दुमका विधानसभा सीट पर अपनी मुकम्मल जीत सुनिश्चित करने के उद्देश्य से झामुमों नेता व सूबे के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने एक बड़ी चाल चली, झामुमों के टिकट पर पार्टी के पूर्व चहेते प्रो0 स्टीफन मराण्डी को लिट्टीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का आॅफर देकर। प्रो0 स्टीफन मराण्डी मुँहबोले भतीजे हेमन्त सोरेन के मायाजाल में पूरी तरह फँसते दिखलाई पड़ भी रहे। भाजपा के विरुद्ध झामुमों प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार-प्रसार की बात खुले तौर पर इन दिनों वे करते भी नहीं थक रहे। लम्बे समय तक झामुमों से जुड़े रहने के बाद शिबू सोरेन का परिवार मोह व हेमन्त सोरेन की विरोधाभाष नीतियों व मोनोपोली से आजिज काॅग्रेस का दरवाजा खटखटाने वाले प्रो0 स्टीफन मराण्डी ने राजनीति का एक महत्वपूर्ण काल काॅग्रेस में भी बिताया। काॅग्रंेस प्रदेशस्तरीय नेताओं की दोहरी नीतियाँ व नेताओं की मोनोपोली से खिन्न प्रो0 मराण्डी ने बाद में झारखण्ड विकास मोर्चा में अपना विकल्प तलाशा।
झाविमों सुप्रिमों बाबूलाल मराण्डी से हाथ मिलाने की सबसे बड़ी वजह लोगों ने उपरोक्त मुद्दों को ही पाया। अनमने मन से ही सही आखिरकार प्रो0 स्टीफन मराण्डी ने झाविमों से यह कहकर कि वे और बाबूलाल मराण्डी ने ही आपस में मिलकर झाविमों की नींव डाली थी, दोनों के एक साथ रहने से भ्रष्टाचार में लिप्त झामुमों व सांप्रदायिक पार्टी भाजपा के विरुद्ध आवाज उठाने में बल मिलेगा, झाविमों में शामिल हो गए। प्रो0 मराण्डी को झाविमों भी रास नहीं आया और अब वे फिर से एक बार झामुमों की परिक्रमा के लिये आकुल-व्याकुल दिखलाई पड़ रहे। यूँ कहा जाय तो प्रो0 स्टीफन मराण्डी राजनीति के संक्रमणकाल से गुजर रहे हैं। दुमका विधानसभा सीट पर वर्षों तक राज करने वाले प्रो0 स्टीफन मराण्डी की किस्मत वर्ष 2005 से खराब चल रही है। कभी इस डाल पर तो कभी उस डाल पर लगातार वे फुदक रहे। किसी डाल पर स्थायी ठौर की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही। झारखण्ड विधानसभा चुनाव-2014 में झारखण्ड विकास मोर्चा ने दुमका विधानसभा सीट से वतौर पार्टी उम्मीदवार उनके नाम की घोषणा तक कर दी, तथापि उन्हें खुद इस बात का विश्वास नहीं रहा कि वे दुमका से झाविमों के टिकट पर झामुमांे प्रत्याशी हेमन्त सोरेन व भाजपा प्रत्याशी डाॅ0 लुईस मराण्डी को पटखनी देकर विधानसभा की चैखट तक पहुँच पाऐगें।
अब जबकि झामुमों से हरी झंडी मिलती नजर आ रही है एक बार फिर से बुढ़ी हड्डियों में चुनाव लड़ने का जोश तैयार हो गया। लिट्टीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र में साईमन मराण्डी का दबदबा रहा है। झामुमों विधायक के रुप में लिट्टीपाड़ा की जनता उन्हें अपना नजदीकी मानती रही है। झामुमों से अलग होकर साईमन मराण्डी ने भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा ने लिट्टीपाड़ा विधानसभा सीट से साईमन को प्रत्याशी बना दिया। झामुमोें की सीट पर भाजपा की कड़ी निगाह को स्थूल करने के उद्देश्य से जहाँ एक ओर लिट्टीपाड़ा से प्रो0 स्टीफन मराण्डी को प्रत्याशी बनाए जाने की कवायद झामुमों की ओर से चल रही है वहीं दूसरी ओर दुमका सीट से अपनी मुकम्मल जीत को ध्यान में रखकर झामुमो ने प्रो0 स्टीफन मराण्डी को लिट्टीपाड़ा से टिकट का आॅफर देकर विरोध का स्वर ही समाप्त कर दिया।
अमरेन्द्र सुमन
दुमका
(झारखण्ड)