार देने के अलावा सरकारी नौकरियों में 3 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूलों में खेलों और सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन अनिवार्य बनाया गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से जहां बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए उचित मंच प्राप्त होता है, वहीं बच्चों की प्रतिभा में भी निखार आता है। उन्होंने कहा ऐसी प्रतियोगिताओं से ही प्रतिभावान खिलाडिय़ों का चयन होता है और यह आगे चलकर राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी बनते हैं। उन्होंने कहा कि खेलों से बच्चों में अनुशासन के साथ-साथ और आत्म विश्वास और आपसी भाईचारें की भावना भी उत्पन्न होती है। उन्होंने लड़कियों को भी खेलों में आगे आने की जरूरत पर बल देते हुए अच्छी और प्रतिभावान खिलाडिय़ों को प्रोत्सहित करने के लिए अध्यापकों और अभिभावकों को आगे आने का आहवान किया। इस अवसर पर श्री पाल ने विद्यालय में लगभाग दो लाख रूपये की लागत से नव-निर्मित स्टेज एवं एक कमरे का लोकार्पण भी किया।इससे विद्यालय के प्रधानाचार्य सुमन सिंह कटवाल ने मु यातिथि का स्वागत करने के साथ यहां आयोजित खेलों की जानकारी दी। कार्यक्रम में प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्षा मनवरी देवी, जिला परिषद की सदस्या सविता भटेडिय़ा, केएल मेहता, कश्मीर सिंह पटयाल, बाल कृष्ण चौधरी, कमला कपूर, उत्तरा ठाकुर, एसएमसी के अध्यक्ष कर्म चंद सहित विभिन्न विद्यालयों के अध्यापक, खिलाड़ी और क्षेत्र के गणमान्य लोग मौजूद रहे।

पीएनबी द्वारा बेरोजगार युवाओं के नि:शुल्क प्रशिक्षण 

धर्मशाला, 05 सितंबर ( विजयेन्दर  शर्मा)। निदेशक, पंजाब नैशनल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान, धर्मशाला पी.एन.वी.आर.सेटी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला कांगड़ा के बेरोजगार युवक/युवतियों को स्वरोजगार की ओर अग्रसर करने के लिए प्रत्येक माह नि:शुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। उन्होंने बताया कि माह सितम्बर और अक्तूबर, 2014 के दौरान संस्थान द्वारा 45 दिन का कम्प्यूटर हार्डवेयर एंड नेटवर्किंग, 30 दिन का रेफरीजरेशन एवं एयर कंडीशनिंग, 6-6 दिन का खुम्ब उत्पादन और डेयरी फार्मिंग, 10 दिन का उच्च तकनीक मोबाईल रिपेयर का नि:शुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के इच्छुक युवा कॉलेज रोड़ धर्मशाला, डीआरडीए भवन के प्रथम तल में अपने शैक्षणिक योग्यता प्रमाण-पत्रों सहित आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद प्रशिक्षुओं को प्रमाण-पत्र प्रदान किए जायेंगे जिसके माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवा स्वयं रोजगार स्थापित करने के लिए संस्थान के माध्यम से जिला कांगड़ा के किसी भी बैंक से ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि अधिक जानकारी के लिए संस्थान के निदेशक के दूरभाष नम्बर 9418336850 व संकाय के दूरभाष नम्बर 9805406569 एवं कार्यालय के दूरभाष नम्बर 8894719098 पर सम्पर्क कर सकते हैं। 

