- अगली बैठक २१ नवम्बर को रीवा में – उमेश तिवारी
१८ सितम्बर को सीधी जिले के टिकरी गाँव में हुए समाजवादी समागम में रास्ट्रीय संयोजक डॉ. सुनीलम के आव्हान पर विन्ध्य क्षेत्र के जनांदोलनो को मजबूत करने तथा उन्हें ताकत देने के लिए एक समर्थक समूह बनाने का निर्णय लिया गया था. श्री उमेश तिवारी के नेतृत्व में टिकरी से सीधी पदयात्रा के बाद २७ अक्टूबर को सीधी में चेतावनी धरना दिया गया तथा ओपचारिक तौर पर विन्ध्य क्षेत्र के सीधी जिला के ग्राम भुमका में मे. आर्यन पावर प्लांट, जे.पी. सीमेंट बघवार सीधी, सिंगरौली जिला के ग्राम निगरी में जे.पवार बेंचर्स, सिंगरोली जिले के महान कोल, हेन्डाल्को बरिगमा और माडा में स्थापित होने वाले नए पावर प्लांट एवं शहडोल जिले के रिलायंस परियोजना, अनूपपुर जिले के मोजरबिअर एवं विन्ध के अन्य जिलो में भी इन प्रोजेक्ट्स से प्रभावित किसानो, श्रमिको और ग्रामवासियों द्वारा चलाये जा रहे आन्दोलनों को समर्थन देने के लिए "विन्ध्य जनांदोलन समर्थक समूह"का गठन किया गया. जिसमे अजय खरे रीवा (समाजवादी जन परिषद्), संतोष अग्रवाल शहडोल (प्रदेश उपाध्यक्ष किसान यूनियन, टिकैत), इश्वरचन्द्र त्रिपाठी (सतना) प्रदेश अध्यक्ष किसान यूनियन, श्रीनिवास साकेत (जिलाध्यक्ष बसपा सीधी), पंकज सिंह (आम आदमी पार्टी रीवा संभागीय संयोजक), कोमरेड बद्री मिश्रा (प्रदेश सचिव भाकपा माले), कामरेड सुन्दर सिंह (जिला सचिव माकपा सीधी), राम लल्लू गुप्ता सिंगरोली (माकपा जिला सचिव), लालमणि त्रिपाठी रीवा (भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी), रवि शेखर सिंगरोली (किसान आदिवासी विस्थापित एकता मंच), राजेस्वर गुप्ता मनगमा, प्रभात वर्मा (उपाध्यक्ष, जनपद पंचायत सीधी), आर एम् पी मिश्र मजदूर नेता (यनसीएल सिंगरोली) आदि शामिल है. समर्थक समूह की अगली बैठक २१ नवम्बर को रीवा में आयोजित करने का निर्णय लिया गया.
श्री उमेश तिवारी ने बताया की ११-१२ अगस्त को तारा पनवेल गाँव मुम्बई में स्थित युसूफ मैहर अली केंद्र में आयोजित किये गए समाजवादी समागम में राष्ट्रीय स्तर पर वर्तमान चुनौतियो का मुकाबला करने के लिए समाजवादियो, वामपंथियों, अम्बेडकरवादियों, गांधीवादियों और जनआन्दोलनों के साथ मिलकर व्यापक मोर्चा बनाने का निर्णय लिया गया था. समाजवादी समागम की प्रक्रिया के तहत इस निर्णय को विन्ध्य के जिलो में लागू किया गया है. श्री तिवारी ने बताया कि तारा पनवेल में किये गए फैसले के अनुरूप दिल्ली में ११ अक्टूबर को सीपीआई लिबरेशन द्वारा आयोजित बैठक में ४० वामपंथी समूहों ने मिलकर राष्ट्रीय स्तर पर जनमंच गठित करने का निर्णय किया है