बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में गैर कांग्रेस, गैर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा समान विचारधारा वाले दलों का एक गठबंधन बनने की संभावना है, लेकिन उन्होंने इसे तीसरा या कोई मोर्चा कहने से साफ इनकार कर दिया। पटना में एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भविष्य में समान विचारधारा वाले दलों का गठबंधन बनने की संभावना है।
दक्षिणपंथी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से कुछ ही महीनों पहले नाता तोड़ धर्मनिरपेक्ष छवि बनाने में जुटे जनता दल-युनाइटेड (जदयू) के नेता ने अब वामपंथी दलों से नाता जोड़ने का संकेत देते हुए कहा, "वाममोर्चा के लोगों ने गठबंधन के लिए पहल की है और जदयू इसका समर्थन कर रहा है।"
उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती जनता दल से निकले कई दल जो अलग-अलग राज्यों में अच्छा काम कर रहे हैं, वे भी गठबंधन के लिए एक-दूसरे से बातचीत कर रहे हैं। नीतीश ने यह भी कहा कि गठबंधन चुनाव से पहले या बाद में भी बन सकता है। यह गठबंधन पूरी तरह गैर कांग्रेस और गैर भाजपा आधारित होगा। जदयू नेता ने यह भी कहा कि वाममोर्चा ने कई राज्यों में अलग-अलग दलों के साथ तालमेल किया है।