शिवसेना और कांग्रेस उम्मीदवारों द्वारा नाम वापस लिए जाने के बाद भाजपा के हरिभाऊ बागड़े निर्विरोध महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर चुने गए हैं। हालांकि शिवसेना ने फडणवीस सरकार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए विश्वासमत के खिलाफ वोट डालने का फैसला किया है। इसके लिए शिवसेना ने अपने विधायकों से सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है। वहीं दूसरी ओर विश्वास मत से पहले भाजपा और शिवसेना नेताओं के बीच बातचीत जारी है। इस बैठक में मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस, विनोद तावड़े, विजय अवती के साथ शिवसेना रामदास कदम मौजूद हैं। सेना अब भी 10 मंत्री और उपमुख्यमंत्री की मांग पर अड़ी हुई है जबकि भाजपा छह मंत्रिपद देने को तैयार है।
शिवसेना और कांग्रेस ने आज महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष पद के अपने उम्मीदवारों के नाम वापस ले लिए जिससे भाजपा विधायक हरिभाउ बागड़े के इस पद के लिए निर्विरोध निर्वाचित होने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि राकांपा द्वारा समर्थन देने से इनकार किए जाने के बाद कांग्रेस उम्मीदवार वर्षा गायकवाड़ ने अध्यक्ष पद की अपनी उम्मीदवारी से नाम वापस ले लिया।
गायकवाड़ ने पूर्व में अपनी उम्मीदवारी के लिए समर्थन मांगने के उद्देश्य से राकांपा प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी। यहां तक कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष माणिक राव ठाकरे ने भी अपने राकांपा समकक्ष सुनील टटकारे से गायकवाड़ के लिए समर्थन मांगने की खातिर बात की थी। कांग्रेस विधायकों विजय वददेतीवार और अब्दुल सत्तार ने भी आज अध्यक्ष के चुनाव पर चर्चा करने के लिए राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात की थी। हालांकि, टटकारे ने कांग्रेस विधायकों से कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस उम्मीदवार का समर्थन नहीं करेगी। राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पूर्व में कांग्रेस और शिवसेना से अपील की थी कि वे 288 सदस्यीय सदन में अध्यक्ष का निर्विरोध चुनाव होने दें।