दक्षिणपंथी धार्मिक संगठन विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक अशोक सिंघल ने आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरिवंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा है कि केजरीवाल की कामयाबी के पीछे अमेरिका का फोर्ड फाउंडेशन और अमेरिका की खुफिया सीआईए का हाथ है। उन्होंने यह भी कहा कि केजरीवाल कांग्रेस की घटती लोकप्रियता का फायदा उठाकर जनता को गुमराह करने में लगे हैं।
इलाहाबाद स्थित अपने आवास पर शुक्रवार को संवाददाताओं से बातचीत करते हुए सिंघल ने कहा कि आज पूरे देश में यह प्रश्न खड़ा हो गया है कि अरविंद केजरीवाल को सत्ता में लाने के पीछे कौन-सी ताकतें काम कर रही हैं। सिंघल ने कहा, "अब धीरे-धीरे यह स्पष्ट होता जा रहा है कि केजरीवाल के पीछे अमेरिका का फोर्ड फाउंडेशन और अमेरिका की खुफिया सीआईए का हाथ है।"
दिल्ली की जनता को विश्वास में लेकर राजनीति के नित नए-नए पैंतरे दिखाने वाले केजरीवाल के करिश्मे को निजी चश्मे से देखते हुए सिंघल ने आरोप लगाया कि फोर्ड फाउंडेशन के माध्यम से केजरीवाल ने उन सारी शक्तियों का एकीकरण किया ताकि नरेंद्र मोदी को भारत का नेता बनने से रोका जा सके।
उन्होंने कहा कि फोर्ड फाउंडेशन, रॉकफेलर फाउंडेशन तथा क्लिंटन फाउंडेशन के द्वारा सीधे और परोक्ष रूप से सहायता प्राप्त करने वाली संस्थाएं काम कर रही हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ देशभर में आए उबाल को नजरअंदाज करते हुए सिंघल ने कहा कि नक्सलियों के हिंसक संगठन, जेहादियों के हिंसक संगठन और बड़ी तेजी से विदेशी सहायता से चलने वाले चैनल व उनके संचालक तथा पत्रकार व हजारों एनजीओ के लोग केजरीवाल की पार्टी के रूप में अमेरिका के हित साधन करने के लिए भारत में खड़े हो गए हैं।