अत्याधुनिक एमआरआई स्कैन मशीन के जरिए अब अस्थि कैंसर पीड़ितों के उपचार में अभूतपूर्व सुधार होने की उम्मीद जताई जा रही है। इस अत्याधुनिक उच्च प्रौद्योगिकी वाले एमआरआई स्कैन के जरिए किसी भी अन्य परीक्षणों की अपेक्षा रोगी की अस्थि में कैंसर के संक्रमण का कहीं बेहतर पता लगाया जा सकेगा। लंदन के कैंसर अनुसंधान संस्थान एवं रॉयल मार्सडेन एनएचएस फांउडेशन ट्रस्ट के वैज्ञानिकों के अनुसार इस उन्नत प्रौद्योगिकी वाले स्कैन की मदद से रोगी पर उपचार के असर का भी पता लगाया जा सकेगा।
इस अध्ययन में अस्थि कैंसर से पीड़ित 26 रोगियों का उपचार के बाद और उपचार से पहले पूरे शरीर का स्कैन किया गया। इमेजिंग में प्रशिक्षित विशेषज्ञ चिकित्सकों को इस उन्नत प्रौद्योगिकी से स्कैन कर 86 फीसदी मरीजों पर उपचार का प्रभाव जानने में कामयाबी हासिल हुई।
इस स्कैनिंग प्रौद्योगिकी की मदद से चिकित्सक ठीक-ठीक जान सकते हैं कि कैंसर रोगी के हड्डी में कहां हुआ है, क्योंकि इस प्रौद्योगिकी से स्कैन परिणाम तत्काल मिल जाएगा।
कैंसर अनुसंधान संस्तान की ट्रांसलेशनल इमेजिंग की प्राध्यापक नंदिता डिसूजा ने कहा, "ऐसा पहली बार हुआ है कि एक ही स्कैन के जरिए हम रोगी के शरीर की समस्त हड्डियों का स्कैन कर कैंसर की ठीक-ठीक जगह का पता लगा सकेंगे, तथा इसके इसके लिए हमें हड्डियों का एक्स-रे भी नहीं करना होगा।"