- गुरु ब्रज मधुकर बगिया का पुष्प मुरझाया
आज सुबह खींवसर (नागौर, राजस्थान) के पास विहार करते समय श्री विनय मुनि जी "भीम"के सुशिष्य सेवाभावी, युवा संत श्री निरंजन मुनि जी महाराज का सड़क दुर्घटना में देवलोकगमन हो गया है l महाराज साहेब के देवलोकगमन से सकल जैन समाज में शोक की लहर व्याप्त हो गयी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार श्रमण संघीय प्रथम युवाचार्य श्री मधुकर मुनि जी महाराज के सुशिष्य श्री विनय मुनि जी "भीम"आदि ठाना ३ ने आज सुबह सूर्योदय के पश्चात खींवसर से विहार किया . मात्र २-३ किलोमीटर विहार करने के बाद पीछे से आ रहे एक अनियंत्रित टेंकर की टक्कर से युवा संत श्री निरंजन मुनि जी महाराज का आकस्मिक कालधर्म हो गया .पुष्करवाणी गु्रप ने जानकारी देते हुए बताया कि विनय मुनि जी "भीम"को भी गम्भीर चोट लगी है, जिन्हे प्रारंभिक उपचार के बाद जोधपुर अस्पताल में उपचार के लिए रेफर किया गया .(अब खतरे से बाहर हैं) ह्रदय विदारक हुए इस हादसे के समाचार मिलते ही नागौर श्री संघ, जोधपुर श्री संघ, धनारी श्री संघ तथा आसपास के अनेक श्रावकगण खींवसर पहुंचे. इस घटना के बाद जैन समाज और गाँव वालों में आक्रोश था. गाँव वालों ने सड़क जाम भी किया .
श्री साहिल मुनि जी महाराज के निर्देशानुसार श्री निरंजन मुनि जी महाराज के पार्थिव देह हो नागौर ले जाया गया, जहाँ आज शाम ४ बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा . श्री निरंजन मुनि जी के देवलोकगमन से ना केवल श्रमण संघ, ना केवल स्थानकवासी समाज अपितु समस्त जैन समाज को अपूरणीय क्षति हुयी है . हम जिनशासन देव से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगत मुनि श्री की आत्मा को शांति और सदगति मिले, श्री विनय मुनि जी शीघ्र स्वस्थ हो .