भारतीय परमाणु ऊर्जा नियामक ने भारतीय परमाणु विद्युत निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल) को कुडनकुलम की पहली इकाई में बिजली उत्पादन 75 प्रतिशत तक बढ़ाने की अनुमति दे दी है। यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी। उद्योग से जुड़े एक सूत्र के मुताबिक, इकाई में अगले सप्ताह के शुरू से करीब 720 मेगावाट बिजली का उत्पादन होने की उम्मीद है।
परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (एईआरबी) के अध्यक्ष एस.एस. बजाज ने मुंबई से बताया, "हमने शुक्रवार शाम में एनपीसीआईएल को कुडनकुलम की पहली इकाई में बिजली उत्पादन स्तर को 50 से बढ़कार 75 तक ले जाने की अनुमति दी है।"बजाज ने कहा कि इकाई की जांच करनी होगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे और उत्पादन बढ़ाने की अनुमति दी जाएगी।
बजाज ने कहा, "यदि सभी परीक्षण परिणाम संतोषप्रद रहे तो हम उत्पादन स्तर 100 प्रतिशत करने की अनुमति देंगे।"एनपीसीआईएल ने यहां से 650 किलोमीटर दूर तिरुनेलवेली जिले के कुडनकुलम में 1000 मेगावाट के दो रूसी रिएक्टर स्थापित किए हैं। कुडनकुलम परमाणु विद्युत परियोजना (केएनपीपी) पर कुल 17000 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत आने का अनुमान है।
केएनपीपी के साइट निदेशक आर. एस. सुदर ने कहा, "हम अब संयंत्र को 570 मेगावाट स्तर पर संचालित कर रहे हैं। हम इस स्तर को कुछ और समय तक बनाए रखेंगे।"अगले सप्ताह के शुरू में रिएक्टर शक्ति स्तर 75 प्रतिशत छूने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "हम मंगलवार या बुधवार तक स्तर बढ़ाएंगे।"
सुंदर ने कहा कि रिएक्टर शक्ति स्तर 100 प्रतिशत तक ले जाने के पहले इकाई को दो और अनुमति लेनी होगी। केएनपीपी भारत का पहला दबावयुक्त जल रिएक्टर है जो हल्के जल रिएक्टर श्रेणी में आता है।