जिला कांगड़ा में पंचायत सहायकों के के भरे जायेंगे 108 पद 

धर्मशाला, 05 सितंबर ( विजयेन्दर  शर्मा)। सचिव जिला परिषद एवं जिला पंचायत अधिकारी, धर्मशाला ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला कांगड़ा में पंचायत सहायकों के 108 रिक्त पदों के लिए आवेदन-पत्र आमंत्रित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन रिक्त पदों में 21 पद अनुसूचित जाति के, 4 पद अनुसूचित जनजाति के, 17 पद अन्य पिछड़ा वर्ग के और 47 पद अनारक्षित जोकि सीधे तौर पर निश्चित अवधि के भीतर सचिव, जिला परिषद् कांगड़ा के कार्यालय में प्राप्त आवेदन पत्रों के आधार पर भरे जायेंगे। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त भूतपूर्व सैनिकों के 16 आरक्षित पद जोकि भूतपूर्व सैनिक कल्याण बोर्ड हमीरपुर, जिला हमीरपुर के माध्यम से भरे जायेंगे। उन्होंने बताया कि 3 अनारक्षित पद श्रेष्ठ खिलाडिय़ों के निदेशक, युवा सेवाएं एवं खेल विभाग, शिमला-2 द्वारा नामांकित अभ्यार्थियों के साक्षात्कार के उपरांत भरे जायेंगे। उन्होंने बताया कि इन पंचायत सहायकों के रिक्त पदों के लिए शैक्षणिक योग्यता जमा दो तथा आयुसीमा 18 से 45 वर्ष के मध्य होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति/जनजाति/अन्य वर्गों के अभ्यार्थियों के लिए उपरी आयु सीमा में उतनी ही छूट दी जा सकेगी जितनी हिमाचल प्रदेश सरकार के निर्धारित मापदंडों के अनुसार होगी। उन्होंने बताया कि आवेदन-पत्र निर्धारित प्रपत्र पर वांछित प्रमाण-पत्रों की स्वयं सत्यापित छाया प्रतियों सहित 22 सितम्बर, 2014 को सायं 5 बजे तक सचिव जिला परिषद् एवं जिला पंचायत अधिकारी, धर्मशाला के कार्यालय में प्राप्त हो जाने चाहिए। उसके उपरांत प्राप्त किसी भी आवेदन पत्र पर विचार नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नियुक्त पंचायत सहायक को सात हजार रुपए की मासिक दर से पारिश्रमिक दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन पदों के लिए अभ्यार्थी वेबसाईट ूूूण्ीचांदहतंण्दपबण्पदके नोटिस बोर्ड पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
                       
खंड स्रोत टीमों को किया प्रशिक्षित

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हमीरपुर, 05 सितंबर ( विजयेन्दर  शर्मा)। जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, हमीरपुर में मनरेगा के तहत सभी विकास खण्डों की खण्ड स्त्रोत टीमों को मनरेगा योजना की नवीनतम जानकारी एवं तकनीक के बारे में प्रशिक्षित किया गया। उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि उक्त प्रशिक्षण खण्ड स्त्रोत टीम विकास खण्ड स्तर पर पंचायत प्रतिनिधियों तथा विभागीय कर्मचारियों को मनरेगा की नवीनतम जानकारी व प्रावधानों से अवगत करवाएंगे । खण्ड स्त्रोत टीम में खण्ड विकास अधिकारी, सहायक परियोजना अधिकारी, लेखापाल, कनिष्ठ अभियन्ता व कम्पयूटर आप्रेटर सम्बन्धित विकास खण्ड में मनरेगा को सुचारू कार्यान्वयन सुनिश्चित करेंगे। खण्ड स्त्रोत टीम को मनरेगा में कार्य योजना बनाना, सामाजिक अकेक्षण पद्वति, मजदूरी अदायगी विधियां, गुणवत्ता प्रबन्धन, कार्यों का प्राथमिकता के आधार पर चयन प्रक्रिया, पंचायत व सम्बन्धित विभागीय कार्यो में तालमेल व उनका निष्पादन आदि महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर जानकारी प्रदान की गई । जिला स्त्रोत टीम जिसमें उप निदेशक एवं परियोजना अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी, हमीरपुर, सहायक नियन्त्रक ;वित्त एवं लेखा तथा कम्पयूटर आपरेटर डी0आर0डी0ए0, हमीरपुर ने कार्यशाला का संचालन किया । इस कार्यशाला में मनरेगा में आ रही नई व्यवस्थाओं के उपर विस्तार पूूर्वक चर्चा की गई । इस कार्यशाला का समापन उपायुक्त महोदय द्वारा किया गया व समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को मनरेगा मार्गदर्शिका अनुसार कार्य योजना बनाने बारे निर्देशित किया ।        

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